पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय शहीद जवानों के शव की अप्रतिष्ठा

श्रीनगर, दि. १: पाकिस्तानी सेना के ‘बॉर्डर एक्शन टीम’ ने (बीएटी) शहीद भारतीय जवानों के शव का अवमान किया है| जम्मू-कश्मीर स्थित पूँछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में नांगी टेकरी की नियंत्रणरेखा पर से २५० मीटर भीतर घुसकर पाकिस्तानी सेना ने की कार्रवाई पर भारत में तीव्र क्रोध उमड़ा है| भारतीय सेना ने, ‘इस कार्रवाई का बदला लिया जायेगा’ ऐसा पाकिस्तान को सुनाया है| वहीं, पाकिस्तानी सेना ने इस बारे में हमेशा की तरह ‘ना’ का सूर अलापकर, ‘हमारे जवानों ने ऐसा कृत्य किया ही नहीं है’ ऐसा दावा किया है|

पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर की नियंत्रणरेखा पर गोलीबारी ते़ज़ कर दी है| इन जगहों पर रॉकेट्स और मॉर्टर्स के हमले करके पाकिस्तानी सेना ने भारत को उकसाया है| इतना ही नहीं, बल्कि पाकिस्तानी सेनाप्रमुख जनरल बाजवा ने पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर की नियंत्रण रेखा स्थित भूभाग की यात्रा करके, ‘कश्मिरी जनता को अपना समर्थन हमेशा रहेगा’ ऐसा कहा था| उनके इस उकसानेवाले बयान की पृष्ठभूमि पर, पाकिस्तानी सेना के जवान और आतंकवादियों का समावेश रहे ‘बीएटी’ ने नांगी टेकरी की नियंत्रणरेखा के करीब २५० मीटर अंदर घुसपैंठ की| यहाँ गोलीबारी करके सेना के २२ सिख रेजिमेंट के नायब सुभेदार परमजित सिंह तथा ‘सीमा सुरक्षा दल’ के (बीएसएफ) हेडकॉन्स्टेबल प्रेम सागर इनकी जान ली| इस मुठभेड़ में ‘बीएसएफ’ के जवान राजेंद्र सिंह घायल हुए हैं|

‘युद्ध के शुरू रहते भी इस तरह से जवानों के शव का अनादर नहीं किया जाता| भारत इस अमानवीय कार्रवाई का उचित जवाब ज़रूर देगा’ ऐसे गिनेचुने शब्दों में रक्षामंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है| ‘इस कार्रवाई का बदला लिया जायेगा, लेकिन इसका समय और वक्त भारतीय सेना निश्‍चित करेगी’ ऐसा सेना ने अपने निवेदन में कहा है|

शहीद जवानों का सिर काटकर पाकिस्तान के ‘बीएटी’ ने उनके शव का अनादर किया| यह खबर सामने आने के बाद देशभर में तीव्र क्रोध की लहर उमड़ी है| भारतीय मीडिया भी इसपर तीखी प्रतिक्रिया दे रही है|

भूतपूर्व सेना अधिकारी और विश्‍लेषक भी पाकिस्तानी सेना के अमानवीय कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं| भारत ने सर्जिकल स्ट्राईक करके पाकिस्तान को अपनी क्षमता का परिचय दिया था| लेकिन एक सर्जिकल स्ट्राईक से पाकिस्तान की अक़्ल ठीकाने आनेवाली नहीं है| इसलिए भारतीय सेना ने लगातार सर्जिकल स्ट्राईक करके पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए, ऐसी माँग भूतपूर्व सेना अधिकारी और विश्‍लेषक कर रहे हैं| उसी समय ‘इस प्रकार के कारनामें करनेवाली पाकिस्तान की सेना असंस्कृत और अनुशासनहीन बन गयी है| इसे ‘सेना’ कहना यानी सेना के अनुशासन का अवमान करना साबित होगा’, ऐसी तीखी प्रतिक्रिया भारत से दी जा रही है|

पाकिस्तानी सेना ने अपने पर लगाये सभी आरोप नकारे होकर, अपनी सेना पूरी तरह से व्यावसायिक है, ऐसा दावा किया| ‘हमारे जवानों से इस प्रकार का कृत्य नामुमक़िन है’ ऐसा कहकर, ‘नियंत्रणरेखा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्षबंदी का उल्लंघन नहीं किया जाता’ ऐसा पाकिस्तानी सेना ने एक निवेदन द्वारा घोषित किया है|

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