बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने ५१३ बार युद्ध विराम का भंग किया

जम्मू: बालाकोट में भारतीय वायुसेना ने हवाई हमला करने के बाद पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर अबतक करीबन ५१३ बार युद्ध विराम का भंग किया है| इन हरकतों को भारतीय सेना से जोरदार जवाब दिया जा रहा है| इस संघर्ष में भारतीय सेना की तुलना में पाकिस्तानी सेना को कम से कम पाच से छह गुना अधिक नुकसान उठाना पडा है| भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी|

बालाकोट हमले, बाद, पाकिस्तानी सेना, ५१३ बार, युद्ध विराम, भंग, जम्मूफरवरी २६ के रोज भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के ‘बालाकोट’ में स्थित आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया था| इस हमलें में अपने पेडों का नुकसान हुआ है, यह कहकर पाकिस्तान ने भारत से हो रहे आरोप ठुकराए थे| लेकिन, इन हवाई हमलों के बाद पाकिस्तान ने की हरकतें अलग ही संकेत दे रही है| बालाकोट में हुए हमले के दुसरे ही दिन पाकिस्तान की वायुसेना ने भारत पर हमला किया था| उसके बाद करीबन डेढ महीनों के समय में जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखापर पाकिस्तानी सेना की आक्रामकता में और भी बढोतरी हुई दिख रही है| इन डेढ महीनों के दौरान पाकिस्तानी सेना ने करीबन ५१३ बार युद्ध विराम का भंग किया है| इस दौरान पाकिस्तानी सेना ने १०० बार भारतीय सीमा पर रियासी क्षेत्र को लक्ष्या करने के लिए मॉर्टर्स एवं तोपों का इस्तेमाल किया है, यह जानकारी भारतीय सेना के लेफ्टनंट जनरल परमजित सिंग इन्होंने दी| शुक्रवार के दिन पाकिस्तानी सेनाने किए हमले में चार लोग जख्मी हुए और इनमें दो बच्चीयों का समावेश है| यह जानकारी देते समय लेफ्टनंट जनरल परमजित सिंग इन्होंने भारत के जवाबी हमले की वजह से पाकिस्तान को काफी बडा नुकसान उठाना पड रहा है, यह स्पष्ट किया| भारतीय सेना ने अपने शहीद सैनिकों की जानकारी जाहीर की जाती है| लेकिन, पाकिस्तान की सेना यह जानकारी उजागर नही करती| फिर भी हमारे सुत्रों से प्राप्त जानकारी के नुसार भारत की तुलना में पाच से छह गुना अधिक सैनिकों को खोना पडा है, ऐसा लेफ्टनंट जनरल सिंग इन्होंने कहा|

बालाकोट हमले, बाद, पाकिस्तानी सेना, ५१३ बार, युद्ध विराम, भंग, जम्मूजम्मू-कश्मीर में आतंकीयों के विरोध में सुरक्षा दलों ने कार्रवाई शुरू करके कुछ जिले दहशतगर्दों से मुक्त होने का ऐलान किया था| फिर भी इन जिलों में सेना की तैनाती बरकरार रहेगी| क्यों की इन जिलों में दुबारा अपनी गतिविधिया शुरू करने का षडयंत्र किया है| लेकिन, भारतीय सेना ऐसा होने नही देगी| दुबारा इन जगहों पर आतंकियों को सीर उठाने का अवसर नही मिलेगा, ऐसा लेफ्टनंट जनरल परमजित सिंग ने कहा|

इस दौरान, पाकिस्तानी सेना से नियंत्रण रेखा पर हो रही गोलीबारी के पीछे आतंकियों को घुसपैठ करने के लिए सहायता करने का षडयंत्र है| लेकिन यह षडयंत्र असफल किया जा रहा है और भारतीय सेना के भारी जवाबी कार्रवाई की वजह से पाकिस्तानी सेना की चौकियां ध्वस्त हो रही है| अगले दौर में इस नियंत्रण रेखा पर ‘धनुष’ तोंप तैनात करने का प्लैन है| इस वजह से भारतीय सेना की धार और भी बढेगी| पाकिस्तान ने भी अपनी नियंत्रण रेखा के निकट लंबी दूरी की तोंप तैनात करने का वृत्त था| इस पृष्ठभूमि पर भारतीय सेना ने यह निर्णय किया दिख रहा है|

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