पाकिस्तान की संसद में भारतविरोधी प्रस्ताव मंजूर

इस्लामाबाद, दि. ७ (पीटीआय) – कश्मीर भारत का अविभाज्य घटक है, यह भारत का दावा ठुकरानेवाला प्रस्ताव पाकिस्तान की संसद ने मंज़ूर कर दिया है| पाकिस्तान की संसद के संयुक्त अधिवेशन में, कश्मीर के साथ पाकिस्तान की विदेश नीति पर चर्चा शुरू है| इस चर्चा में, आतंकवादियों का समर्थन करनेवाली पाकिस्तान की सरकार पर कड़ी आलोचना हो रही है और इस विदेश नीति पर फेरविचार करने की माँग हो रही है| साथ ही, भारत पाकिस्तान को आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एकाकी बनाने में सफल हुआ है, यह बात पाकिस्तान के विपक्षी पार्टी और सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने भी मान ली है|

पाकिस्तान की संसदपाकिस्तान की संसद में यह प्रस्ताव मंजूर हुआ, तब कई संसद सदस्य मौजूद नहीं थे| इसपर कई सदस्यों ने अपनी नारा़ज़गी जताई है| साथ ही, कश्मीर मसला और आतंकवादविरोधी नीति पर सरकार को मिल रही असफलता की विरोधी पार्टी के नेताओं ने कड़ी आलोचना की है| ‘पाकिस्तान पिपल्स पार्टी’ (पीपीपी) के नेता ऐतजाज एहसान ने नवाझ शरीफ सरकार पर ‘हफीज सईद’ इन जैसे ‘नॉन स्टेट ऍक्टर्स’ को खुलेआम घुमने की और भड़काऊ बयानबाज़ी करने की अनुमति दे रही है, इसपर सबका ध्यान खींचा| इस वजह से, ‘पाकिस्तान आतंकवादी देश है’ यह भारत का प्रचार सफल हो रहा है| ऐसे में सारी दुनिया पाकिस्तान के खिलाफ हो गयी है| इससे पाकिस्तान और ज़्यादा संकट में जा रहा है, ऐसी चिंता एहसान ने ज़ाहिर की| भारत की आक्रामक राजनीतिक मुहिम को पाकिस्तानी सरकार क़रारा जवाब नहीं दे रही है, ऐसा आरोप एहसान ने किया|

पीपीपी के नेता शेरी रेहमान ने, नवाझ शरीफ सरकार विदेशी नीति के मामले में पूरी तरह से नाक़ामयाब हुई है, ऐसा आरोप किया| वहीं, सत्ताधारी पार्टी के नेता राणा मोहम्मद अफजल ने, ‘हफीज सईद’ को सरकारद्वारा रक्षा मुहैय्या हुई है, इसपर कड़ी नारा़ज़गी प्रदर्शित की| ‘हफीज सईद’ पाकिस्तान को कौनसा अंडा देता है? ऐसा सवाल राणा मोहम्मद अफजल ने पूछा है| इस एक आदमी की वजह से पाकिस्तान आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनाम हो रहा है| वहीं, पाकिस्तान ने आतंकवादियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान और एकाकी पड़ जायेगा, ऐसी चेतावनी राणा मोहम्मद अफजल ने दी|

इसी दौरान, आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घेरा जा रहा होते समय, यदि कश्मीर मसले का हल नहीं मिला, तो अफगानिस्तान में भी शांति स्थापित होना नामुमक़िन है, ऐसी चेतावनी पाकिस्तान के एक लोकप्रतिनिधि मुशाहिद हुसेन सय्यद ने अमरीका को दी है| कश्मीर में भारत कर रहे तथाकथित ज़ुल्म का मसला प्रस्तुत करने के लिये मुशाहिद हुसेन अमरीका यात्रा पर आये है| उन्होंने कश्मीर मसले पर अमरीका को धमकाया है| अमरीका ढलती जा रही महासत्ता है, कश्मीर मसले पर अमरीका ने पाकिस्तान का साथ नहीं दिया, तो पाकिस्तान रशिया और चीन की सहायता लेगा, ऐसा मुशाहिद हुसेन ने कहा था| इतना ही नहीं, बल्कि यदि अफगानिस्तान में शांति चाहिए, तो उसका मार्ग कश्मीर से होकर जाता है, इन स्पष्ट शब्दों में मुशाहिद हसन ने पाकिस्तान की भूमिका ज़ाहिर की|

अर्थात्, मुशाहिद हुसेन यह कह रहे हैं कि यदि अमरीका ने, कश्मीर मसले का हल पाकिस्तान के पक्ष में निकालने के लिए भारत पर दबाव नहीं डाला, तो पाकिस्तान अफगानिस्तान में शांति स्थापित होने नहीं देगा| पाकिस्तान ने इससे पहले अमरीका को इतने खुले आम ‘ब्लॅकमेल’ नहीं किया था, ऐसा दावा मीडिया द्वारा किया जा रहा है|

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