पाकिस्तानी सेना ने देश चीन को बेचा है – ‘एमक्यूएम’ के प्रमुख अल्ताफ हुसेन का आरोप

लंदन – पाकिस्तान की सेना ने अपना देश ही चीन को बेच दिया है, ऐसा कड़ा आरोप ‘एमक्युएम’ के प्रमुख अल्ताफ हुसेन ने किया है। पाकिस्तानी सेना ने मुहाजिर, बलोच, सिंधी और पश्‍तुन नागरिकों के खिलाफ़ शुरू की हुई कार्रवाई इसी का हिस्सा होने की बात भी हुसेन ने कही है। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान में सिंधी और मुहाजिर गुटों ने पाकिस्तानी स्वतंत्रा दिवस पर ’ब्लैक डे’ मनाया था। बलोचिस्तान की संगठनों ने भी चीन सीपीईसी के माध्यम से हम पर कब्जा करने की कोशिश में जुटा होने के दावे किए हैं।

Pakistan-Army-Chinaपाकिस्तान की सेना और रक्षा यंत्रणाओं पर पंजाबी समाज का प्रभाव है और यह सेना पाकिस्तान का चीनीकरण करके पूरा देश चीन के हाथों में सौंपने की गतिविधियों में जुटी होने का आरोप ‘एमक्युएम’ के प्रमुख अल्ताफ हुसेन ने किया। पंजाबी समाज का प्रभाव होनेवाली सेना ने ग्वादर के साथ बलोचिस्तान का बड़ा हिस्सा चीन को बेच दिया है। बलोच नागरिकों को उनके गांवों से विस्थापित करके उनके घर और जमीन चीन के हवाले किए जा रहे हैं। ग्वादर के साथ अन्य संवेदनशील हिस्सा भी पूरी तरह से चीन के नियंत्रण में है और इस क्षेत्र में पाकिस्तान के सेना अधिकारी भी प्रवेश नहीं कर सकते, इन शब्दों में हुसेन ने पाकिस्तानी सेना को लक्ष्य किया।

कराची शहर के साथ सिंध प्रांत में ही यही बात दोहराई जा रही है, यह दावा ‘एमक्युएम’ के प्रमुख ने किया। चीन की ज़रूरतें पूरी करने के लिए सिंध प्रांत के कराची के साथ कई इलाकों के घर और बाज़ार तोड़ दिए गए हैं और ऐसी जगह चीन के हवाले देना जारी है। ‘एमक्यूएम’ ने इन गतिविधियों का विरोध करने से पाकिस्तानी सेना ने कार्रवाई शुरू की है, यह डालने की कोशिश कर रही है, यह आरोप भी उन्होंने किया।

Pakistan-Army-China‘चायना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडोर’ (सीपीईसी) के माध्यम से चीन की हुकूमत ने पाकिस्तान में अरबों डॉलर्स का निवेश किय है। इसके ज़रिए चीन ने पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह पर पूरी तरह से कब्जा किया है और तभी अन्य इलाकों में भी बड़ी मात्रा में घुसपैठ करना शुरू किया है। बलुचिस्तान प्रांत के प्रमुख शहरों में चीनी नागरिक और अधिकारियों की मौजूदगी बड़ी मात्रा में देखी जा रही है और वह पाकिस्तानी यंत्रणाओं की भी परवाह नहीं करते हैं, यह स्पष्ट करनेवाली कई घटनाएं भी सामने आई हैं।

कुछ दिन पहले पाकिस्तान में चीन के हितसंबंधों पर एवं ‘चायना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडोर’ (सीपीईसी) पर हमले करने के लिए पाकिस्तान के दो बागी संगठन एक हुई थी। उस समय चीन की विस्तारवादी और आक्रामक कार्रवाई की वजह से सिंध और बलोचिस्तान का समान नुकसान हुआ है और ‘सीपीईसी’ परियोजना के आड़ में चीन सिंध के साथ बलोचिस्तान को अपने नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहा है, यह आरोप भी किया गया था। तभी बलोचिस्तान और सिंध में करीबन ९० प्रतिशत जनता को स्वतंत्र बलोचिस्तान और स्वतंत्र सिंधूदेश बनाना है, यह कहकर अमरिकी संसद में इसके लिए आवश्‍यक विधेयक पेश किया जाए, यह निवेदन अल्ताफ हुसेन ने कुछ महीने पहले किया था।

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