’एफएटीएफ’ ने ‘ब्लैक लिस्ट’ करने पर पाकिस्तान का ईरान बनेगा – पाकिस्तान के प्रधानमंत्री

इस्लामाबाद – ‘फायनान्शियनल एक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’ किया तो महंगाई का विस्फोट होगा, अर्थव्यवस्था टूट जाएगी और पाकिस्तान ईरान बन जाएगा, यह ड़र पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने व्यक्त किया है। ऐसा हुआ तो इसके लिए विपक्ष ही ज़िम्मेदार होंगे, यह आरोप इम्रान खान ने लगाया। पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’ करने के लिए भारत कोशिशें कर रहा है और पाकिस्तान का विपक्ष भारत का साथ दे रहा है, यह आरोप इम्रान खान लगाया।

FATF-Pakistanबीते दो वर्षों से पाकिस्तान का समावेश ‘एफएटीएफ’ की ‘ग्रे लिस्ट’ में है। पाकिस्तान ने आतंकियों के खिलाफ़ कार्रवाई नहीं की तो पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’ करने का इशारा ‘एफएटीएफ’ ने दिया है। ‘एफएटीएफ’ ने पाकिस्तान के सामने २७ माँगें रखी थीं। इनमें से १४ माँगें पाकिस्तान ने पूरी की हैं और शेष माँगें पूरी करने के लिए ‘एफएटीएफ’ ने पाकिस्तान को जून महीने की डेडलाईन दी थी। लेकिन, कोरोना वायरस की महामारी की वजह से ‘एफएटीएफ’ की बैठक में समय में बदलाव किया गया था। लेकिन, इससे पाकिस्तान के सामने खड़ा हुआ संकट अभी ख़त्म नहीं हुआ है। अब ‘एफएटीएफ’ की बैठक का दिन करीब आने से पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है और ‘एफएटीएफ’ को दिखाने के लिए पाकिस्तान आतंकियों पर कार्रवाई करने का दिखावा कर रहा है। इसके लिए पाकिस्तान ने ८० से अधिक आतंकी और उनके संगठनों की संपत्ति जब्त करने के आदेश जारी किए हैं।

दो दिन पहले पाकिस्तान की संसद में इम्रान खान ने ऐण्टी मनी लौण्डरिंग और इस्लामाबाद कैपिटल टेरिटरी वक्फ यह दो विधेयक पेश किए थे। ‘एफएटीएफ’ की कार्रवाई से बचने के लिए इन दो विधेयकों का समर्थन करें, यह माँग इम्रान खान ने की थी। लेकिन, इन विधेयकों का ‘एफएटीएफ’ की सूचनाओं से कोई संबंध नहीं है, बल्कि इसका इस्तेमाल इम्रान खान अपने सियासी विरोधकों के खिलाफ़ करेंगे, यह दावा विपक्ष के नेताओं ने किया है। साथ ही पाकिस्तान को ‘एफएटीएफ’ की ‘ब्लैक लिस्ट’ में शामिल करने के लिए कोशिश कर रहे भारत का साथ विपक्ष दे रहे हैं, इस आरोप पर भी विपक्ष के नेताओं ने करारा ज़वाब दिया।

FATF-Pakistanइम्रान खान की गलत नीति के कारण ही पाकिस्तान इन मुश्‍किलों का सामना कर रहा है, ऐसी कड़ी आलोचना विपक्ष के साथ ही पाकिस्तान के माध्यम कर रहे हैं। यदि पाकिस्तान का समावेश ‘ब्लैक लिस्ट’ में हुआ तो अर्थव्यवस्था पटरी पर आने के सभी रास्ते बंद हो जाएंगे, पाकिस्तान के रुपये की बड़ी गिरावट होगी, यह ड़र प्रधानमंत्री इम्रान खान ने व्यक्त किया है। ऐसी स्थिति के लिए अपनी सरकार नहीं बल्की विपक्ष ज़िम्मेदार रहेंगे, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री इम्रान खान ने अपनी ज़िम्मेदारी से दूर भागने की कोशिश की है। एक ओर पाकिस्तान के खिलाफ़ आक्रमक राजनीतिक नीति चलाकर पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करने की कोशिश भारत कर रहा है। तभी, पाकिस्तान की सरकार अपनी चमड़ी बचाने की कोशिश कर रही है, ऐसा अफसोस पाकिस्तानी माध्यम व्यक्त कर रहे हैं।

दो दिन पहले ही भारत ने पुलवामा के हमले की जाँच पूरी करके १३ हज़ार से अधिक पन्नों का आरोप पत्र तैयार किया है और इसमें पाकिस्तान में मौजूद इस हमले के साज़िशकर्ताओं पर कार्रवाई करने की माँग की गई है। साथ ही इस मामले में लाखों रुपयों का अवैध हस्तांतरण होने की बात भी इस आरोप पत्र में दर्ज़ की गई है। यह सबकुछ भारत ने पाकिस्तान को ‘एफएटीएफ’ की ‘ब्लैक लिस्ट’ में शामिल करने के लिए किया है, ऐसी चर्चा पाकिस्तान के माध्यमों में हो रही है। भारत की इस मुहीम को सफलता प्राप्त होगी और वास्तव में पाकिस्तान ‘ब्लैक लिस्ट’ होगा, ऐसा ड़र पाकिस्तान के कुछ विश्‍लेषकों ने भी व्यक्त किया है। ऐसे दौर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अपनी नाकामी का ठिकरा दूसरे के सीर पर फोड़ने में लगे होने का कड़ा आरोप पाकिस्तान के कुछ ज़िम्मेदार पत्रकारों ने किया है।

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