कश्‍मीर के लिए सीधे भारत पर हमला करें पाकिस्तान – ‘पीओके’ के प्रधानमंत्री की माँग

मीरपुर – ‘पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने उनकी विद्यमान भूमिका बरकरार रखीं, तो अगले ७०० वर्ष भी कश्‍मीर की आज़ादी का सपना पूरा नहीं हो सकेगा। इस कारण इम्रान खान अब बयानबाज़ी करने के बज़ाय सीधे भारत पर हमलें करें’, यह माँग पाकिस्तानव्याप्त कश्मीर (पीओके) के प्रधानमंत्री राजा फारुक हैदर ने की है। भारत ‘पीओके’ समेत गिलगित-बाल्टिस्तान पर कब्ज़ा करने के लिए हमला करने की तैयारी में है, ऐसी चर्चा बड़े ज़ोरों से पाकिस्तान में शुरू हुई है। इस पृष्ठभूमि पर, ‘पीओके’ के प्रधानमंत्री ने की हुई यह माँग यानी केवल अपना अस्तित्व बनाये रखने के लिए शुरू कोशिश दिख रही है।

पाकिस्तान की सेना और कुख्यात गुप्तचर संगठन ‘आयएसआय’ के हाथ की कठपुतली होनेवाले राजा फारुक हैदर ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान की जमकर कड़ी आलोचना की है। ‘इम्रान खान प्रतिक्रिया के तौर पर खोख़ली बयानबाजी करना बंद करें और सीधे कार्रवाई करें’, यह माँग हैदर ने की है। साथ ही, भारत ने यदि ‘गिलगित बाल्टिस्तान’ के मौसम की जानकारी प्रदान करना शुरू किया है, तो फिर पाकिस्तान भी नई दिल्ली के मौसम का ब्योरा दें, ऐसा हास्यास्पद बयान हैदर ने किया है।

भारत ने जम्मू-कश्‍मीर को विशेष दर्ज़ा देनेवाली धारा ३७० हटाई है। उसके बाद कश्‍मीर के संदर्भ में पाकिस्तान की सरकार काफ़ी आक्रामक निर्णय करेगी, यह उम्मीद पाकिस्तान के चरमपंथी व्यक्त कर रहे थे। लेकिन, संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा में कश्‍मीर के मुद्दे पर भाषण देने के अलावा इम्रान खान और कुछ भी नहीं कर सके हैं। उनकी अक्षमता की वज़ह से भारत ने जम्मू-कश्‍मीर पर अपनी पकड़ और भी मज़बूत की है और अब भारत ‘पीओके’ समेत गिलगित-बाल्टिस्तान पर भी कब्ज़ा करने की तैयारी में जुटा है, ऐसा अफ़सोस पाकिस्तान के सिर्फ चरमपंथी ही नहीं, बल्कि आतंकी संगठनों के नेता भी व्यक्त करने लगे हैं। कुछ दिन पहले ही हिज़बुल मुज़ाहिद्दीन का सरगना सय्यद सलाउद्दीन ने, ‘दुश्‍मन का पलड़ा भारी हैं’, इन शब्दों में अपनी बेबसी की कबुली दी थी। लेकिन उसीके साथ, पाकिस्तान सरकार की बेजान नीति इसके लिए ज़िम्मेदार होने का आरोप भी सलाउद्दीन ने किया था।

आतंकी हमले का झूठा आरोप करके भारत किसी भी पल ‘पीओके’ पर हमला करेगा, यह चेतावनी इम्रान खान ने आंतर्राष्ट्रीय समुदाय को दी थी। यदि, इसमें सच्चाई होगी, तो भारत के हमले का मुकाबला करने के लिए इम्रान खान ने क्या तैयारी की है, यह बयान करें, ऐसे शब्दों के साथ पाकिस्तान के माध्यम तीखी आलोचना कर रहे हैं। भारत की आक्रामक राजनयिक एवं लष्करी नीति के सामने पाकिस्तान पूरी तरह से निष्प्रभ साबित हुआ है और इस नाकामी की ज़िम्मेदारी इम्रान खान ने स्वीकारनी होगी, यह बात इस देश के भूतपूर्व लष्करी अफ़सर करने लगे हैं। पाकिस्तान की सेना भी इम्रान खान पर आत्यंतिक नाराज़ होकर, राजा फारूक हैदर जैसे, पाकिस्तानी सेना की कठपुतली माने जानेवाले नेता एवं अन्य चरमपंथी जो इम्रान खान की आलोचना कर रहे हैं, उससे यह नाराज़गी ही सामने आ रही हैं।

राजा फारूक हैदर हालाँकि प्रधानमंत्री इम्रान खान से भारत पर हमला करने की माँग कर रहें हैं, लेकिन असल में उन्होंने इम्रान खान पर हमला किया है, यही दिखाई दे रहा है। क्योंकि पाकिस्तान की रणनीति लोकनियुक्त सरकार नहीं, बल्कि इस देश की सेना ही तय करती रही है। पाकिस्तान की सियासत का थोड़ा भी ज्ञान रखनेवालें यह बात जानते हैं। ऐसी स्थिति में हैदर ने प्रधानमंत्री इम्रान खान से यह माँग करके यह दिखावा खड़ा करने की कोशिश की हैं कि पाकिस्तान की सेना लोकनियुक्त प्रधानमंत्री के आदेश पर काम करती है। इस समय हैदर पाकिस्तानी सेना का बचाव करने में जुटे होने की बात भी सामने आ रही है।

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