‘ईरान के जवानों पर हुए आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान ज़िम्मेदार’ : ईरान के विदेशमंत्रालय की तीव्र आलोचना

तेहरान, दि. २८ : ‘आतंकवाद के खिलाफ शुरू किये मोरचे में शामिल होनेवाले देश अपनी ही सीमा में आतंकवादियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते, इसका जवाब दें’, ऐसी माँग करते हुए ईरान ने पाकिस्तान को खरी खरी सुनायी है| ईरान के विदेशमंत्रालय ने, ‘पाकिस्तान अपने देश में आतंकवादियों पर की जानेवाली कार्रवाई के बारे में स्पष्टीकरण दें’, ऐसी फटकार लगाई है| पाकिस्तान से सटी सीमारेखा पर आतंकवादी हमले में अपने १० जवानों के मारे जाने के बाद, ईरान द्वारा ऐसी संतप्त प्रतिक्रिया आयी हैं, जिसमें इस हमले के लिए पूरीतरह पाकिस्तान ज़िम्मेदार है, ऐसा इल्ज़ाम ईरान ने रखा है|

पाकिस्तान ज़िम्मेदार’ गुरुवार को ईरान के ‘सीमा सुरक्षा बल’ के १० जवानों की आतंकवादियों ने हत्या की| ईरान के ‘सिस्तान बलुचिस्तान’ प्रान्त के ‘मिरजावेह’ इस शहर में हुए इस हमले के बाद आतंकवादियों ने सीमारेखा लांघते हुए पाकिस्तान में पलायन किया था| ‘जैश अल-अद्ल’ इस पाकिस्तान में बसे आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी का स्वीकार किया है|

ईरान में सरकारविरोधी कारनामों के लिए यह आतंकी संगठन पहचाना जाता है| साथ ही, सीमारेखा पर नशीली दवाइयों की तस्करी में भी यह आतंकी संगठन शामिल है| इससे पहले भी इस आतंकी संगठन ने ईरान की सीमा पर तैनात जवानों पर हमलें करते हुए पाकिस्तान में पलायन किया था| लेकिन इस बार ईरान सरकार ने सीमारेखा पर हुए हमलों के लिए सीधे पाकिस्तान को ही ज़िम्मेदार ठहराया है| ईरान के जवानों की मौत की ज़िम्मेदारी पूरी तरह पाकिस्तान सरकार की ही होने का आरोप ईरान के विदेशमंत्रालय ने किया है|

पाकिस्तान देश भीतरी आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करने से मुकर रहा है| इसीलिए सीमारेखा पर ईरान के जवानों पर हुए हमलों के लिए पाकिस्तान ज़िम्मेदार है’ ऐसा इल्ज़ाम ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ‘बहराम कासेमी’ ने लगाया| ‘पाकिस्तान अपनी ही सीमारेखा पर के आतंकवादी संगठनों की ओर अनदेखा कर रहा है’ ऐसी आलोचना कासेमी ने की| साथ ही, पाकिस्तान अपनी ज़िम्मेदारी का स्वीकार करते हुए इन आतंकी संगठनों पर कठोर कार्रवाई करें, ऐसी माँग भी कासेमी ने की|

ईरान के विदेशमंत्री ने भी, सीमा पर ईरानी जवानों पर हुए हमलों के बारे में आक्रामक नीति अपनाते हुए, इन आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करने की घोषणा की है| वहीं, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ को फोन कर, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों से ईरान की सुरक्षा को निर्माण हुए ख़तरे पर चिंता जताई| पाकिस्तानी सरकार और सेना इन आतंकवादी संगठनों पर उचित कार्रवाई करेंगे, ऐसी उम्मीद ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने व्यक्त की।

पाकिस्तान की सीमारेखा सबसे असुरक्षित होने का आरोप ईरान कर रहा है| पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमारेखा पर के आतंकवादियों को रोकने के बारे में ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही, ऐसा इल्ज़ाम ईरान ने लगाया होकर, इस बारे में पाकिस्तान के राजदूत को समन्स भेजे हैं|

इसी दौरान, पाकिस्तान आतंकवादियों के कारनामों को नज़रअंदाज़ कर रहा है, ऐसा आरोप करके ईरान ने तीखी आलोचना की दिखाई दे रही है| सौदी अरेबिया प्रणित ३९ देशों के आतंकवादविरोधी मोरचे में पाकिस्तान शामिल हो चुका है, जिसका नेतृत्व पाकिस्तान के भूतपूर्व सेनाप्रमुख राहिल शरीफ कर रहे हैं| इस तरह आतंकवादविरोधी मोरचे में शामिल हुआ देश ही अपने भूभाग में रहनेवाले आतंकियों को रोकने में कैसे विफल हो रहा है, ऐसा सवाल ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने किया है| यह सौदी अरेबिया प्रणित मोरचा आतंकवाद के खिलाफ नहीं, बल्कि ईरान के खिलाफ है, ऐसा आरोप ईरान ने इससे पहले ही किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.