जाधव को वकीलों की सहायता देने के लिए पाकिस्तान तैयार

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की सूचना के बाद पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को कानुनी सहायता देने की तैयारी दिखाई है| इससे जुडी कार्रवाई जल्द ही पूरी करने की बात पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कही है| इससे पहले लगातार बिनती करने के बावजूद पाकिस्तान ने जाधव को वकीली सहायता देने की भारत की मांग ठुकराई थी| लेकिन, अब अपने कानून में ही प्रावधान होने का बताकर पाकिस्तान खुद का बचाव करने की कोशिश में है|

कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान के लष्करी न्यायालय ने सुनाई फांसी की सजा पर पुनर्विचार करने की सूचना अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने की थी| इस बारे में निकाल देते समय अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने जाधव को वकीली सहायता देने से इन्कार करके ‘वियन्ना समझौते’ का उल्लंघन किया है, यह आरोप रखा गया था| ऐसा होते हुए भी पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने अपने पक्ष में निर्णय करने का दावा करना शुरू किया है| साथ ही इस निर्णय पर भारत से व्यक्त हो रहा संतोष बेमतलब होने की आलोचना पाकिस्तान के नेता और माध्यम कर रहे है| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का निर्णय पाकिस्तान के पक्ष में होने का दावा किया था|

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भारत का पक्ष रखनेवाले वकील हरिश साळवे ने पाकिस्तान से हो रहे दावे अपनी खुदकी लाज रखने के लिए होने की बात स्पष्ट की है| कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी और उन्हें हुई सजा का मामला अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अधिकार में आता ही नही, ऐसा दावा पाकिस्तान कर रहा था| लेकिन, न्यायालय ने पाकिस्तान का यह दावा ठुकराया और इस मामले में निर्णय किया है, इस ओर साळवे ने ध्यान आकर्षित किया| साथ ही जाधव को वकीली सहायता प्राप्त होने पर पाकिस्तान का मजाक उडाया जाएगा, यह विश्‍वास साळवे ने व्यक्त किया|

जबरन जाधव से लिए गए कबुली जवाब के अलावा पाकिस्तान के हाथ में उनके विरोध में अन्य कोई भी सबुत नही है| यदी, उस देश के पास ऐसे सबुत होते तो वह सबुत पाकिस्तान से पहले ही पेश किए गए होते| लेकिन, अब सीर्फ पाकिस्तान की पोलखोल होना शेष है, यह विश्‍वास साळवे ने व्यक्त किया| कुलभूषण जाधव को अपनी यंत्रणा ने बलुचिस्तान में गिरफ्तार किया, यह दावा पाकिस्तान कर रहा है| साथ ही जाधव भारत के लिए जासूसी कर रहे थे और उन्होंने पाकिस्तान में आतंकी हरकतें की थी, यह दावा पाकिस्तान कर रहा था| लेकिन, यह आरोप साबित करने के लिए आवश्यक सबुत पाकिस्तान आज तक पेश नही कर सका है|

अपने निजी व्यवसाय के लिए ईरान पहुंचे जाधव को आतंकी संगठनों ने अगवाह करके पाकिस्तान के हाथ सौप दिया है, यह आरोप भारत ने रखा है| जर्मनी के राजनयिक अधिकारी ने भी भारत के इस दावे का समर्थन किया था| इसी कारण जाधव को पुख्ता कहा और कैसे गिरफ्तार किया, इससे जुडा ब्यौरा देने से पाकिस्तान दूर रह रहा है| लेकिन, अगले दिनों में कुलभूषण जाधव के वकील इससे जुडे सभी सवाल उपस्थित कर सकेंगे| इसी लिए अगले दिनों में पाकिस्तान को इस मामले में काफी अपमान सहन करना होगा, यह इशारा हरिश साळवे ने दिया है|

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