‘आंतर्राष्ट्रीय अदालत में पाकिस्तान की हार नहीं हुई’ : पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहगार का दावा

इस्लामाबाद, दि. २० : कुलभूषण जाधव मामले में आंतर्राष्ट्रीय अदालत में फटकार मिलने के बाद भी पाकिस्तान ने अपनी अड़ियल भूमिका नहीं छोडी है| जाधव को क़ानूनी सहायता देने के आदेश आंतर्राष्ट्रीय अदालत ने नहीं दिए हैं, ऐसा दावा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताझ अझिज ने किया है| साथ ही, इस मामले में पाकिस्तान की हार हुई है ऐसा मानना ग़लत होगा, ऐसा कहते हुए अझिज ने अपने सरकार की आबरू बचाने की कोशिश की है|

पाकिस्तान की मिडिया, पत्रकार, विश्‍लेषक, पूर्व राजनैतिक और सेना अधिकारीयों के साथ ही, विरोधी पक्ष नेता इम्रान खान और पूर्व राष्ट्रपती परवेझ मुशर्रफ ने आंतर्राष्ट्रीय अदालत से आये फ़ैसले पर प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ की कड़ी आलोचना शुरू की है| ‘पाकिस्तान की सरकार नालायक है और प्रधानमंत्री शरीफ ने भारत के साथ हात मिलाकर पाकिस्तान को मुँह के बल गिराया है’ ऐसा इल्ज़ाम इन सभी की ओर से लगाया जा रहा है| इससे प्रधानमंत्री शरीफ सभी ओर से घिर चुके हैं और उनका बचाव करने के लिए सलाहकार सरताझ अझिज आगे आये होकर, ‘जाधव मामले में पाकिस्तान की हार नहीं हुई है, बल्कि आंतर्राष्ट्रीय अदालत ने केवल अंतरिम आदेश दिया है’ इसपर उन्होंने ग़ौर फ़रमाया|

साथ ही, पाकिस्तान के लिए इस आदेश का पालन करना अनिवार्य नहीं है, ऐसा कहते हुए अझिज ने अपनी सरकार की हो रही आलोचना की धार कम करने की कोशिश की है| इसी के साथ, आंतर्राष्ट्रीय अदालत ने जाधव को क़ानूनी सहायता देने के आदेश नहीं दिये हैं, केवल जाधव की सज़ा को अदालत ने स्थगिती दी है, ऐसा दावा अझिज ने किया है|

साथ ही, आंतर्राष्ट्रीय अदालत की ओर से ऐसे आदेश दिए जाते हैं, इनमे कुछ भी नया नहीं है, ऐसा भी अझिज ने कहा| वहीं, पाकिस्तान के अंतर्गत सुरक्षा मंत्री चौधरी निसार अली खान ने, कुलभूषण जाधव को लष्करी अदालत ने सुनाई सजा पर अमल किया जायेगा, ऐसा दावा किया है|

प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ की सरकार की ओर से इस तरह के दावे किए जा रहे हैं, इसके बावजूद भी पाकिस्तान के पूर्व राजनैतिक और सेना के अधिकारी तथा विश्‍लेषक भी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं हैं| पाकिस्तान की सरकार ने आंतर्राष्ट्रीय अदालत में उपस्थित रहने से इन्कार करना चाहिए था| यह गलती करके पाकिस्तान सरकार ने खुद का ही मज़ाक बनाया है| आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की आबरू मिट्टी में मिल चुकी है| आंतर्राष्ट्रीय अदालत का फैसला हम नही मानेंगे, ऐसा कहकर पाकिस्तान अपना पल्लू नहीं झाड सकता| अगर ऐसा किया, तो इसके विपरित परिणाम होंगे, ऐसी चेतावनी विश्‍लेषक दे रहे हैं| इसी दौरान, आंतर्राष्ट्रीय अदालत ने जाधव के मामले में सुक़ून देनेवाला फैसला सुनाने के बावजूद भी, जाधव के मामले में भारत को सता रही चिंता अभी भी दूर नहीं हुई है| क्योंकि पाकिस्तान ने अभी भी, कुलभूषण जाधव को कहाँ और किस हालात में रखा है, इस बात का खुलासा नहीं किया है, ऐसा भारत के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता गोपाळ बागले ने कहा है|

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