पाकिस्तान यह तालिबान का ‘दूसरा घर’ – तालिबान के प्रवक्ता की सार्वजनिक कबूली

pakistan-taliban-other-home-2काबुल – पाकिस्तान यह तालिबान का दूसरा घर है, ऐसा तालिबान के प्रवक्ता ने घोषित कर दिया। अपने इस दूसरे घर में कुछ भी विपरीत नहीं होने देंगे, ऐसा यकीन भी तालिबान का प्रवक्ता झबिहुल्ला मुजाहिद ने दिलाया। पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में मुजाहिद ने किया हुआ यह दावा पाकिस्तान को मुश्किल में डालनेवाला साबित हो रहा है। तालिबान की पाकिस्तान के साथ नज़दीकी यह अन्तर्राष्ट्रीय आलोचना का तथा पाकिस्तान के बुद्धिमानों की चिंता का विषय बना है। पाकिस्तान की धार्मिक-शैक्षणिक संस्थाओं पर तालिबान के झंडे लहराए जा रहे हैं। इससे पाकिस्तान का तालिबानीकरण होने लगा है ऐसा सामने आ रहा होकर, इसके संगीन परिणाम भी सामने आ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में झबिहुल्ला मुजाहिद ने, पाकिस्तान तालिबान का दूसरा घर है ऐसा कहकर सनसनी मचाई है।

पिछले हफ्ते में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद उसका जल्लोष पाकिस्तान में मनाया गया। पाकिस्तानी गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ के प्रमुख हमिद गुल का एक पुराना वीडियो इस उपलक्ष्य में पाकिस्तानी माध्यमों में प्रकाशित हुआ था। पाकिस्तान अमरीका को अफगानिस्तान में अमरीका की ही सहायता से परास्त करेगा, ऐसा गुल ने कहा था। उसका हवाला देकर तालिबान की इस विजय के पीछे पाकिस्तान ही होने के दावे छाती ठोककर किए जा रहे थे। साथ ही, अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय तालिबान की हुकूमत को मान्यता दें, इसके लिए पाकिस्तान की सरकार जानतोड़ कोशिश कर रही है।

एक तरफ तालिबान के साथ संबंध नकारनेवाली पाकिस्तान की सरकार, दूसरी तरफ तालिबान की हर संभव सहायता कर रही है, इसपर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गौर फरमाया जा रहा है। तालिबान को हथियार, पैसा और लष्करी सहायता प्रदान करनेवाले पाकिस्तान को लेकर पश्चिमी देशों में असंतोष निर्माण हुआ है। ऐसी परिस्थिति में झबिहुल्ला मुजाहिदी ने, पाकिस्तान के ही न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू देकर इस देश की पोल खोल दी।

pakistan-taliban-other-home-1पाकिस्तान को दूसरा घर बताकर तालिबान ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश की घेराबंदी की होने की नाराज़गी पाकिस्तानी नेता, विश्लेषक ज़ाहिर कर रहे हैं। साथ ही, अफगानिस्तान पर कब्ज़ा करने के बाद तालिबान पाकिस्तान की रक्षा यंत्रणाओं पर हमले करनेवाले तेहरिक-ए-तालिबान के आतंकियों पर कार्रवाई करेगा, ऐसी उम्मीद पाकिस्तान में ज़ाहिर की जा रही थी। इसके लिए पाकिस्तान ने ‘तेहरिक’ के मोस्ट वॉंटेड आतंकियों की सूची तालिबान को दी थी। लेकिन उन पर कार्रवाई करने से इन्कार करके तालिबान ने पाकिस्तान को औंधे मुंह गिराया है, ऐसी आलोचना हो रही है।

साथ ही, तालिबान के प्रवक्ता ने ओसामा बिन लादेन किस संदर्भ में किया बयान भी पाकिस्तान के कुछ राजनीतिक विश्लेषकों को चिंता में डाल रहा है। अल कायदा का प्रमुख ओसामा बिन लादेन ने अमरीका पर ९/११ का हमला किया इसका कोई भी सबूत नहीं है , ऐसा मुजाहिद ने कहा। इसे यही स्पष्ट हो रहा है कि अल कायदा और लादेन के संदर्भ में २० साल पहले अपनाई भूमिका पर तालिबान आज भी अडिग है । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने साल भर पहले देश की संसद में, ओसामा बिन लादेन शहीद होने का बयान किया था।

इन सारी बातों की दखल अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय ले रहा है। ख़ासकर पाकिस्तान के तालिबान के साथ बने सहयोग पर अमरीका की वक्रदृष्टि पड़ी है और जल्द ही इसके परिणाम पाकिस्तान को भुगतने पड़ेंगे, ऐसी चेतावनी विश्लेषक दे रहे हैं। अमरीका के पूर्व लष्करी और राजनीतिक अधिकारी पाकिस्तान को सबक सिखाने की माँग खुलेआम करने लगे हैं। क्योंकि अफगानिस्तान में अमरीका के विरोध में तालिबान को मिली सफलता के पीछे पाकिस्तान का विश्वासघात है, ऐसा अमरीका के पूर्व लष्करी और राजनीतिक अधिकारियों का कहना है। तालिबान के प्रवक्ता ने अपने ‘दूसरे घर’ की जानकारी सार्वजनिक करके इस आरोप की पुष्टि की दिख रही है।

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