जम्मू-कश्मीर में अस्थिरता फैलाने के लिए पाकिस्तान की साजिश – राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने रखा आरोप

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में अराजकता फैलाने के लिए पाकिस्तान ने २३० आतंकी तैयार किए है| इनमें से कुछ लोगों ने नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की है और उन्हें पाकिस्तान से प्राप्त हो रहे संदेश पकडने में भारत को कामयाबी मिली है, ऐसा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल ने कहा है| जम्मू-कश्मीर में सेब के ट्रक्स खुलेआम कैसे घुम सकते है? यह ट्रक्स आप रोकते क्यो नहीं? यह काम आप नही कर सकते है तो आपके लिए चुडियां भेजी जाएगी, ऐसा पाकिस्तान के नियंत्रक इन आतंकियों को कह रहे है, यह जानकारी डोवल ने दी| साथ ही कश्मीर संबंधी पाकिस्तान से दिखाई जा रही भावुकता यानी सीर्फ दिखावा होने की आलोचना उन्होंने की|

जम्मू-कश्मीर की जनता धारा ३७० हटाने के निर्णय का समर्थन कर रही है| कुछ अलगाववादियों को छोडे तो पूरी जनता इस निर्णय के साथ घडी है, यह विश्‍वास डोवल ने व्यक्त किया| धारा ३७० हटाने पर हमें अधिक अवसर प्राप्त होंगे, रोजगार मिलेगा यह भरोसा जम्मू-कश्मीर की जनता को हुआ है| लेकिन, कुछ अलगाववादी इस निर्णय का विरोध करके पूरी जनता इस निर्णय के विरोध में होने के दो कर रहे है| लेकिन, इसमें सच्चाई नही है| बल्कि अधिकांश कश्मीरी इस निर्णय के पक्ष में खडे है, यह दावा अजित डोवल ने किया| साथ ही पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में अरजकता और अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है, इसके सबुत अपने हाथ लगे है, यह बात भी डोवल ने स्पष्ट की|

पाकिस्तान ने करीबन २३० आतंकीयों की जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कराने के लिए तैयारी की थी| इनमें से कुछ आतंकियों को घुसपैठ करने में कामयाबी मिली है| इन्हें संदेश देने के लिए पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के निकट करीबन २० किलोमीटर दूरी पर ‘कम्युनिकेशन टॉवर’ बनाए है|

इसके जरिए वह जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करनेवाले आतंकियों को संदेश पहुंचा रहा है और यह संदेश पकडने में भारतीय यंत्रणा को कामयाबी प्राप्त होने की जानकारी डोवल ने दी| जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने का काम पूरा नही किया तो तुम्हारे लिए चुडियां भेजेंगे, ऐसा इन आतंकियों के पाकिस्तान में छिपे नियंत्रक कह रहे है, इसकी जानकारी डोवल ने दी|

पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर की जनता से कुछ भी लेनादेना नही है| उनका इस्तेमाल करके यहां पर अशांति फैलाना यही पाकिस्तान का उद्देश्य है| भारत ने जम्मू-कश्मीर को अपने संघराज्य का हिस्सा करने पर पाकिस्तान ने वर्ष १९५० में इस निर्णय पर आपत्ति जताई नही थी| लेकिन, वर्ष १९८१ से जम्मू-कश्मीर को प्रदान किए गई धारा ३७० का आधार लेकर पाकिस्तान ने ऑपरेशन टोपैक शुरू किया था| इसके लिए अफगान मुजाहिदीओं को हथियार प्रदान करके पाकिस्तान ने उनका इस्तेमाल शुरू किया और इस समस्या को धार्मिक रंग दिया, इस ओर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने ध्यान आकर्षित किया| पाकिस्तान के ऐसी हरकतों से कश्मीर में अबतक ४२ हजार लोगों की मौत हुई है, यह जानकारी देकर ‘एनएसए’ ने पाकिस्तान पर तीखी आलोचना की|

भारत ने कश्मीर संबंधी किए निर्णय के बाद पाकिस्तान में खलबली मची है| क्यों की कश्मीर संबंधी पाकिस्तान ने अपनी जनता को दिखाए छुठे सपने अब टुट चुके है, यह फटकार भी डोवल ने लगाई है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.