हमास के आतंकियों को पाकिस्तानी सेना ने प्रशिक्षित किया – पाकिस्तान के पूर्व राजदूत ने पोल खोली

Hamas-pakistan-armyइस्लामाबाद – ‘गाज़ापट्टी का आंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन हमास को पाकिस्तान की सेना प्रशिक्षित कर रही है। पाकिस्तानी सेना की कमांडो युनिट आज भी गाज़ा में तैनात है’, ऐसा सनसनीखेज़ दावा पाकिस्तान के पूर्व राजदूत राजा ज़फर उल हक ने किया है। साथ ही इसके आगे भी इस्रायल विरोधी जंग में पाकिस्तान हमास की सहायता करता रहेगा, यह ऐलान भी राजा ज़फर ने एक कार्यक्रम के दौरान किया। कुछ दिन पहले पाकिस्तान के सत्तापक्ष के नेता ने देश की संसद में इस्रायल के खिलाफ धर्मयुद्ध शुरू करने का एवं इसमें स्वयं शामिल होने का ऐलान किया था।

‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़’ पार्टी के नेता और कुछ समय तक इजिप्ट में राजदूत रहे राजा ज़फर का एक वीडियो फिलहाल काफी चर्चा में है। इस वीडियो में राजा ज़फर ने गाज़ा की हमास और पाकिस्तानी सेना के सहयोग की जानकारी सार्वजनिक की। राजनीतिक अधिकारी होते हुए पैलेस्टिन लिबरेशन ऑर्गनायज़ेशन यानी मौजूदा वेस्ट बैंक की फताह इस पैलेस्टिनी पार्टी के सहसंस्थापक अबू जिहाद से मुलाकात होने का दाखिला राजा ज़फर ने दिया।

Hamas-pakistan-army-02-300x225‘वर्ष १९८१ में अबू जिहाद से अपनी मुलाकात हुई थी। जब-जब भी इस्रायल के साथ संघर्ष होता है तब-तब पाकिस्तानी सेना द्वारा प्रशिक्षित हमास के चरमपंथी मोर्चे पर आगे रहते हैं और वीरता के साथ संघर्ष करते हैं, यह बात अबू जिहाद ने साझा की थी। पाकिस्तानी सेना ने हमास के चरमपंथियों को प्रशिक्षित किया था, आज भी कर रहे हैं और आगे भी करती रहेगी’ ऐसा राजा ज़फर ने कहा। साथ ही पाकिस्तानी सेना के कमांडो युनिट का अड्डा भी गाज़ा में होने का दावा राजा ज़फर ने किया।

राजा जफर के इस दावे की पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन, बीते महीने इस्रायल के साथ संघर्ष जारी था तब हमास का कमांडर खालेद मेशाल ने वीडियो संदेश में पाकिस्तान ने सेना नेतृत्व एवं परमाणु वैज्ञानिकों को इस संघर्ष में सहायता करने का आवाहन किया था।

Hamas-pakistan-army-01-300x225पाकिस्तान के कुछ धार्मिक नेताओं ने इस्रायल के विरोध में नारे लगाकर हमास की सहायता के लिए घोड़े पर सवार होकर दौड़ लगाने का आवाहन किया था। पाकिस्तान की संसद में हमास की जंग में पाकिस्तान भी शामिल हो, यह माँग रखी गई थी। प्रधानमंत्री इम्रान खान की पार्टी की नेता अस्मा कादिर ने तो इस्रायल के विरोध में धर्मयुद्ध शुरू करें और इस सुचि में सबसे पहले हमारा नाम शामिल करें, यह निवेदन किया था।

इसी बीच पाकिस्तान की सेना और गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ आतंकियों को तैयार करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुख्यात है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने मोस्ट वॉन्टेड़ घोषित किए गए सौ में से लगभग ३० आतंकी पाकिस्तान में छुपे होने का दावा किया जा रहा है। इसके अलावा भारत विरोधी गतिविधियाँ कर रहे लश्‍कर-ए-तोयबा और जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन पाकिस्तान के समर्थन से ही काम कर रहे हैं। लेकिन, अब हमास के साथ पाकिस्तान का संबंध जुड़ा होने की बात नए से सामने आने से पाकिस्तान की आतंकी छवि अधिक स्पष्ट रूप से विश्‍व के सामने आ रही है।

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