जासूसी मामला : पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय के छह राजनीतिक अधिकारियों की वापसी

नवी दिल्ली, दि. २ (वृत्तसंस्था) – जासूसी के इल्ज़ाम और दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव की पार्श्‍वभूमि पर, भारत स्थित पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय के छह राजनीतिक अधिकारियों ने बुधवार को भारत छोड़ा होने की ख़बर है| पिछले हप्ते पाकिस्तान का एक राजनीतिक अधिकारी पाकिस्तानी खुफ़िया संस्था ‘आयएसआय’ के लिए जासूसी करते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया था| उसकी पूछताछ में, पाकिस्तान के लिए जासूसी करनेवाले अन्य चार राजनीतिक अधिकारियों के नाम सामने आए थे| इस पृष्ठभूमि पर, इन चार अधिकारियों को भी वापस बुलाने के बारे में पाकिस्तान सरकार सोच रही है, ऐसी खबर पाकिस्तानी मीडिया ने दी थी|

Indian government- उच्चायुक्तालय

फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच काफी तनाव का माहौल है| उरी में भारतीय लष्कर के बेस पर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था| इसके बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राईक करके ‘पीओके’ में आतंकवादियों के सात ठिकानों को ध्वस्त करते हुए चालीस आतंकवादियों को मार गिराया गया था| इसके बाद पाकिस्तान लष्कर की ओर से सीमा पर लगातार गोलीबारी जारी है| इस हमले को भारतीय सेना भी क़रारा जवाब दे रही है| इस वजह से दोनों देशों के बीच तनाव चरमसीमा तक पहुँच चुका है और ऐसे में ही, भारत स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्तालय में जासूसी के रॅकेट का पर्दाफाश होने के बाद तनाव में और भी बढ़ोतरी हुई है|

जासूसी मामले में रंगेहाथ पकड़े गये मेहमूद अख्तर इस पाकिस्तानी राजनीतिक अधिकारी को भारत से निष्कासित किया गया था| लेकिन पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय के और अधिकारी इसमें शामिल हैं, ऐसा सामने आया है| इनमें से चार लोगों के नाम अख्तर की पूछताछ के दौरान सामने आये हैं| यह बयान मीडिया में सार्वजनिक होने की वजह से, भारत में इन अधिकारियों की सुरक्षा को ख़तरा बढ़ा है, ऐसा दावा पाकिस्तानी मीडिया ने किया था| इन अधिकारियों को वापस बुलाने के बारे में पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय सोच रहा है ऐसा पाकिस्तानी मीडिया ने कहा था|

लेकिन इन अधिकारियों के अलावा और दोन अधिकारियों ने बुधवार को अपने परिवार के साथ भारत छोड़ा है ऐसी खबर है| पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय की ओर से इस संदर्भ में फिलहाल पुष्टी नहीं की गई है| लेकिन ‘भारत हमारे राजनीतिक अधिकारियों को धमकाकर ब्लॅकमेल कर रहा है| ऐसे माहौल में काम करना पाकिस्तानी अधिकारियों के लिए आसान नहीं है| इस वजह से राजनीतिक अधिकारियों ने वापस जाने का निर्णय लिया गया है’ ऐसा दावा पाकिस्तान के उच्चायुक्तालय के सूत्रों ने किया|

इसी दौरान, जासूसी मामले में अपने अधिकारियों को वापस बुलाकर अपनी आबरू बचाने का प्रयास पाकिस्तान सरकार कर रही है ऐसा दिखाई दे रहा है| इससे पहले, बांगलादेश और श्रीलंका स्थित पाकिस्तान के दूतावासों के राजनीतिक अधिकारियों ने भी अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया ऐसा सामने आया था| भारत ने अख्तर को निष्कासित करने के बाद पाकिस्तान ने भी भारत के एक अधिकारी को, बिना कोई वजह बताये देश छोड़ने के लिए कहा था|

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