भारत ने बलुचिस्तान का मुद्दा उठाया, तो पाकिस्तान भारत के अलगाववादियों को समर्थन देगा : पाकिस्तान की धमकी

वॉशिंग्टन, दि. ८ (पीटीआय) – ‘भारत यदि बलुचिस्तान का मुद्दा उठायेगा, तो हम खलिस्तान, माओवादी और भारत के ईशान्य के राज्यों के विद्रोहियों को समर्थन देंगे’ ऐसी धमकी पाकिस्तान के विशेष दूत ‘मशाहिद हुसेन सय्यद’ ने दी है| साथ ही, अमरीका राजनीतिक स्वार्थ के लिए भारत की बात का समर्थन कर रहा है, ऐसा इल्ज़ाम लगाते हुए हुसेन ने, इस बात का जवाब देने के लिए पाकिस्तान रशिया के साथ दोस्ती बढ़ा रहा है, ऐसा कहा| साथ ही, अफगाणिस्तान में यदि शांति क़ायम करनी है, तो अमरीका को कश्मीर का मसला सुलझाना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी भी मुशाहिद हुसेन सय्यद ने दी|

बलुचिस्तानअमरीका का के एक अभ्यासगुट के सामने किये एक व्याख्यान में मुशाहिद हुसेन ने, बलुचिस्तान का मुद्दा उपस्थित करनेवाले भारत को धमकाया है| यदि भारत बलुचिस्तान का मुद्दा उपस्थित करता है, तो पाकिस्तान खलिस्तान, माओवादी और आसाम, मणिपूर, नागालँड, त्रिपूरा, सिक्किम के अलगाववादी गतिविधियों को समर्थन दे सकता है, ऐसा मुशाहिद हुसेन ने कहा है| पाकिस्तान दूसरों के अंदरूनी मामलों में दख़ल देना नहीं चाहता| लेकिन बलुचिस्तान का मुद्दा उठाते हुए भारत मर्यादा का भंग करेगा, तो  भारत को ‘जैसे को तैसा’ जवाब देने के लिए पाकिस्तान को अपनी नीति में बदलाव करने पड़ेंगे, ऐसा दावा मुशाहिद हुसेन ने किया|

‘जम्मू-कश्मीर में भारत मानवाधिकारों का हनन कर रहा है’ ऐसा इल्ज़ाम लगाते हुए, इसके खिलाफ़ जागतिक जनमत तैयार करने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अलग-अलग देशों में अपने प्रतिनिधियों को विशेष दूत के रूप में भेजा है| इसी के तहत मुशाहिद हुसेन सय्यद अमरीका के दौरे पर आऐ है| इस दौरे में मुशाहिद हुसेन अपने देश का कहना आक्रामक रूप से प्रस्तुत कर रहे हैं, ऐसा दिखाई दे रहा है|

साथ ही, ‘अमरीका डूबता हुआ जहाज़ है और पाकिस्तान रशिया और चीन के साथ मिलकर कश्मीर का मसला सुलझाने की कोशिश करेगा’ ऐसा दावा भी मुशाहिद हुसेन सय्यद ने किया था|

बलुचिस्तान के मुद्दे पर भारत को जवाब देने की धमकी देते हुए मुशाहिद हुसेन ने पाकिस्तान की असुरक्षितता विश्‍व के सामने ज़ाहिर कर दी है, ऐसा दिखाई दे रहा है| भारत सरकार ने अभी तक बलुचिस्तान की स्वतंत्रता की माँग को अधिकृत तौर पर समर्थन नहीं दिया है| केवल बलुचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा हो रहे मानवाधिकारों के हनन की भारत ने कडी आलोचना की है|

भारत ने उठाऐ इस मुद्दे को बलुच जनता से बडी मात्रा में प्रतिसाद मिल रहा है और इसी वजह से पाकिस्तान की अस्वस्थता बढ़ी है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

‘जम्मू-कश्मीर में भारत मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है’ ऐसा मुद्दा उठानेवाले पाकिस्तान में मानवाधिकारों का किस तरह उल्लंघन किया जा रहा है, इसका उदाहरण देने के लिए भारत ने बलुचिस्तान का उदाहरण दिया था| साथ ही, भारत के पास राजाश्रय की माँग करनेवाले बलुच विद्रोही नेताओं के बारे में भारत ने अब तक निर्णय नहीं किया है| लेकिन भारत इस प्रकार का निर्णय लेता है, तो ‘भारत आतंकवादी देश है’ ऐसा प्रचार पाकिस्तान द्वारा किया जायेगा, ऐसी चेतावनी पाकिस्तान के गृहमंत्री ने कुछ समय पहले दी थी| मौलाना मसूद अझहर, सय्यद सलाहुद्दीन, हफीज सईद जैसे आतंकी नेता और दाऊद इब्राहिम जैसे गुनाहगारों को आश्रय देनेवाले पाकिस्तान द्वारा दी जानेवाली धमकी कोई भी गंभीरता से नहीं ले रहा है| लेकिन इस धमकी से, पाकिस्तान की विदेश नीति को मिली नाक़ामयाबी और उस वजह से पाकिस्तान की बौखलाहट उजागर हो रही है|

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