…वरना तुर्की को लीबियन बागियों की कार्रवाई का सामना करना पडेगा – जनरल हफ्तार की तुर्की को चेतावनी

जनरल हफ्तारत्रिपोली – तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष लीबिया में तैनात अपने सैनिक और आतंकियों को पीछे हटाए। वरना तुर्की को भीषण कार्रवाई का सामना करना पडेगा’, ऐसी कड़ी चेतावनी लीबिया के बागी नेता जनरल खलिफा हफ्तार ने दी है। कुछ घंटे पहलेसंयुक्त अरब अमीरात’ (यूएई) ने तुर्की को अरब देशों के कारोबार में दखलअंदाज़ी न करने की कड़ी चेतावनी दी थी।

लीबिया के फयाज अल सराज की हुकूमत के समर्थन में तुर्की ने सीरिया से कान्ट्रैक्ट सैनिकों का बड़ा दल भेजने की खबरें सामने आ रही हैं। तुर्की ने लीबिया में संघर्ष करने के लिए कम से कम 16,500 मर्सिनरीज्‌ यानी कान्ट्रैक्ट सैनिक हथियारों के साथ रवाना किए हैं। इनमें 18 वर्ष से कम उम्र के 350 बच्चों का भी समावेश होने की जानकारी सीरिया स्थित मानव अधिकार संगठन ने साझा की है। साथ ही इन सैनिकों में सीरिया केआयएसके आतंकी भी शामिल हैं और लीबिया कोदूसरा सीरियाबनाने में तुर्की जुटा है, ऐसी चेतावनी भी इस मानव अधिकार संगठन ने दी थी।

जनरल हफ्तार

इस पृष्ठभूमि पर लीबिया के बागी संगठन के प्रमुख जनरल खलिफ हफ्तार ने तुर्की को इशारा दिया है।तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष लीबिया में सेना उतारकर अपने पूर्वजों का वारिस खोज़ने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, तुर्की की सेना को इसमें कामयाब होने के लिए हमारी गोलियों का सामना करना पडेगा। तुर्की के किसी भी सैनिक की हम परवाह नहीं करेंगे। लीबियन नागरिक तुर्कों का गुलाम होना कभी भी बर्दाश्‍त नहीं करेंगे’, यह इशारा हफ्तार ने दिया है। जनरल हफ्तार ने तुर्की को इशारा देकर अगले परिणामों का एहसास कराया होने का दावा किया जा रहा है।

लीबिया में जारी अपना यह संघर्ष सराज की हुकूमत या उनकी हुकूमत का समर्थन कर रहे चरमपंथी एवं आतंकियों के विरोध तक ही सीमित नहीं है। लीबिया में जारी यह संघर्ष हमें गुलाम बनाने का उद्देश्‍य रखनेवाले तुर्की के विरोध में भी होगा, यह संकेत जनरल हफ्तार ने अपने इस इशारे के ज़रिए दिया है, यह बात ब्रिटेन के ऑक्सफर्ड विश्‍वविद्यालय के अभ्यासक सैम्युअल रमानी ने स्पष्ट की। कुछ दिन पहले इजिप्ट ने भी तुर्की को लीबिया में जारी संघर्ष से दूर रहने का आवाहन किया था। तभी, ‘यूएईके विदेशमंत्री गरगाश ने भी कुछ घंटे पहले तुर्की को अरब देशों के कारोबार में दखलअंदाज़ी ना करे’, ऐसी फटकार लगाई थी।

इसी बीच, लीबिया में जारी संघर्ष समय पर रोका नहीं गया तो इस क्षेत्र में बड़ा युद्ध भड़कने की संभावना जताई जा रही है। तुर्की लीबिया की सराज हुकूमत का समर्थन कर रही है और रशिया, सौदी अरब, यूएई, इजिप्टएवंफ्रान्सहफ्तारबागियोंकोसमर्थनप्रदानकररहेहैं।

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