अन्यथा हालात फिर से बिगड़ सकते हैं – कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर नीति आयोग के डॉ. पॉल की चेतावनी

वेरिएंटनई दिल्ली – देश में कोरोना के सक्रिय मरीज़ों की संख्या ९ लाख तक कम हुई होकर , फिलहाल २० राज्यों में पाँच हज़ार से कम सक्रिय मरीज हैं। देशभर में कोरोना की मरीज़ संख्या में गिरावट होने के राहतभरे आंकड़े आ रहे हैं, ऐसे में नीति आयोग और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सावधानी का इशारा दिया है। कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से तैयार हुआ डेल्टा प्लस यह स्ट्रेन हाल ही में पाया गया था। इस वेरिएंट से संक्रमित हुए मरीज़ अधिक संख्या में नहीं पाए गए हैं। इस कारण डर जाने की आवश्यकता नहीं है, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है। लेकिन कोरोना का नया वेरिएंट बहुत होशियार होकर, अगर नियमों का पालन न किया तो हालात फिर से बिगड़ सकते हैं, ऐसी चेतावनी नीति आयोग के सदस्य डॉ.व्हि.के.पॉल ने दी है।

देश में २४ घंटों में कोरोना के ६० हज़ार ४७१ नए मरीज दर्ज हुए। पिछले ७५ दिनों में चौबीस घंटों में पाए गए कोरोना के ये सबसे कम मरीज हैं। ७ मई के बाद लगातार कोरोना के नए मरीजों की संख्या में गिरावट आ रही है। वही, पिछले महीने भर से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या नए मरीजों की तुलना में बढ़ी है। इस कारण ऍक्टिव्ह केसेस तेजी से कम हो रहे वेरिएंटहैं। मंगलवार सुबह तक के २४ घंटों में १ लाख १७ हज़ार मरीज़ ठीक हुए। इससे ऍक्टिव्ह केसेस की संख्या घटकर नौं लाख तक नीचे आई। देशभर में कोरोना की लहर कम होते समय अब कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर नीति आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी है।

कोरोना का डेल्टा प्लस यह वेरिएंट विभिन्न देशों में पाया गया है। अमरीका, ब्रिटेन और युरोपीय देशों में भी इसके मरीज पाए गए हैं। साथ ही, भारत में भी अब तक छः मरीज दर्ज हुए हैं। इस वेरिएंट के संक्रमितों की संख्या बहुत ही कम होने के कारण, फिलहाल तो कोरोना के इस नए स्ट्रेन को लेकर घबराने की ज़रूरत नहीं, ऐसा विशेषज्ञों का स्पष्ट कहना है।

लेकिन मंगलवार को नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. व्ही.के.पॉल ने सावधानी का इशारा दिया। कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट, यह डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक होशियार बना है। मोनोक्लोनल अँटिबॉडी कॉकटेल का भी डेल्टा प्लस पर असर ना होने की बात सामने आई है। इस बारे में अधिक अनुसंधान किया जा रहा है, ऐसा पॉल ने कहा। लेकिन हमें अधिक चौकन्ना रहना होगा। मास्क पहनना, सोशल डिस्टंन्सिंग का पालन करना इन जैसे नियमों का सटीकतापूर्वक पालन करना होगा। अगर इन नियमों का पालन नहीं किया, तो हालात फिर से बिगड़ने का खतरा है, ऐसी चेतावनी डॉ.पॉल ने दी।

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