अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर होनेवाले रक्षा दल प्रमुख से – लष्कर को आकस्मिक हमले के मुकाबले के लिए तैयार रहने के आदेश

तेजपुर: सीमा पर किसी भी प्रकार के आकस्मिक हमले को प्रत्युत्तर देने के लिए लष्कर तैयार रहें, ऐसा नौदल प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा है। नौदल प्रमुख के साथ तीनों रक्षा दल के प्रमुख होने वाले एडमिरल लांबा फिलहाल अरुणाचल प्रदेश की सीमा भाग का दौरा कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने तवांग को भेंट दी है। नौदल प्रमुख के इस दौरे पर चीन से प्रतिक्रिया आने की आशंका है।

एडमिरल सुनील लांबा ने अरुणाचल प्रदेश में बुधवार को लष्कर के वरिष्ठ अधिकारियों की भेंट लेकर लष्कर की तैयारी का ब्यौरा किया है। नौदल प्रमुख ने वहां के सीमा चौकियों की भेंट दी है। तवांग में सीमा चौकियों का दौरा करके उन्होंने वहां तैनात लष्कर के जवानों से संवाद किया है।

अरुणाचल प्रदेश, दौरे, रक्षा दल, प्रमुख, लष्कर, आकस्मिक हमले, मुकाबले, तैयार रहने, आदेशरक्षा दल प्रमुख ने सीमा भाग में लष्कर के तैयारी का ब्यौरा करने की जानकारी रक्षा विभाग के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल खोंगसाई ने दी है। आकस्मिक हमले के लिए लष्कर तैयार रहे, ऐसे आदेश नौदल प्रमुख एडमिरल लांबा ने लष्करी अधिकारियों को दिए हैं। इस दौरान उन्होंने सीमा भाग के सुरक्षा के लिए लष्कर कर रहे प्रयत्नों की प्रशंसा भी की है।

रक्षा दल प्रमुख एडमिरल लांबा ने उस समय १९६२ के चीन भारत युद्ध में शहीद होने वाले भारतीय जवानों के स्मरण में निर्माण किए तवांग वॉर मेमोरियल को भेंट दी है। इस युद्ध में शहीद हुए २४२० जवानों को आदरांजली दी गई है। तथा एडमिरल लांबा ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खंडू इन से भी भेंट की है।

अरुणाचल प्रदेश के तवांग पर चीन अपना लगातार दावा बताते समय पिछले वर्ष अरुणाचल प्रदेश के ६ जगहों का नाम बदलकर चीन ने भारत को चेतावनी दी थी। अरुणाचल प्रदेश से जुड़े हुए सीमा भाग से चीनी सैनिकों की घुसपैठ की घटनाएं सामने आ रही है। १९६२ के युद्ध में चीनी सैनिकों ने अरुणाचल से ही भारत में घुसपैठ करके युद्ध छेड़ा था।

पिछले वर्ष सिक्किम के डोकलाम में भारत के सैनिक एवं चीन के जवान एक दूसरों के सामने खड़े थे। उसके बाद दोनों देशों में बड़े तादाद में तनाव बढ़ रहा था। उस समय चीन ने भारत को १९६२ में युद्ध के हार की याद दिलाई थी। पर भारत ने अपनाई ठोस भूमिका ने चीन को डोकलाम से वापस होने पर विवश किया था। पर चीन से आनेवाले समय में ऐसी घुसपैठ अन्य सीमा भाग में हो सकती है, ऐसी चेतावनी विश्लेषकों ने दी थी। तथा डोकलाम में भारतीय जवान और चीनी सैनिक इस भाग में एक दूसरों के सामने खड़े थे, वहां से कुछ ही अंतर पर चीन ने फिर से रास्ते का काम शुरू किया है, ऐसी खबरें प्रसिद्ध हुई थी।

इस पृष्ठभूमि पर रक्षा दल और नौदल प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा इनका तवांग दौरान महत्वपूर्ण है।

लद्दाख में चीन के हेलीकॉप्टर की घुसपैठ

लद्दाख के ट्रिग हाइट भाग में दो चीनी हेलीकॉप्टर्स ने भारत के हवाई सीमा में घुसपैठ करके मंडराने का वृत्त है। पिछले महीने के आखिर में यह घटना हुई है और लगभग १० मिनट यह हेलीकॉप्टर्स भारतीय सीमा में मंडराते रहे।

२७ सितंबर को यह घटना हुई है, ऐसा वृत्त है। दो चीनी हेलीकॉप्टर्स ने भारतीय सीमा में गुलपुर क्षेत्र में घुसपैठ करने के बाद बहुत समय तक वहां मंडराए थे। पिछले महीने में पाकिस्तान के हेलीकॉप्टर ने जम्मू कश्मीर के भारतीय हवाई सीमा में घुसपैठ की थी। इन हेलीकॉप्टर्स पर भारतीय लष्कर ने गोलीबारी करके उन्हे वापस जाने पर विवश किया था। उसके बाद एक ही हफ्ते में लद्दाख में चीन ने यह घुसपैठ करने का वृत्त सामने आया है। भारतीय लष्कर की तैयारी जांचने के लिए चीन से ऐसी घुसपैठ की जा रही है, ऐसी बात सामने आ रही है।

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