जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘ऑपरेशन ऑलआउट’

नई दिल्ली: पिछले महीने से जम्मू-कश्मीर में रोके गए आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन ऑलआउट फिर से शुरू किया गया है। इस राज्य को आतंकवाद और हिंसाचार से मुक्त करने के लिए आतंकवाद विरोधी कठोर कार्रवाई की जाए, ऐसे आदेश सुरक्षा दल को दिए गए हैं, ऐसा कहकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यह घोषणा की है। कई दिनों पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने जल्द ही आतंकवादियों के विरोध में कार्यवाही शुरु होगी ऐसा घोषित किया था।

ऑपरेशन ऑलआउट, आतंकवाद विरोधी, हिंसाचार, राजनाथ सिंह, घोषणा, जम्मू-कश्मीर, कार्रवाईइस्लाम धर्मयों के पवित्र रमजान महीने के दौरान आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन रोका गया था। स्थानीय लोगों को दिलासा देने के लिए यह निर्णय लिया गया था। लष्कर ने घोषित किए संघर्षबंदी के अच्छे परिणाम दिखाई दे रहे हैं। तथा संघर्षबंदी के कालखंड भी बढ़ाया जायेगा ऐसे संकेत सरकार ने दिए थे। पर पिछले महीने में आतंकवादियों ने और विद्रोहियों ने कार्रवाई बढ़ी है। १७ मई से १३ जून के कार्यकाल में आतंकवादियों के ६६ कार्यवाहियाँ दर्ज हुई है। संघर्षबंदी का फायदा लेकर आतंकवादी सुरक्षादल के जवानों को लक्ष्य करते उजागर हुए हैं और विद्रोहियों से किए जानेवाले पत्थर फेंक की घटनाएं भी इस समय में बढ़ी थी।

शनिवार को दक्षिण कश्मीर में विद्रोहियों ने सुरक्षादल के वाहन पर पत्थर फेंके थे। उस समय हुई कार्रवाई में एक प्रदर्शनकर्ता ढेर हुआ है और ४० लोग जख्मी हुए हैं। उससे पहले आतंकवादियों ने लष्कर के ४४ राइफल बटालियन का औरंगजेब नामक जवान का अपहरण करके उसकी हत्या की थी तथा एक वरिष्ठ पत्रकार की भी हत्या की गई है।

ऑपरेशन ऑलआउट, आतंकवाद विरोधी, हिंसाचार, राजनाथ सिंह, घोषणा, जम्मू-कश्मीर, कार्रवाईयह संघर्षबंदी केवल रमजान के कालखंड में थी। इसकी वजह से संघर्ष बंदी की अवधि बढाई नहीं जायेगी ऐसा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने ४ दिनों पहले स्पष्ट किया था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ लष्कर और गुप्तचर विभाग के केंद्रीय गृह मंत्रालय के संघर्षबंदी का यह कार्यकाल नहीं बढ़ाया जाए, ऐसा रिपोर्ट में कहा था। इस संदर्भ में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने का वृत्त है।

अपेक्षा के अनुसार रविवार की सुबह गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने संघर्षबंदी खत्म होने की घोषणा की गई। आतंकवादियों के हमले रोकने के लिए एवं हिंसाचार एवं हत्या रोकने के लिए आवश्यक कठोर कार्यवाही करें, ऐसे आदेश सुरक्षा दल को देने की बात राजनाथ सिंह ने घोषित की है।

जम्मू-कश्मीर से आतंकवादियों का संपूर्ण उच्चाटन करने के लिए सरकार के प्रयत्नशील रहेंगे, ऐसा राजनाथ सिंह ने कहा है। पिछले २वर्षों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के विरोध में सुरक्षा दल ने बड़ी कार्रवाई हाथ ली है। ऑपरेशन ऑलआउट इस नाम से पहचाने जाने वाले इस कार्रवाई में १वर्ष में ढाई सौ से अधिक आतंकवादियों को ढेर किया गया है। इसमें जम्मू-कश्मीर में कार्यान्वित सभी पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकवादी संघटना पर कार्रवाई का समावेश है।

लष्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन जैसी आतंकवादी संघटना की कमर तोड़ी गई है। इन आतंकवादी संगठन के महत्वपूर्ण कमांडर इस सुरक्षादल के कार्रवाई में ढेर हुए हैं।

जम्मू-कश्मीर में संघर्ष बंदी जारी होने से २ महीने पहले ही आतंकवादी संघटना के १४ कमांडर ढेर हुए थे। रमजान महीने के दौरान घोषित किए इस संघर्षबंदी पीछे लेने के बाद जम्मू-कश्मीर में फिर से ऑपरेशन ऑलआउट जोरदार शुरू होने वाला है।

सुरक्षा दल ने हाथ लिए आक्रमक कार्यवाही की वजह से सहमे हुए आतंकवादी संगठनों में एकजुट हुई है और यहसंगठन एक दूसरों की सहायता से आतंकवादी हमले करने लगे हैं। इससे पहले भी एक दूसरों से स्पर्धा करनेवाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी संगठनों ने अपना अस्तित्व टिकाने के लिए एक दूसरों का सहयोग करने की बात सामने आई थी।

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