सऊदी में चर्च निर्माण होने के बाद ही पोलैंड के वौर्सा में मस्जिद के लिए अनुमति मिलेगी – पोलैंड के संसद सदस्य डोमिनिक तार्झिन्सकी

वार्सा/लंदन: सऊदी अरेबिया के शासन को पोलैंड की राजधानी वार्सा में मस्जिद निर्माण करना है। सऊदी शासन ने उनके देश में ख्रिस्तीधर्मियों का चर्च निर्माण करने की अगर अनुमति दी, तो हमें भी पोलैंड की राजधानी में मस्जिद के लिए अनुमति देने में कोई आपत्ति नहीं होगी, ऐसे शब्दों में पोलैंड की वरिष्ठ संसद सदस्य डोमिनिक तार्झिन्सकी ने अपनी मांग प्रस्तुत की है। तथा उन्होंने यूरोपीय देशों में बुरखाबंदी का जोरदार समर्थन किया है।

पोलैंड के सत्ताधारी शासन का भाग होनेवाले डोमिनिक ने पिछले महीने में अवैध परधर्मीय शरणार्थियों के मुद्दे पर आक्रामक भूमिका लेकर खलबली फैलाई थी। कुछ दिनों पहले उन्होंने एक अमरिकी संकेत स्थल को दिए मुलाकात में उस मुद्दे पर अपनी भूमिका स्पष्ट प्रस्तुत की है। उस समय डोमिनिक ने पाश्चिमात्य देश एवं इस्लामी देशों के संबंधों में संतुलन ना होने का दावा किया है।

सऊदी, चर्च निर्माण, होने के बाद, पोलैंड, वौर्सा, मस्जिद, अनुमति मिलेगी, संसद सदस्य, डोमिनिक तार्झिन्सकी, लंदनइसके लिए उन्होंने सऊदी से वौर्सा में मस्जिद निर्माण करने के लिए दिए जानेवाले प्रस्ताव का उल्लेख किया है। सऊदी सल्तनत ने पोलैंड सरकार को सऊदी अरेबिया में चर्च निर्माण करने के लिए अनुमति देने की मांग करके, डोमिनिक ने इस्लामी देशों से ख्रिस्त धर्मियों के साथ अन्य धर्मों को दिए जानेवाले दोगले बर्ताव का मुद्दा उपस्थित किया है। सारे लोग एक समान है, या हम दूसरों से बेहतर है, इन दो विचारधाराओं में से एक का चुनाव इस्लामी देशों के सल्तनत को करना चाहिए एवं उसके अनुसार निर्णय लेने चाहिए, ऐसी मांग डोमिनिक ने की है।

बुरखे पर बंदी का मुद्दा भी डोमिनिक ने रेखांकित किया है। बुरखे का उपयोग करके आत्मघाती आतंकवादी हमला करनेवालों से, छोटे बच्चों का शोषण करने वालों तक तथा सशस्त्र हमलावरों से किए जा रहे है ऐसा दुनिया भर में दिखाई दे रहे हैं। सुरक्षा के मुद्दे पर बुरखे पर बंदी लाना आवश्यक है। कई यूरोपीय देशों में इस बारे में निर्णय लिया जा रहा है, ऐसा डोमिनिक ने कहा है।

यूरोप में आनेवाले शरणार्थी एवं परधर्मियों को ख्रिस्तीधर्मियों का यूरोप अगर पसंद नहीं है, तो उनको सऊदी अरेबिया में जाना चाहिए और तुम्हें जिस बर्ताव की अपेक्षा है, वैसा बर्ताव संबंधित शासन से मिलेगा, ऐसी टिप्पणी भी पोलैंड के संसद सदस्य ने लगाई है।

सभी लोग अगर एक ही मानव जाति का भाग है, जिसकी वजह से यूरोपीय ख्रिस्ती धर्मियों को इस्लामी देशों में जो बर्ताव मिलता है उससे अधिक अच्छा बर्ताव यूरोपीय ख्रिस्ती धर्मियों से हमें मिलेगा, ऐसे भ्रम में नहीं रहना चाहिए, ऐसा भी डोमिनिक ने इस्लाम धर्म या देशों से आने वाले शरणार्थियों को सूचित किया है।

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