‘एबोला’ जैसी भयंकर महामारी की तादाद आगे और भी बढेगी – जागतिक स्वास्थ संगठन की चेतावनी

Third World Warजेनीवा/किन्शासा: ‘दुनिया अब एक नए स्तर में प्रवेश कर रही है| समय के दौर में एबोला जैसी जानलेवा महामारी की संख्या और दायरे में लगातार बढोतरी होती रहेगी, यह गंभीर इशारा जागतिक स्वास्थ संगठन ने दिया है| फिलहाल ‘डीआर कांगो’ में एबोला की महामारी काफी तेजी से फैल रही है और इस दौरान इस महामारी में १,३०० लोगों की मौत हुई है| प्रगत तकनीक, जन जागृति और आर्थिक सहायता के बावजूद पिछले वर्ष शुरू हुई यह महामारी अभी तक नियंत्रण में नही है| साथ ही एबोला के कारण जान से हाथ धो बैठे मरीजों की संख्या वर्तमान में बताई जा रही है, वास्तव में इससे भी अधिक होने की आशंका व्यक्त की जा रही है|

पिछले वर्ष अगस्त महीने में ‘डीआर कांगो’ में एबोला की महामारी शुरू हुई थी| वर्ष १९७६ के बाद इस देश में फैली एबोला की दसवी महामारी है| इसके पहले फैली महामारी के दौरान जान से जानेवालों की संख्या करीबन १०० तक रही थी| लेकिन, इस वर्ष की एबोला की महामारी अधिक खतरनाक होने की बात दिख रही है| दुनिया में आजतक देखी गई एबोला की महामारी में डीआर कांगो की महामारी दुसरी सबसे बडी महामारी साबित हुई है|

एबोला, भयंकर महामारी, तादाद, बढेगी, जागतिक स्वास्थ संगठन, चेतावनीवैश्‍विक स्वास्थ संगठन के आंकडो के नुसार पिछले १० महीनों में डीआर कांगो में फैली महामारी में १,३६७ लोगों की मृत्यु हुई है| इसके अलावा एबोला के मरिजों की संख्या भी २,००० से भी अधिक हुई है| लेकिन, स्वास्थ संगठन से जुडे कुछ विशेषज्ञों ने असल में एबोला के मरिजों की संख्या ढाई हजार से अधिक होने का डर जताया है| सरकार और स्वयंसेवी संगठननों ने पहल करने पर भी एबोला के मरीज स्वास्थ केंद्र में भरती नही हो रहे है| इस वजह से एबोला मरिजों के साथ ही मृतकों की संख्या भी बढेगी, यह दावा किया जा रहा है|

इसी पृष्ठभूमि पर जागतिक संगठन के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. मायकल रायन इन्होंने दुनिया अब एक नए स्तर पर प्रवेश कर रही है, यह अहसास दिलाने की कोशिश की| इस दौर में एबोला जैसी जानलेवा बिमारियों की बडी महामारी का फैलना अब आम बात होने का डर डॉ.रायन ने जताया| लंबे समय तक और बडा असर दिखानेवाली महामारी की मात्रा बढेगी और यह बात सिर्फ ‘एबोला’ तक सीमित नही रहेगी, यह चिंता भी उन्होंने व्यक्त की|

दुनिया में जंगल क्षेत्र में हो रही कमी, तेजी से बढ रही जनसंख्या, कमजोर सरकार और संघर्ष के कारण आगे के दौर में महामारी पहले से अधिक लोगों की मौत का कारण साबित होगी, इस ओर स्वास्थ संगठन के विशेषज्ञ ने ध्यान आकर्षित किया है| जागतिक स्वास्थ संगठन ने फिलहाल दुनिया में करीबन १६० अलग अलग बिमारियों की जानकारी प्राप्त करना शुरू किया है और इनमें से कम से कम नौ बिमारिया ‘आपात्काल’ की स्थिति में है, ऐसा रायन ने स्पष्ट किया| एक ही समय पर स्वास्थ क्षेत्र में इतनी बडी मात्रा में आपात्काल जैसी स्थिति का सामना करने की नौबत इसके पहले कभी भी नही थी| यह कहकर उन्होंने स्थिति अधिक से अधिक गंभीर होने की चेतावनी दी|

इस दौरान, एबोला और आर्फिका महाद्विप में फैल रहे अन्य बिमारियों की महामारी के लिए जैविक युद्ध कारण होने का आरोप कुछ लोगों ने पहले ही किया है| इन आरोपों ने खलबली मचाई थी|

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