आनेवाले दशक में परमाणु हमला होगा ऑनलाईन सर्वे में हजारों युवाओं ने किया का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरजेनिवा: ‘आनेवाले दशक के दौरान दुनिया के किसी भी कोने में परमाणु हमला होगा’, ‘हमारे युग में तीसरें विश्‍वयुद्ध की शुरूआत होगी’, ‘जल्द ही प्रलयकारी युद्ध देखा जाएगा’, यह एहसास दुनियाभर के युवक कर रहे है, यह बात एक ऑनलाइन सर्वे से सामने आयी है| ‘इंटरनैशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस’ इस अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन ने किए सर्वे में हजारों युवाओं ने यह चिंता व्यक्त की है| करीबन १६ देशों में किए सर्वे से यह जानकारी सामने आने का दावा इस संगठन ने किया है|

स्वीत्झर्लैंड स्थित ‘इंटरनैशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस’ (आयसीआरसी) ने पिछले वर्ष बडे सर्वे किए थे| १ जून से ७ अक्टुबर के दौरान इस स्वयंसेवी संगठन ने १६ देशों में ऑनलाईन एवं टेलिफोन और नीजि संपर्क बनाकर यह सर्वे किया था| संघर्ष से झुलस रहे अफगानिस्तान, सीरिया इन देशों के साथ ही अमरिका, रशिया, ब्रिटेन, इस्रायल, युक्रैन और स्वीत्झर्लैंड इन शांति से भरें देशों में भी यह सर्वे किया गया है, यह जानकारी ‘रेड क्रॉस’ ने साझा की|

इसके लिए २० से ३५ उम्र के युवकों का मत लिया गया, ऐसा इस संगठन ने अध्यक्ष पीटर मॉरर ने कहा है| कम से कम १६ हजार युवाओं ने इस सर्वे में अपना कहना रखा| ‘अगले दस वर्षों में युद्ध शुरू होता है तो इस दौरान परमाणु हथियारों का प्रयोग होगा या नही, यह सवाल इनके सामने रखा गया था| इसपर जवाब देते समय ५४ युवाओं ने परमाणु हथियारों का प्रयोग होगा, यह बात रखी है| अगले दस वर्षों में ही परमाणु हमला होगा, यह मत भी इन युवाओं ने रखा है|

तीसरें विश्‍वयुद्ध के लिए ज्यादा देर प्रतिक्षा नही करनी होगी| अपने जीवनकाल के दौर में ही तीसरें विश्‍वयुद्ध की शुरूआत होगी, यह भी इन युवाओं ने संबंधित सर्वे में कहा है| इस युद्ध का या संघर्ष का पश्‍चिमी देशों की युवा पीढी पर सीधा असर हो सकता है, यह बात ब्रिटेन, स्वीत्झर्लैंड जैसे तुलना में शांत देशों के युवकों ने रखी है|

परमाणु हमला, तीसरें विश्‍वयुद्ध की संभावना के साथ ही इन युवाओं ने पुछे गए एक सवाल पर दिए जवाब को लेकर ‘आयसीआरसी’ के अध्यक्ष मोरेर ने चिंता जताई| युद्ध के दौरान कैद हुए शत्रु के सैनिक को बडी पीडा देने के लिए ४१ प्रतिशत युवाओं ने समर्थन दिया| अपवादात्मक स्थिति में सैनिक को पीडा देनी ही होगी, ऐसा इन युवाओं ने कहा है|

पर, सीरिया के ८५ प्रतिशत युवाओं ने युद्ध में भी मानवता दिखानी आवश्यक है, शत्रु के सैनिकों के परिवार जनों को उससे बातचीत करने का अवसर प्राप्त हो, यह बात सीरियन युवाओं ने रखी है| वही, सीरिया के ७० प्रतिशत युवाओं ने पकडे गए शत्रु के सैनिक को पीडा देने को स्पष्ट शब्दों में विरोध किया| ६० प्रतिशत सीरियन युवाओं ने यह दावा भी किया है की, अपने देश में हो रहा संघर्ष अगले पांच वर्षों में खतम होगा|

दुनियाभर में देखे जा रहे तीव्र सियासी मतभेद और हिंसा से भरे संघर्ष का असर जनमानस पर होने लगा है| इस वजह से फिलहाल स्थिर दिख रहे देशों की जनता को भी इसका दाह महसूस होने लगा है और यह बात संबंधित सर्वे से स्पष्ट हुई है| इसी वजह से बहुसंख्यांक युवकों को जल्द ही विनाशकारी युद्ध का सामना करना होगा, यह महसूस होने लगा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.