उत्तर कोरिया के हमले को रोकने के लिए जापान की और से ‘मिसाइल इंटरसेप्टर’ तैनात

टोकियो: अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के विनाश का दिया इशारा और उत्तर कोरिया ने प्रत्युत्तर के तौर पर परमाणु हमले की दी हुई धमकी, इस पृष्ठभूमि पर जापान ने होक्कायडो द्वीप पर ‘प्रक्षेपास्त्रभेदी’ यंत्रणा तैनात की है। उत्तर कोरिया ने फिर से जापान के ऊपर से मिसाइल दागा तो उसे यंत्रणा प्रत्युत्तर देगी, ऐसा दावा जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोदेरा ने किया है। दौरान, उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष की धमकी मतलब ‘कुत्तों का भौकना है’ इन शब्दों में उसकी संभावना की है।

 ‘प्रक्षेपास्त्रभेदी’ यंत्रणा

पिछले हफ्ते में उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइल का परिक्षण किया था। उस समय यह मिसाइल जापान की हवाई सीमा पार कर के करीब ३७०० किलोमीटर की दूरी पर प्रशांत महासागर में गिरा था। अब तक उत्तर कोरिया ने कई मिसाइल परिक्षण किए हैं और पिछले महीने में उत्तर कोरिया ने दागा हुआ बैलेस्टिक मिसाइल जापान के हवाई क्षेत्र के ऊपर से जाकर २७०० किलोमीटर की दूरी पर जा गिरा था। उत्तर कोरिया के दक्षिण की ओर प्रशांत महासागर में स्थित अमरिका का गुआम लश्करी अड्डा तीन हजार किलोमीटर से अधिक दूरी पर है। इसलिए उत्तर कोरिया के इस मिसाइल की सीमा में अमरिका का लश्करी अड्डा गुआम आता है, ऐसा इशारा विश्लेषकों ने दिया था।

इस पृष्ठभूमि पर जापान ने ‘पीएसी-३’ यह मिसाइल भेदी यंत्रणा होक्कायड़ो पर तैनात करने के मामले में लिया हुआ निर्णय महत्वपूर्ण माना जाता है। ‘उत्तर कोरिया भविष्य में फिर से बैलेस्टिक मिसाइल का परिक्षण करेगा। इस मिसाइल को जापान के ऊपर से दागे जाने की संभावना है। ऐसी आपातकालीन स्थिति में जापानी जनता की सुरक्षा की वजह को लेकर मिसाइल भेदी यंत्रणा तैनात करने का निर्णय लिया गया है’, ऐसी जानकारी रक्षा मंत्री ओनोदेरो ने दी है।

 

पिछले कुछ दिनों से उत्तर कोरिया की ओर से परमाणु हमले की धमकियाँ बढने की वजह से कोरियन क्षेत्र में तनाव निर्माण हुआ है। उत्तर कोरिया के खिलाफ तैयारी के तौर पर हमें भी परमाणु संपादित करना होगा, ऐसी मांग दक्षिण कोरिया की ओर से बढ़ रही है। जापान ने इसके पहले ही अमरिका की ओर से अतिरिक्त रक्षा यंत्रणा लेने का निर्णय लिया है और अधिक आक्रामक नीति अपनाने के संकेत दी हैं।

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