अमरिका-दक्षिण कोरिया युद्धाभ्यास के खिलाफ उत्तर कोरिया की नई धमकी

प्योनग्यांग/वॉशिंग्टन/सेऊल: अमरिका और दक्षिण कोरिया के बीच अप्रैल महीने में शुरू होने वाला संयुक्त युद्धाभ्यास मतलब कोरियन क्षेत्र में युद्ध के काले बदल लाने का अमरिका का षडयंत्र है और उसके खिलाफ उत्तर कोरिया तीव्र प्रत्युत्तर देगा, यह धमकी उत्तर कोरिया ने दी है। कार्रवाई की धमकी देते समय उत्तर कोरिया ने अमरिका के साथ चर्चा करने की तैयारी भी दर्शाई है। लेकिन उसके लिए पूर्व शर्त न रखने की भूमिका कायम रखी है। उत्तर कोरिया की इन धमकियों की पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ‘किम जे-ईन’ ने उत्तर कोरिया के साथ की चर्चा के लिए उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल भेजने की घोषणा की है।

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दो हफ़्तों पहले अमरिका ने उत्तर कोरिया के खिलाफ कठोर प्रतिबंधों की घोषणा की थी। उसके अनुसार, उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को मदद करने वाले कुल ५० कंपनियां और व्यावसायिकों पर अमरिका ने प्रतिबन्ध लगाया था। इन प्रतिबंधों की वजह से उत्तर कोरिया का परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम घुटनों के बल आकर बंद हो जाएगा, ऐसा दावा अमरिका कर रहा है। अमरिका ने उत्तर कोरिया पर डाले इन प्रतिबंधों के खिलाफ चीन ने निषेध दर्ज किया था।

उसके बाद दक्षिण कोरिया ने अमरिका और उत्तर कोरिया को सीधे चर्चा के लिए आमंत्रित करने का प्रस्ताव रखा था। दक्षिण कोरिया ने दिए इस प्रस्ताव पर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने स्पष्ट भूमिका अपनाकर सशर्त चर्चा के लिए मान्यता देने के लिए तैयारी दर्शाई थी। अमरिका के साथ सीधी चर्चा के लिए उत्तर कोरिया अपना परमाणु कार्यक्रम बंद करके पहला कदम उठाने वाला है तो अमरिका भी इस चर्चा के लिए तैयार है, ऐसा ट्रम्प ने स्पष्ट किया था। उसीके साथ ही उत्तर कोरिया का परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम अंतिम चरण में पहुँचने की याद भी ट्रम्प ने दिलाई है।

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अमरिका की इस भूमिका के बाद उत्तर कोरिया ने फिर एक बार धमकाना शुरू किया है, ऐसा नए वक्तव्य से दिखाई दे रहा है। ‘उत्तर कोरिया पर प्रतिबन्ध कायम रखकर अमरिका ने दक्षिण कोरिया के साथ युद्धाभ्यास शुरू किया तो उत्तर कोरिया उनकी भाषा में अमरिका को प्रत्युत्तर देगा। इसलिए होने वाले परिणामों की संपूर्ण जिम्मेदारी अमरिका पर ही होगी। अमरिका इस बात को अच्छी तरह से ध्यान में रखे और संयम दिखाए’, इन शब्दों में उत्तर कोरिया ने अमरिका को इशारा दिया है।

इस समय उत्तर कोरिया ने अमरिका पर कोरियन इलाके में युद्ध भड़काने का षडयंत्र रचने का आरोप भी लगाया। अमरिका के इस षडयंत्र के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय आवाज उठाए, ऐसी माँग उत्तर कोरिया ने की है। उसी समय अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने सशर्त चर्चा के सन्दर्भ में की हुई माँग भी स्पष्ट शब्दों में खारिज की।

दौरान, दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ‘किम जे-ईन’ ने सोमवार को उत्तर कोरिया में उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल भेजने की घोषणा की है। इस प्रतिनिधि मंडल में दक्षिण कोरिया की गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख सुह हून और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुंग युइ-योंग का समावेश होगा, ऐसा भी स्पष्ट किया गया है। प्रतिनिधि मंडल में १० सदस्यों का समावेश होगा, ऐसी जानकारी दी गई है।

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