उत्तर कोरिया द्वारा चार बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्रों का परीक्षण

सेऊल/टोकिओ, दि. ६: अमरीका ने सैनिकी कार्रवाई की धमकी देने के बावजूद, उत्तर कोरिया ने चार बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्रों का एक साथ परीक्षण करते हुए अपने इरादे स्पष्ट किए| इनमें से तीन प्रक्षेपास्त्र हमारे समुद्री किनारे से महज़ ३०० किलोमीटर के दायरे में गिरे, ऐसी आलोचना जापान ने की है| अमरीका और दक्षिण कोरियन नौसेना के युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि पर, उत्तर कोरिया ने इन प्रक्षेपास्त्रों का परीक्षण किया, ऐसी संभावना जताई जाती है|

चार बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्रों का एक साथ परीक्षण

सोमवार सुबह लगभग साढ़े सात बजे उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्रों का परीक्षण किया, ऐसा दक्षिण कोरिया की समाचार एजन्सी ने स्पष्ट किया| इन प्रक्षेपास्त्रों के नाम मालूम नहीं हो सके हैं| लेकिन दक्षिण कोरियन रक्षा एजन्सी और समाचार एजन्सियों ने जारी की जानकारी के अनुसार, उत्तर कोरिया ने १००० किलोमीटर तक का लक्ष्य भेदनेवाले बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्रों का परीक्षण किया है| ‘दॉंगचँग-री’ इस प्रक्षेपण केंद्र से चारों प्रक्षेपास्त्र दागे गए| तीन प्रक्षेपास्त्र ‘ईस्ट चायना सी’ में गिरे, ऐसी जानकारी दक्षिण कोरिया की सेना ने दी|

लेकिन जापान ने उत्तर कोरिया के इस प्रक्षेपास्त्र परीक्षण पर ऐतराज़ जताया है| ये प्रक्षेपास्त्र जापान के सागरी तट से सिर्फ ३०० किलोमीटर के दायरे में गिरे, जिससे जापान की सुरक्षा को ख़तरा निर्माण हो गया, ऐसा आरोप जापान ने किया है| जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ऍबे ने इन प्रक्षेपास्त्र परीक्षणों की कठोर शब्दों में निंदा की| उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्र एक ही समय जापान के सागरी क्षेत्र में गिरे, जिस कारण उत्तर कोरिया से पूर्व एशियाई देशों को खतरा निर्माण होने की बात इस परीक्षण से फिर एक बार स्पष्ट हुई, ऐसी आलोचना ऍबे ने की|

जापान की रक्षामंत्री ‘तोमोमी इनाडा’ ने भी उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्र परीक्षण की आलोचना की है| बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्रों का परीक्षण करके, साथ ही, पड़ोसी देशों की सुरक्षा को खतरा निर्माण करके उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र के नियमों का उल्लंघन किया, ऐसी आलोचन इनाडा ने की| उत्तर कोरिया के इन प्रक्षेपास्त्र परीक्षणों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ज़ोरदार निषेध किया जाएगा, साथ ही, उतर कोरिया पर कठोर कार्रवाई करने की माँग जापान करेगा, ऐसा इनाडा ने पत्रकारों को बताया|

वहीं, चीन ने भी उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्र परीक्षण की आलोचना की है| ‘उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्र परीक्षण के बारे में जो कुछ भी जानकारी प्रकशित हुई है, उसके आधार पर चीन इस परीक्षण का निषेध करता है’, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ‘गेंग शुआंग’ ने स्पष्ट किया|

उसी वक्त अमरीका के एक अग्रसर अखबार ने, उत्तर कोरिया द्वारा प्रक्षेपित किये गए बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्रों में से एक प्रक्षेपास्त्र में अमरीका तक पहुँचने की क्षमता थी, ऐसा दावा किया| दक्षिण कोरिया के रक्षादलप्रमुख के कार्यालय अधिकारी के हवाले से ‘द वॉशिंग्टन पोस्ट’ ने यह खबर प्रकाशित की| लेकिन अमरिकी सेना अधिकारी तथा दक्षिण कोरियन सेना विशेषज्ञों ने अमरिकी अखबार का यह दावा ठुकरा दिया है| उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्र २६० किलोमीटर की उँचाई तय कर सकते है| साथ ही, एक हजार किलोमीटर तक पहुँच सकते हैं| इसलिए इन प्रक्षेपास्त्रों से, जापान और दक्षिण कोरिया में रहनेवाले अमरीका के हितसंबंधित स्थानों को खतरा निर्माण होने की संभावना टाली नहीं जा सकती, ऐसा सेना के अधिकारियों ने कहा है|

इसी दौरान, उत्तर कोरिया ने इससे पहले किए हुए बैलिस्टिक परीक्षण की आलोचना करते हुए, अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान ने प्रतिबंध लगाने की तैयारी की थी| साथ ही, दक्षिण कोरिया में ‘थाड’ प्रक्षेपास्त्रभेदक सिस्टम तैनात करने के लिए भी अमरीका ने गतिविधियाँ बढ़ायी हैं| अमरीका की इन गतिविधियों का चीन द्वारा करारा विरोध किया जा रहा है|

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