कोरोना व्हायरस की महामारी रोकने के लिए इस्रायल का टिका इस्तेमाल करने में दिक्कत नहीं – ईरान के वरिष्ठ धार्मिक नेता का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान: कोरोना व्हायरस की महामारी रोकने के लिए टीका विकसित करने में इस्रायल को कामयाबी मिलने के दावे प्रसिद्ध हो रहे है| जल्द ही इस्रायल अधिकृत स्तर पर इस कामयाबी का ऐलान करेगा, यह बातचीत शुरू हुई है| इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल को अपने कडे बैरी समझ रहे ईरान में हलचल शुरू हुई है| इस्रायल ने कोरोना व्हायरस पर टीका बनाया होगा तो और इसके अलावा इस महामारी को रोकने के लिए अन्य विकल्प नही होगा तो इस्रायल का यह टीका ईरान के नागरिक इस्तेमाल कर सकते है, यह दावा इस देश के वरिष्ठ नेता ने किया है|

ईरान में सबसे अधिक सियासी ताकत हाथ में रखनेवाले सर्वोच्च धर्मगुरू की नियुक्ती करनेवाली खास समिती के सदस्य ग्रैंड आयातुल्ला नासेर मकारेन शिराझी ने यह ऐलान किया है| इस्रायल का सर्वनाश करके इस देश को दुनिया के नक्शे से मिटाने की धमकियां ईरान ने समय समय पर दी थी| शिराझी ने भी इस्रायल के विरोध में जहाल भूमिका अपनाई थी| दुसरें विश्‍वयुद्ध में हिटरल ने ज्यू धर्मियों का किया नरसंहार यानी अंधविश्‍वास होने का दावा भी शिराझी ने किया था| ऐसे कडे इस्रायलविरोधी ९३ वर्ष के शिराझी ने कोरोना व्हायरस को रोकने के लिए इस्रायल का टीका इस्तेमाल करने में कुछ भी गैर ना होने का बयान किया है|

इस्रायल से कुछ भी खरीद या इस देश को बेचाना निषिद्ध ही है| पर, यदि कोरोना व्हायरस को रोकनेवाला मात्र टीका इस्रायल विकसित करता है तो और इसके लिए विकल्प नही होता है तो फिर यह टीका इस्रायल से खरीद ने के लिए मजबूर होंगे, यह दावा सिराझी ने किया| ईरान के एक समाचार पत्र से बोलते समय सिराझी ने यह बयान किया| काफी जहाल मत रखेवाले धार्मिक नेता की भूमिका में हुआ यह बदलाव ईरान की बेबसी दिखा रही है और काफी असहायता से ईरान को अपनी भूमिका में बदलाव करना पड रहा है|

इस्रायल की ‘इन्स्टिट्युट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च’ ने कोरोना व्हायरस को रोकनेवाला टीका विकसित किया है, ऐसी खबरें इस्रायली एवं यूरोपिय माध्यमों ने दिए थे| इस्रायल के रक्षा मंत्रालय ने यह बात स्वीकारी नही है| फिर भी इस खबर की दुनियाभर में काफी बात हुई है| इस पृष्ठभूमि पर ईरान के समाचार पत्र ने शिराझी को इस टीके पर सवाल किया था| इसपर जवाब देते समय इस्रायल के इस टीके का इस्तेमाल करना संभव होगा, यह बयान सिराझी ने किया| कोरोना व्हायरस के सियासी नतिजें ईरान में दिखाई दे रहे है और सर्वोच्च धर्मगुरू आयातुल्ला खामेनी और राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी की हुकूमत जनता में काफी अप्रिय बनी है|

इस महामारी का मुकाबला करने के लिए जरूरी वैद्यकीय सुविधाओं की ईरान को कमी महसूस हो रही है| इस वजह से इस महामारी की तीव्रता और भी बढ रही है| इससे ईरान की हुकूमत पर तनाव बना है और कोरोना व्हायरस के कारण ईरान पर नया आर्थिक संकट मंडरता दिख रहा है| इस महामारी का मुकाबला करने के लिए ईरान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के सामने कर्जा देने की मांग की थी| साथ ही अमरिका ने लगाए प्रतिबंधों के कारण हमें कोरोना व्हायरस का मुकाबला करने में कठिनाई होने का दावा राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने किया है|

इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल का टीका स्वीकार करने की तैयारी दिखाकर ईरान ने स्वयं ही अपनी आक्रामकता को रोकने की तैयारी दिखाई है| इस्रायल का कडा द्वेष कर रहे ईरान के भूमिका में हुए इस बदलाव की बडी गुंज पर्शियन खाडी एवं खाडी क्षेत्र में सुनाई दे सकती है|

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