ट्रम्प जैसा दोस्त होते हुए दुश्मन की आवश्यकता नहीं – यूरोपीय महासंघ के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क

ब्रुसेल्स: अमरिका ने ईरान पर लादे हुए प्रतिबंधों की परवाह न करते हुए, ईरान के साथ शुरु इंधन व्यवहार पर कायम रहने वाले यूरोपीय देशों ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प पर आलोचना की धार तेज की है। ‘राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले कुछ दिनों में किए हुए फैसलों को देखा जाए तो एक ही ख्याल आता है कि, ट्रम्प जैसा दोस्त होते हुए यूरोपीय महासंघ को दुश्मन की आवश्यकता ही नहीं है’, ऐसा ताना महासंघ के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने मारा है।

दो दिनों पहले यूरोपीय महासंघ, ब्रिटन, फ़्रांस, जर्मनी और ईरान के बीच ब्रुसेल्स में हुई बैठक में अमरिका के प्रतिबंधों से रास्ता निकालने के लिए व्यवहार्य उपाययोजना शुरू करने पर सहमती बनी है। इसके लिए यूरोपीय महासंघ ने नौ मुद्दों पर आधारित योजना बनाई है, ऐसी जानकारी सामने आई है। लेकिन इतना करने के बाद भी अमरिका ने ईरान पर लादे प्रतिबंधों का ईरान के साथ व्यापार करने वाली कंपनियां और देशों को जबरदस्त आर्थिक नुकसान होने वाला है और इसमें यूरोपीय महासंघ और ब्रिटन, फ़्रांस जर्मनी को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुँचने वाला है।

ट्रम्प, दोस्त, यूरोपीय महासंघ, डोनाल्ड टस्क, दुश्मन, आवश्यकता नहीं, ब्रुसेल्स, अमरिकाइसका एहसास हुए यूरोपीय महासंघ ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष की तीव्र आलोचना करना शुरू किया है। ‘ट्रम्प जैसा दोस्त होते हुए दुश्मन की आवश्यकता नहीं है’, ऐसा ताना मारते हुए टस्क ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का आधार माना। ‘ट्रम्प का आभार मानना पड़ेगा, क्योंकि उनकी वजह से हम बहुत बड़े भ्रम से बाहर निकले। जब हमे मदद की आवश्यक्ता होती है, तब वह मिलती नहीं, यह ट्रम्प की वजह से स्पष्ट हुआ है’, ऐसी आलोचना भी टस्क ने की है।

उसीके साथ महासंघ के अध्यक्ष टस्क ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष जब मन में आए निर्णय लेते हैं, ऐसा आरोप लगाया है। ईरान, उत्तर कोरिया, गाझापट्टी और व्यापार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर ट्रम्प की भूमिका यूरोपीय महासंघ को अस्थिर बनाने वाली है। ट्रम्प प्रशासन की यह भूमिका रशिया और चीन, इन यूरोपीय महासंघ के पारंपरिक शत्रुओं जैसी है, ऐसा टस्क ने आरोप लगाया है। वर्तमान में विश्व में चल रहे घटनाक्रमों में यूरोप महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, ऐसा टस्क ने भरोसा व्यक्त किया है।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान पर लादे प्रतिबंधों की चंगुल से निकलने के लिए यूरोपीय महासंघ ने ईरान के साथ इंधन व्यवहार ‘यूरो’ में करने का फैसला किया है। इस व्यवहार के बारे में चर्चा करने के लिए साथ ही इसके लिए बाल्कन देशों की सहायता पाने के लिए बल्गेरिया के ‘सोफ़िया’ में महासंघ की बैठक आयोजित करना तय है। इस बैठक में ब्रिटन, फ़्रांस और जर्मनी अपनी ईरान समर्थक भूमिका रखने वाले हैं। फ़्रांस के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युअल मैक्रॉन ने इस बैठक से पहले ही अपनी अमरिका विरोधी भूमिका घोषित की है।

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान पर लादे प्रतिबंधों से यूरोपीय महासंघ ने यूरोपीय कंपनियों की सुरक्षा करनी चाहिए, ऐसा आवाहन मैक्रॉन ने किया है। जर्मनी की चांसलर अंजेला मर्केल इस बारे में चर्चा करने के लिए रशिया के लिए रवाना हुईं हैं। इस दौरे में मर्केल रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात करके ईरान, सीरिया और युक्रेन इन विषयों पर चर्चा करने वाली हैं।

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