इराक अथवा सीरिया के विभाजन से न खत्म होने वाला वैश्विक संघर्ष भडकेगा- तुर्की के रक्षा मंत्री का इशारा

अंकारा: ‘इराक और सीरिया की अखंडता को चुनौती निर्माण होकर इन देशों का विभाजन हुआ तो कभी भी खत्म न होने वाला वैश्विक संघर्ष भडकेगा’, ऐसा इशारा तुर्की के रक्षा मंत्री ‘नुरेत्तीन कानिक्ली’ ने दिया है। इराक में स्वतंत्र कुर्दिस्तान के जनमत के लिए चल रही गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर तुर्की के रक्षा मंत्री ने यह इशारा दिया है। उसी के साथ ही कुर्दिस्तान के जनमत की वजह से अपने देश की सुरक्षा को खतरा निर्माण होगा, ऐसा कहकर तुर्की के रक्षा मंत्री ने इराक और सीरिया की सीमा पर तुर्की ने की हुई लश्करी तैनाती का भी समर्थन किया है।

पिछले दो दिनों से तुर्की ने इराक और सीरिया की सीमा के पास टैंक, लष्कर की कवचधारी गाड़ियाँ, रॉकेट लौन्चर्स तैनात किए हैं। अकेले सीरिया की उत्तर की सीमा के पास तुर्की के ८० टैंक तैनात हैं। तुर्की की इस लश्करी तैनाती पर चिंता जताई जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर रक्षा मंत्री कानिक्ली ने लश्करी गतिविधियों का समर्थन किया है। इराक में स्वतंत्र कुर्दिस्तान के लिए होने वाले जनमत की पृष्ठभूमि पर यह तैनाती की गई है, ऐसा कानिक्ली ने कहा है। ‘जनमत की वजह से इराक की एकात्मता को चुनौती निर्माण हुई तो तुर्की की सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो सकता है’, ऐसा कानिक्ली ने कहा है। साथ ही इराक की तरह भविष्य में तुर्की स्थित कुर्दों की ओर से जनमत की माँग नहीं होगी, इस के लिए कठोर कदम उठाने वाले हैं, ऐसा भी तुर्की के रक्षा मंत्री ने कहा है।

दो दिन पहले तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यील्दिरिम ने भी इराक और सीरिया के कुर्दियों की गतिविधियों के खिलाफ इशारा दिया था। इराक और सीरिया में स्वतंत्र देश निर्माण करने का सपना देखने वालों की वजह से तुर्की की सुरक्षा को चुनौती निर्माण हुई तो जोरदार प्रत्युत्तर देने का इशारा तुर्की के प्रधानमंत्री ने दिया था। इसके लिए कोई भी कदम उठाते समय तुर्की आगे-पीछे नहीं सोचेगा, ऐसा भी प्रधानमंत्री ने कहा है। इराक में कुर्दों के जनमत की पृष्ठभूमि पर तुर्की के प्रधानमंत्री ने यह इशारा दिया है। उसके बाद तुर्की के रक्षा मंत्री ने भी इस पर इशारा देने की वजह से तुर्की की बेचैनी बढ़ गई है।

अगले सोमवार को इराक के उत्तरी कुर्दिस्तान इलाके में जनमत लिया जाने वाला है। इराक की सरकार, संसद, उच्चतम न्यायालय ने इस जनमत का कड़ा विरोध किया है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर से भी कुर्द प्रशासन पर जनमत स्थगित करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। लेकिन कुर्दिस्तान का प्रशासन साथ ही दुनियाभर की कुर्द जनता इस जनमत पर पक्की है। कुर्दों के इस जनमत के फैसले पर तुर्की, ईरान, सीरिया और अमेंनिया इन इराक के पडौसी देशों ने चिंता जताई है। कुर्दों ने इराक में जनमत लिया तो अपने देश में भी जनमत का खतरा मंडराएगा, ऐसा भय तुर्की और ईरान इन देशों को लग रहा है।

इस पृष्ठभूमि पर, तुर्की ने इराक और सीरिया की सीमा के पास लश्कर का जुटाव किया है। लेकिन इराक और सीरिया की सीमा के पास यह तैनाती करने से पहले तुर्की ने पूर्वसूचना नहीं दी थी, ऐसी टीका इराक और सीरियन सरकार की ओर से की जा रही है। साथ ही तुर्की सिर्फ सेना की तैनाती करके रुका नहीं है, उसने इस क्षेत्र में युद्धाभ्यास भी शुरू करने की जानकारी सामने आ रही है। इराक और सीरिया की सीमा पर चल रहा यह लश्करी युद्धाभ्यास २६ सितम्बर तक चलने का दावा किया जा रहा है।

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