‘बिग टेक’ के एकाधिकार को रोकने के लिए रशिया ने बनाया नया कानून

मास्को – सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों के एकाधिकार को रोकने के लिए रशिया ने नया कानून पारित किया है। इस कानून के अनुसार सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों को रशिया में स्वतंत्र शाखा एवं उप-कंपनी शुरू करना बंधनकारी होगा। ऐसा ना करने पर उस कंपनी पर पाबंदी एवं अन्य जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी, ऐसा इशारा दिया गया है। रशिया ने बीते साल से ‘बिग टेक’ कंपनियों पर नियंत्रण रखने के लिए बनाया हुआ यह दूसरा कानून है। नया कानून पारित करने के साथ ही रशिया ने ‘गुगल’ के खिलाफ नई शिकायत दर्ज़ करके जाँच शुरू की है।

big-tech-russia-2रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने नए कानून पर हस्ताक्षर करने की जानकारी रशियन यंत्रणाओं ने साझा की है। इस कानून के अनुसार रशिया में सक्रिय सूचना बंधनकारक क्षेत्र की विदेशी कंपनी को रशिया में शाखा शुरू करके स्वतंत्र दफ्तर शुरू करना पड़ेगा। शाखा शुरू करना मुमकिन ना होने पर रशियन उप-कंपनी स्थापित करनी पड़ेगी। साथ ही रशियन यंत्रणा ‘रॉसकॉम्झॉर’ पर स्वतंत्र अकाउंट शुरू करके पंजीकरण करना भी बंधनकारी होगा। पांच लाख एवं उससे अधिक ग्राहक एवं यूजर्स वाली सभी कंपनियों के लिए यह नया कानून लागू होगा, ऐसा ‘रॉसकॉम्झॉर’ ने स्पष्ट किया है।

इन प्रावधानों का पालन ना करनेवाली कंपनियों को पाबंदी या अन्य जुर्माने की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, ऐसा इशारा दिया गया है। कुछ दिन पहले एक समारोह के दौरान राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने नए कानून का समर्थन करने की बात सामने आयी है। ‘रशियन सरकार को कोई भी वेबसाईट या कंपनी को ब्लॉक करने की इच्छा नहीं है। हमें इन कंपनियों के साथ काम करना है। लेकिन, इसमें कुछ मुश्‍किलें हैं। रशियन कानून या रशियन सरकार द्वारा रखी जा रही माँगों की ओर यह कंपनियाँ अनदेखी करने से समस्या तैयार होती है’, यह इशारा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दिया है।

big-tech-russia-1नया कानून लागू करने के साथ ही रशिया ने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियों के खिलाफ होनेवाली कार्रवाई का दायरा बढ़ाने के संकेत भी दिए हैं। रशिया ने बुधवार के दिन सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की शीर्ष ‘गुगल’ कंपनी के विरोध में नई शिकायत दर्ज़ करके जाँच शुरू की है। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों के विरोध में हो रही यह चौथी कार्रवाई है। बीते कुछ महीनों के दौरान रशिया ने ‘ट्विटर’, ‘फेसबुक’, ‘टिकटॉक’ कंपनियों पर भारी आर्थिक जुर्माना लगाया था।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने कुछ वर्ष पहले रशिया का स्वतंत्र इंटरनेट शुरू करने का ऐलान किया था। अमरीका और यूरोप द्वारा इंटरनेट एवं सोशल मीडिया का रशियन हुकूमत के खिलाफ हो रहा इस्तेमाल ध्यान लेते हुए रशिया ने यह महत्वाकांक्षी योजना तैयार की थी। दो वर्ष पहले इससे संबंधित कानून भी पारित किया था। बीते वर्ष एवं वर्तमान वर्ष के शुरू में रशिया ने ‘सौवरिन रशियन इंटरनेट’ का सफल परीक्षण करने की जानकारी साझा की थी।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया ने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के विरोध में बनाया नया कानून ध्यान आकर्षित कर रहा है।

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