सीरिया में ‘आयएस’ के विरोध में नया संघर्ष भड़कने के आसार

दमास्कस – सीरियन सेना पर ‘आयएस’ के आतंकियों के हमले में कम से कम २० सैनिक मारे गए हैं। इसके अलावा ‘आयएस’ के आतंकियों ने सीरियन सैनिकों का अपहरण करने की खबरें भी सामने आ रही हैं। इसी बीच, सीरियन मुखपत्र ने यह दावा किया है कि, बीते कुछ दिनों में अमरीका ने अपने अतिरिक्त सैनिक सीरिया रवाना किए हैं। इसके साथ रशियन विध्वंसक भी सीरिया की दिशा में रवाना हुई है। इस वजह से सीरिया में ‘आयएस’ के विरोध में नया संघर्ष शुरू होने के आसार बढ़े हैं।

Syria-ISसीरिया के पूर्वीय ओर स्थित इराक की सीमा से करीबी ‘देर अल-ज़ोर’ एवं ईशान कोण सीमा से करीबी क्षेत्र में ‘आयएस’ के आतंकियों की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की खबरें सामने आ रही हैं। ब्रिटेन स्थित सीरियन मानव अधिकार संगठन ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार दो दिन पहले यहां की ‘युफ्रेटस’ नदी के इलाके में ‘आयएस’ के आतंकियों ने सीरियन सैनिकों पर हमला किया है। इस हमले में २० सैनिक मारे गए हैं। बीते २० दिनों में ‘आयएस’ के आतंकियों ने ‘देर अल-ज़ोर’ के इलाके में सीरियन सैनिकों पर किया यह दूसरा हमला है।

दो सप्ताह पहले सेना की बस से घर लौट रहे सीरियन सैनिकों पर ‘आयएस’ ने बम हमला किया था। इस हमले में ३९ सैनिक मारे गए। इसके बाद बीते सप्ताह में रशिया ने ‘आयएस’ के ठिकानों पर १७० हवाई हमले करने का दावा सीरियन मानव अधिकार संगठन ने किया था। इस पर जवाबी हमला करने के लिए ‘आयएस’ ने फिर एक बार इसी क्षेत्र में सीरियन सैनिकों को लक्ष्य किया है।

‘देर अल-ज़ोर’ के अलावा सीरिया के हमा और राक्का क्षेत्र में ‘आयएस’ की गतिविधियां शुरू होने की खबरें सामने आ रही हैं। उत्तरी सीरिया के राक्का क्षेत्र में ‘आयएस’ ने नागरी क्षेत्र में दो हमले किए हैं और इन हमलों में आम नागरिक मारे जाने से चिंता व्यक्त की जा रही है। लेकिन, इस हमले की पुख्ता जानकारी सामने नहीं आ सकी है।

Syria-IS‘आयएस’ की तरह ही ‘अल कायदा’ से जुड़े ‘जबात अल-नुस्र’ संगठन ने भी चौबीस घंटों के दौरान २१ ठिकानों पर हमले किए हैं, ऐसा दावा सीरिया में तैनात रशियन सेना ने किया है। इदलिब, अलेप्पो और लताकिया तीनों प्रांतों में अल-नुस्र ने हमले करके युद्धविराम का उल्लंघन किया है, ऐसा आरोप रशियन सेना कर रही है।

बीते सप्ताह में ही अलेप्पो प्रांत में र्इंधन की तस्करी करने में जुटे तुर्की से जुड़े आतंकियों पर रशिया ने ड्रोन हमले किए थे। इन हमलों में र्इंधन के टैंकर्स नष्ट हुए थे। बीते कुछ हफ्तों से सीरिया की स्थिति में दुबारा तनाव निर्माण हो रहा है। रशिया ने सेना की बख्तरबंद गाड़ियां और टैंकों से लैस विध्वंसक सीरिया के तारतूस बंदरगाह की दिशा में रवाना की है। साथ ही सीरिया के पूर्वीय क्षेत्र के कामिश्‍ली राजमार्ग पर रशिया ने अपनी सेना की तैनाती की खबरें सामने आ रही हैं।

Syria-ISतभी, अमरीका ने भी सीरिया में अपनी तैनाती बढ़ाने की गतिविधियां शुरू की हैं, ऐसा दावा सीरिया की अस्साद हुकूमत से संबंधित वृत्तसंस्था कर रही है। अमरीका की ३० लष्करी गाड़ियां इराक के रास्ते सीरिया के ‘देर अल-ज़ोर’ प्रांत में दाखिल हुई हैं। अमरिका के इस बेड़े में तोपों और टैंकों का भी समावेश है और अमरिकी हेलिकॉप्टर्स की सुरक्षा में लष्करी गाड़ियों का यह काफिला ‘देर अल-ज़ोर’ में स्थित अमरिकी लष्करी अड्डे की दिशा में रवाना होने की बात वर्णित वृत्तसंस्था कह रही है।

इस वजह से सीरिया में ‘आयएस’ और ‘अल कायदा’ से जुड़ी आतंकी ‘जुबात अल-नुस्र’ जैसी संगठनों की जारी गतिविधियों के विरोध में अमरीका और रशिया भी आक्रामक कार्रवाई करने की तैयारी करती हुई दिख रही हैं।

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