उत्तराखंड के चंपावत के ‘नो मैन्स लैण्ड’ पर नेपाल ने जताया दावा

काठमांडू – नेपाल ने उत्तराखंड के चंपावत ज़िले में स्थित सरहदी इलाकों पर अपना दावा करके नया विवाद निर्माण किया है। लेकिन भारत के विरोध में माहौल तैयार करने के लिए नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी की इन गतिविधियों के विरोध में नेपाल के प्रमुख विपक्ष नेपाल कांग्रेस ने नाराज़गी व्यक्त की है। नेपाल सरकार ने नया नक्शा जारी करने की ज़ल्दबाजी की है। कालापानी के सीमा विवाद को लेकर नेपाल कांग्रेस सरकार के साथ है। लेकिन, इस विवाद का हल राजनीतिक चर्चा के माध्यम से निकालने की कोशिश करना आवश्‍यक था, यह बयान नेपाल कांग्रेस के नेताओं ने किया है।

Nepal-Uttarakhand-India22 जुलाई के दिन टनकपुर के ब्रह्मदेव इलाके के ‘नो मैन्स लैण्ड’ में नेपाली नागरिकों ने सीमा रेखांकित करनवाले सीमंट के पिलर हटाकर पेड़ लगाए थे। नेपाली जनता की इस हरकत का भारत ने विरोध किया था। इस घटना के बाद वहां पर तनाव निर्माण हो गया है। अब नेपाल के कंचनपुर ज़िले के भीमदत्त नगरपालिका के महापौर सुरेंद्र बिष्ट ने टनकपुर की ज़मीन नेपाल सरकार की होने का दावा किया है। सुरेंद्र बिष्ट नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी.शर्मा ओली के नज़दिकी समझे जाते है।

भारत जिस ज़मीन को ‘नो मैन्स लैण्ड’ कहता है वह ज़मीन नेपाल की है, यह दावा बिष्ट कर रहे है। इसी वजह से दोनों देशों ने इस नो मैन्स लैण्ड का दुबारा सर्वे करने की आवश्‍यकता है। इससे तनाव कम होगा और संबंधों में सुधार भी होगा, यह बयान भीमदत्त नगरपालिका के महापौर ने किया है। इस ज़मीन के मुद्दे पर अब तक दोनों देशों में किसी भी तरह का विवाद नहीं था। लेकिन, भीमदत्त नगरपालिका के महापौर ने इस क्षेत्र पर नेपाली जनता का हक जताकर नया विवाद निर्माण किया है।

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