म्यानमार में लष्कर की कार्रवाई में लगभग ढाई लाख लोग विस्थापित – युरोप के बाद अमरीका के भी म्यानमार पर नए प्रतिबंध

ब्रुसेल्स/वॉशिंग्टन/यंगून – १ फरवरी से म्यानमार के लष्कर ने लोकतंत्रवादी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शुरू की कार्रवाई के कारण, ढाई लाख लोग विस्थापित हुए हैं। इसके अलावा लष्कर ने ३,२६१ लोगों को राजनीतिक बंदी बनाकर रखा होने की आलोचना संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दूत ने की है। इसी बीच, म्यानमार के लष्कर ने गिरफ्तार किए छः प्रदर्शनकारियों की फोटो प्रकाशित कीं हैं। इनमें प्रदर्शनकारियों पर किए हुए अत्याचार स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं, ऐसा आरोप करके मानवाधिकार संगठनों ने अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय के पास, जुंटा हुकूमत के विरोध में कार्रवाई की माँग की है।

myanmar-kachin-rebelsम्यानमार में मानवतावादी संकट खड़ा होने की चेतावनी संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवाधिकार गुट के विशेष दूत टॉम अँड्र्यूज् ने दी है। पिछले दस हफ्तों से म्यानमार के लष्कर द्वारा अपनी ही जनता पर कार्रवाई की जा रही है, ऐसी आलोचना टॉम ने की। इस कार्रवाई में अब तक ७३८ लोगों की मौत हुई है। वहीं, लगभग ढाई लाख लोग विस्थापित हुए होकर, कुछ लोगों ने पड़ोसी देशों में आश्रय के लिए पलायन किया है, ऐसी जानकारी टॉम ने साझा की।

आनेवाले शनिवार को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आग्नेय एशियाई देशों की ‘असियान’ की बैठक आयोजित की गई है। म्यानमार के लष्करप्रमुख इस बैठक के लिए उपस्थित रहनेवाले हैं। इस कारण लष्कर ने लोकतंत्रवादी प्रदर्शनकारियों पर जारी कार्रवाई रोकी है, ऐसा आरोप टॉम तथा स्थानिक मानवाधिकार संगठन कर रहे हैं। लेकिन आसियान देश तथा अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय म्यानमार के लष्कर पर कठोर कार्रवाई करें, ऐसी माँग टॉम ने की है।

myanmar-kachin-rebelsदो दिन पहले युरोपीय महासंघ ने म्यानमार के लष्कर के अधिकारी और संबंधित कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे। बुधवार को अमरीका ने भी म्यानमार के लष्कर से संबंधित दो कंपनियों पर प्रतिबंध घोषित किए। इससे पहले भी अमरीका ने जुंटा हुकूमत पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी। लेकिन इन प्रतिबंधों के अलावा, अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय म्यानमार की लष्करी हुकूमत के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें, ऐसी माँग राष्ट्रसंघ में नियुक्त म्यानमार के राजदूत ही कर रहे हैं।

इसी बीच, म्यानमार की लष्करी हुकूमत को अब स्थानीय लोगों से ही चुनौती मिल रही होने का दावा किया जाता है। ‘काचिन इंडिपेंडन्स आर्मी’ इस सशस्त्र बागी गुट ने म्यानमार के लष्कर के खिलाफ काचिन प्रांत में जोरदार हमले शुरू किए होने की खबरें सामने आ रही है।

वहीं, हफ्तेभर पहले लष्कर के हमले का लक्ष्य बने काले शहर के युवाओं ने भी, सशस्त्र बगावत की तैयारी की होने का दावा किया जाता है।

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