इराक के प्रदर्शनों में करीबन ५०० लोगों की मौत – क्रोधित प्रदर्शनकारियों ने इराक की ईंधन परियोजना का काम बंद किया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबगदाद: पिछले तीन महीनों से इराक में सरकार के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों में ४९० लोगों के मारे जाने का दावा मानव अधिकार संगठन ने किया है| वही, ५० से भी अधिक लोग लापता है और करीबन तीन हजार लोगों को हिरासत में रखा गया है| ऐसे में क्रोधित हुए इराकी प्रदर्शनकारियों ने यहां की ईंधन परियोजना का काम बंद करवाया है और इससे यह प्रदर्शन और भी तीव्र होते दिख रहे है|

इराकी सरकार का भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और ईरान समर्थक नीति पर क्रोध व्यक्त करने के लिए पिछले तीन महीनों से इराकी जनता राजधानी बगदाद समेत अलग अलग शहरों में प्रदर्शन कर रही है| इराक की सरकार ने यह प्रदर्शन कुचलने के लिए दबावतंत्र का प्रयोग शुरू किया है और यह कार्रवाई ईरान की सूचना पर होने का आरोप हो रहा है| इस कार्रवाई में ४९० प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है| इनमें से ३३ प्रदर्शनकारियों को गोलियां मार कर मारा गया है, यह दावा मानव अधिकार संगठन कर रही है|

इसके अलावा प्रदर्शनों के दौरान इराकी सुरक्षा यंत्रणा और ईरान से जुडे गुटों ने २,९०० लोगों को गिरफ्तार किया है और इन में से १०० लोगों को इराक में मौजूद नजरबंद रखा है और ६८ प्रदर्शनकारियों का ईरान से जुडे गुटों ने अपहरण भी किया था| इनमें से मात्र १२ लोगों को रिहा किया गया है और अन्य लोगों से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी प्रसिद्ध नही हुई है| इस वजह से इराक में हो रहे प्रदर्शनों में बडी संख्या में प्रदर्शनकारी मारे जाने की आलोचना मानव अधिकार संगठन कर रही है|

इराक के तानाशाह सद्दाम हुसेन को सत्ता से हटाए जाने के बाद पिछले १६ वर्षों में इराक में पहली बार इतनी बडी मात्रा में राजकीय अराजकता और हत्याकांड होन का दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे है| ईरान से जुडे गुट ही इस के लिए जिम्मेदार होने की आलोचना संयुक्त राष्ट्रसंघ ने कुछ दिन पहले की थी|

इसी बीच, इराकी सुरक्षा यंत्रणा और ईरान से जुडे गुट कार्रवाई कर रहे है, फिर भी प्रदर्शनकारी डटे रहे है और पीछे ना हटने की बात दिख रही है| इराकी प्रदर्शनकारियों ने रविवार के दिन ‘नसिरिया’ ईंधन परियोजना का काम बंदर करवाया| इस ईंधन परियोजना से प्रति दिन ८२ हजार ईंधन का उत्खनन होता है| इस ईंधन परियोजना में स्थानिय लोगों को रोजगार का अवसर प्राप्त नही होता, यह आरोप करके प्रदर्शनकारियों ने यह हरकत की है| इस वजह से इराक की अर्थव्यवसथा बडा झटका लगेगा, यह डर व्यक्त किया जा रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.