नैवेल्नी के समर्थक देशद्रोही और नाटो के एजंट – रशिया का आरोप

मास्को – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के विरोध में प्रदर्शन कर रहे ऐलेक्सी नैवेल्नी के समर्थक देशद्रोही और नाटो के एजंट होने का बड़ा आरोप रशिया के विदेश विभाग ने लगाया है। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के तीव्र विरोधक के तौर पर पहचाने जानेवाले ऐलेक्सी नैवेल्नी को बीते महीने से जेल में बंद किया गया है। इस मुद्दे पर रशिया में प्रदर्शन हो रहे हैं और अमरीका एवं यूरोपिय देशों ने नैवेल्नी की रिहाई की माँग की है।

नैवेल्नी के समर्थकऐलेक्सी नैवेल्नी पर बीते वर्ष के अगस्त महीने में प्राण घातक विषप्रयोग हुआ था। नैवेल्नी पर हुए इस विषप्रयोग करने के लिए रशियन सरकार ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाया गया था। नैवेल्नी बीते महीने में रशिया लौट आए थे और इसके बाद तुरंत ही उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। इस गिरफ्तारी के विरोध में नैवेल्नी के समर्थकों ने व्यापक प्रदर्शन शुरू किए हैं और रशिया के विभिन्न शहरों में लगातार तीन हफ्तों से प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के विरोध में रशियन हुकूमत ने आक्रामक भूमिका अपनाई है और अब तक करीबन ८ हज़ार से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।

नैवेल्नी के समर्थकइन प्रदर्शनकारियों पर रशिया की हो रही कार्रवाई पर पश्‍चिमी देशों से तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हुई थी। रशिया में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन अपने विरोधकों की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे आरोप किए गए थे। कुछ यूरोपिय देशों ने रशियन राजनीतिक अफसरों को देश से बाहर खदेड़ दिया था। इसी बीच अमरीका ने रशिया पर सख्त प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू करने की बात भी सामने आयी है। पश्‍चिमी देशों की इन गतिविधियों पर रशिया में तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है।

नैवेल्नी के समर्थक‘नैवेल्नी के समर्थकों को विरोधक कहना बंद करें। यह विरोधक नहीं हैं, विरोधक अलग ही हैं। नैवेल्नी के समर्थक यानी दूसरों के प्रभाव में रहनेवाले एजंट्स हैं और इस बात के सबूत भी प्राप्त हुए हैं। ८ फ़रवरी के दिन नैवेल्नी समर्थकों की यूरोपिय महासंघ समेत अमरीका और ब्रिटेन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। यूरोप, अमरीका और ब्रिटेन यह सभी देश नाटो का हिस्सा हैं। इसी बैठक में रशिया की स्थिति अधिक अस्थिर करने का निर्णय किया गया’, यह आरोप रशियन विदेश विभाग की प्रवक्ता मारिया ज़ाखारोव ने लगाया। नैवेल्नी के समर्थक लिओनिड वोल्कोव और व्लादिमीर अशुर्कोव दोनों देशद्रोही हैं, यह आरोप भी ज़ाखारोवा ने लगाया है।

लिओनिड वोल्कोव, नैवेल्नी के ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ है और लिथुआनियात में रह रहे हैं। व्लादिमीर अशुर्कोव ब्रिटेन से सभी सूत्र चला रहे हैं, ऐसा कहा जा रहा है।

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