नाटो अफगानिस्तान से वापसी नहीं करेगा – नाटो के प्रमुख की घोषणा

Third World Warब्रसेल्स: अफगानिस्तान में आतंकवाद विरोधी युद्ध खत्म नहीं हुआ है| तालिबान एवं आईएस जैसे आतंकवादी संगठन अफगानिस्तान में फिर से प्रभाव बढ़ाते समय पाश्चात्य देशों के लष्कर ने वापसी न करें, ऐसी अमरिका के आवाहन को नाटो ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है| अफगानिस्तान में दीर्घकालीन सुरक्षा एवं स्थिरता कि हमें जबतक गारन्टी नहीं मिलती, तब तक नाटो अफगानिस्तान से वापसी नहीं करेगा, ऐसा नाटो के प्रमुख जेंस स्टोल्टनबर्ग ने कहा है|

नाटो के विदेश मंत्रियों की विशेष बैठक हालही में ब्रसेल्स में हुई है| इस बैठक में बोलते हुए स्टोल्टनबर्ग ने अफगानिस्तान में बनी परिस्थिति पर चिंता व्यक्त की है| अफगानिस्तान में आतंकवादी हमलों में नागरिक एवं अफगानी सुरक्षा जवानों की बड़ी तादाद में बलि जाने की बात जेंस स्टोल्टनबर्ग ने कही है| अफगानिस्तान में शुरू इस हिंसाचार में बढ़ोतरी होते समय नाटो का लष्कर वहां से वापसी नहीं कर सकता, ऐसा स्टोल्टनबर्ग ने स्पष्ट किया है| स्टोल्टनबर्ग के अफगानिस्तान में दीर्घ तैनाती के प्रमुख यूरोपीय देशों ने समर्थन किया है| लेकिन, क्या यूरोपीय देश अफगानिस्तान में सेना की तैनाती बढ़ाएंगे? यह बात स्पष्ट नहीं हुई है|

नाटो, अफगानिस्तान, वापसी, नहीं करेगा, प्रमुख, घोषणानाटो का लष्कर अफगानिस्तान से वापसी नहीं करें, ऐसा आवाहन अमरिका ने इससे पहले ही किया था| नाटो के बैठक में अफगानिस्तान में सेना तैनाती के बारे में योग्य निर्णय नहीं लिया, तो सैनिकों पर तालिबान के हमलों की तीव्रता बढ़ सकती है, ऐसी चेतावनी अमरिका के वरिष्ठ अधिकारी ने दी है| अफगानिस्तान में सेना तैनाती के बारे में अमरिका ने किए आवाहन के बाद नाटो प्रमुख ने यह घोषणा की है| अफगानिस्तान में आतंकवादी युद्ध को १७ वर्ष पूर्ण हुए हैं और यह संघर्ष खत्म होने की आशंका नहीं है, यह दावा किया जा रहा है|

उसी समय आतंकवादी हमले के लिए अफगानिस्तान यह दुनिया का सबसे भीषण देश ठहरा है| इस बात को लेकर अफगानिस्तान ने इराक को भी पीछे धकेला है| एक पाश्चात्य अभ्यास गटने तैयार किये रिपोर्ट में इराक में आतंकवादी हमलों की एवं उसमें बलि जानेवाले लोगों की संख्या घटने की बात कही गई है| पर इस कालखंड में अफगानिस्तान में आतंकवादी हमले तथा उसमें बली जाने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है| दुनिया में आतंकवादी हमले में ढेर होनेवाले लोगों में से एक चतुर्थांश जीवितहानी अफगानिस्तान में होती है, ऐसा इस अभ्यास गट का कहना है|

दौरान तालिबान के हमलों को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका एवं अफगानी लष्कर ने संयुक्त मुहिम छेड़ी है| २ दिनों पहले अमरिका ने पाकिस्तान की सीमा के पास हवाई हमलें किये थे| इन हमलों में १०० से अधिक आतंकवादियों का खात्मा किया था|

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