‘रेदॉन’ की ड्रोनविरोधी लेजर यंत्रणा अमरिका के बेडे में शामिल

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन: अमरिकी वायुसेना ने स्वार्म ड्रोन्स के हमलें रोकने के लिए अपने बेडे में लेजर यंत्रणा का समावेश किया है| इस महीने के शुरू में रेदॉनइस अमरिका की नामांकित हथियार निर्माण करनेवाली कंपनी ने इस लेजर यंत्रणाका निर्माण करके अमरिकी वायुसेना को इसे प्रदान किया है| यह यंत्रणा अब तैनाती के लिए तैयार हुई है और अमरिकी वायुसेना इसका प्रयोग अगले सालभर में विदेश में अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए करेगी| ‘रेदॉन स्पेस ऍण्ड एअरबॉर्न सिस्टिम्सके अध्यक्ष रॉय एझ्वेडो ने इस यंत्रणा के तैनाती की जानकारी दी|

पांच वर्ष पहले अमरिका में लष्करी विश्‍लेषक और अभ्यासगुटों ने ड्रोन्स के बढते इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की थी| नागरी इस्तेमाल के लिए बिक्री हो रहे ड्रोन्स भी देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते है, यह डर इन अभ्यासगुटों ने व्यक्त किया था| समय समय पर ड्रोन्स के हमलें और उनकी हो रही घुसपैठ की खबरें सामने आ रही थी| तभी ड्रोन विरोधी यंत्रणा के निर्माण संबंधी पुछा जाना शुरू हुआ और लेजर यंत्रणा का निर्माण हुआ, यह जानकारी एझ्वेडो ने दी|

मात्र दो वर्षों में रेदॉन कंपनी ने इस लेजर यंत्रणा का निर्माण किया है, यह दावा भी एझ्वेडो ने किया| वर्णित लेजर यंत्रणा हाय एनर्जीतकनीक पर निर्भर है और एक छोटे सैनिकी गाडी पर तैनात की गई है| इस यंत्रणा से निकलने वाले लेजर कुछ ही क्षणों में ड्रोन्स को नष्ट कर सकते है, ऐसा रेदॉन कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है| पिछले कुछ वर्ष इस लेजर यंत्रणा का परीक्षण किया गया| सटिकता के साथ ड्रोन्स या हवां में मौजूद कोई भी लक्ष्य तबाह करने में यह यंत्रणा कामयाब साबित होने का दावा किया जा रहा है| पर, इस यंत्रणा का परीक्षण अमरिका के बाहर किया गया नह है|

इस महीने के शुरू में रेदॉन कंपनी ने यह यंत्रणा अमरिकी वायुसेना को सौंप दी है| इसके बाद वायुसेना ने यह यंत्रणा विदेश में तैनात करने का निर्णय किया है| फिलहाल यह यंत्रणा कहां पर तैनात होगी, यह बात अभी स्पष्ट नही हुई है| अमरिकी वायुसेना की तरह सेना ने भी यह यंत्रणा खरीदने की तैयारी जताई है| इससे पहले अमरिकी नौसेना लेजर यंत्रणा से सज्जित होने की खबरें प्राप्त हुई थी|

इसी बीच पिछले कुछ वर्षों से इराक और सीरिया में छिपे आईएसके आतंकी ड्रोन्स का बेडा रखने की बात स्पष्ट हुई थी| इराक में आईएसके आतंकियों ने सेना पर किए ड्रोन हमलों के वीडियो भी प्रसिद्ध हुए थे| वही, येमन में हौथी बागियों ने भी सौदी अरब के हवाई एवं लष्करी अड्डों पर ड्रोन हमलें किए थे| इसके अलावा पिछले महीने में सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों में स्वार्म ड्रोन्स एवं राडार यंत्रणा को चकमा देनेवाले राकेटस् का इस्तेमाल होने की बात सामने आयी थी| इस पृष्ठभूमि पर वर्णित लेजर यंत्रणा की अमरिकी वायुसेना में हो रही तैनाती अमरिकी हितसंबंधों के लिए अहम साबित होगी|

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