म्यांमार की जुंटा हुकूमत के खिलाफ जारी सशस्त्र संघर्ष हुआ तीव्र

म्यांमार की जुंटा, Myanmar anti-coup resistance grows, attack a police station, Myanmar Economic Bankनेप्यितौ – म्यानमार की जुंटा हुकूमत द्वारा जनतंत्र के समर्थन में उतरे प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई को तीव्र प्रत्युत्तर मिलने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। म्यांमार की सेना ने विद्रोह करने के बाद १०० दिन पूरे होते ही अब जुंटा हुकूमत के खिलाफ व्यापक सशस्त्र संघर्ष शुरू होने की संभावना बढ़ी है। उत्तरी एवं मध्य म्यांमार के कई इलाकों में स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे सशस्त्र गुट तैयार होने की जानकारी सामने आयी है। इसी दौरान शहरी इलाकों में छात्र, डॉक्टर्स, सरकारी कर्मी, खिलाड़ी एवं मॉडेल्स भी इस सशस्त्र संघर्ष के लिए तैयार होने का वृत्त स्थानीय प्रसार माध्यमों द्वारा दिया गया है।

फ़रवरी में म्यांमार की सेना ने विद्रोह करके सत्ता हथियाई थी। सेना के इस निर्णय का विरोध करने के लिए म्यांमार की जनता ने सड़कों पर उतरकर जनतंत्र के समर्थन में प्रदर्शन करना शुरू किया था। सेना ने इन प्रदर्शनों को कुचलने के लिए क्रूर कार्रवाई के साथ अत्याचार करने के बावजूद म्यांमार की जनता पीछे नहीं हटी है। लगभग १०० दिन बीतने के बावजूद इन प्रदर्शनों की तीव्रता बरकरार है और अब इसकी तीव्रता प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जुंटा हुकूमत के खिलाफ इन प्रदर्शनों का दायरा बढ़ने के साथ ही इसका स्वरूप भी बदलता जा रहा है।

म्यांमार की जुंटा, Myanmar anti-coup resistance grows, attack a police station, Myanmar Economic Bankमार्च में म्यांमार के इन प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे नेताओं ने यह इशारा दिया था कि, यदि सेना बल का प्रयोग करती है तो इसके खिलाफ आत्मरक्षा करने का अधिकार जनता को है। इसके साथ ही बीते महीने में म्यांमार की जनतांत्रिक हुकूमत का हिस्सा रहे नेता और वांशिक एवं विद्रोही गुटों ने मिलकर ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ का गठन किया था। यह ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ जुंटा हुकूमत के विरोध में समांतर सरकार के तौर पर काम करेगी, यह ऐलान भी उस समय किया गया था।

इसके बाद म्यांमार में जनता की सुरक्षा के लिए ‘पीपल्स डिफेन्स फोर्स’ के गठन का ऐलान भी किया गया था। यह ‘फोर्स’ म्यांमार की सेना के खिलाफ खुलेआम सशस्त्र संघर्ष करेगी, ऐसे संकेत भी दिए गए थे। इन गतिविधियों के साथ बेचैन हुई जुंटा हुकूमत ने ‘नैशनल युनिटी गवर्मेंट’ को आतंकी संगठन करार दिया था। लेकिन, सेना के इस म्यांमार की जुंटा, Myanmar anti-coup resistance grows, attack a police station, Myanmar Economic Bankदबाव की परवाह किए बगैर म्यांमार की जनता सशस्त्र संघर्ष में उतरने के लिए तैयारी करने में जुटी होने की बात सामने आने लगी है।

म्यांमार में ‘ब्युटी क्विन’ के तौर पर पहचानी जानेवाली हतार हतेत नामक युवती ने कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया में हाथ में राइफल लिए खींची फोटो प्रसिद्ध की है। सेना के विरोध में क्रांती करने के लिए हम अपना जीवन समर्पित करने के लिए तैयार होने का बयान उसने अपनी पोस्ट में किया था। हतार से पहले म्यांमार के एक नामांकित खिलाड़ी फो थौ भी इन प्रदर्शनों में उतरने का वृत्त प्रसिद्ध हुआ था। सोशल मीडिया पर हज़ारों युवकों ने हम सशस्त्र संघर्ष के लिए आवश्‍यक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए उत्सुक होने का बयान किया है। म्यांमार के वांशिक एवं विद्रोही गुटों ने प्रशिक्षण के लिए शिविर शुरू किए होने की बात भी कही जा रही है।

उत्तरी एवं मध्य म्यांमार के कई इलाकों में छोटे सशस्त्र विद्रोही गुट तैयार हुए हैं और सेना के साथ इनकी मुठभेड़ होने की खबरें भी प्रसिद्ध हो रही हैं। ‘म्यांमार नाउ’ एवं ‘द इरावद्दी’ नामक वेबसाईट ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार बीते कुछ हफ्तों के दौरान म्यांमारी सेना के करीबन १०० सैनिक इन घटनाओं में मारे गए हैं।

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