अफ़गान सुरक्षाबलों की कार्रवाई मे ३० से भी अधिक आतंकी ढ़ेर

काबुल – अफ़गानिस्तान में सुरक्षाबलों ने की कार्रवाई में 26 तालिबानी और लष्कर-ए-तोयबा के पांच आतंकी मारे गए। बडगिस और गज़नी प्रांत के अफ़गान सुरक्षाबलों ने की हुई कार्रवाई में 21 और काबुल में की गई कार्रवाई में पांच तालिबानी आतंकियों को ढ़ेर किया गया। इसके अलावा दांगम ज़िले में लश्‍कर के दो कमांडर्स के साथ कुल पांच आतंकियों को मार दिया गया है। बीते कुछ महीनों में अफ़गानिस्तान में हिंसा बढ़ी है और इस बढ़ती हिंसा के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की बात सामने आ रही है।

Afghanआतंकी प्रमुखता से सुरक्षा चौकियों को तहसनहस करने की कोशिश में होने की जानकारी सुरक्षाबलों को प्राप्त हुई थी। आतंकियों ने हमला करने से पहले ही सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करके आतंकियों को मार गिराया। पूर्वी क्षेत्र के गज़नी प्रांत में आंदर ज़िले के चहर देवर इलाके में सुरक्षा बलों ने तालिबान के ठिकानों पर किए हमलों में नौं तालिबान आतंकी ढ़ेर हुए और छह आतंकी घायल हुए। बडगिस प्रांत के कादिस ज़िले में कराचागी गांव में सुरक्षा बलों ने किए हवाई हमले में 12 आतंकी ढ़ेर और एक घायल होने की जानकारी वृत्तसंस्था ने साझा की।

काबुल में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में पांच आतंकी मारे गए और चार घायल हुए। साथ ही कुनार प्रांत में की गई कार्रवाई में लश्‍कर के पांच आतंकियों को ढ़ेर किया गया। इस दौरान पाचा खान और अख्तर नामक दो कमांडर मारे गए हैं। अफ़गानिस्तान में करीबन 6.5 हज़ार पाकिस्तानी आतंकी सक्रिय हैं। इनमें ‘जैश-ए-मोहम्मद’ और ‘लश्‍कर-ए-तोयबा’ के आतंकी भी शामिल होने की बात संयुक्त राष्ट्रसंघ ने जारी किए रपट में दर्ज़ है।

इस रपट ने अफ़गानिस्तान में जारी हिंसा के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के दावों की पुष्टी हुई है। कुनार प्रांत में हुई कार्रवाई में लश्‍कर के आतंकी ढ़ेर होने से पाकिस्तानी आतंकी संगठन अफ़गानिस्तान में सक्रिय होने की बात स्पष्ट हो रही है। अफ़गानिस्तान-तालिबान के बीच शांति समझौता नाकाम करने के लिए पाकिस्तान की यह कोशिश जारी होने की बात कही जा रही है।

अमरीका ने अफ़गानिस्तान से सेना हटाने की शुरूआत करने पर अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमले भी बढ़े हैं। अफ़गान सरकार ने प्रदान की हुई जानकारी के अनुसार तालिबान ने अफ़गानिस्तान में की हिंसा में 3560 सैनिक मारे गए हैं। साथ ही 775 अफ़गान नागरिक भी मारे गए हैं और 1609 घायल हुए हैं। तालिबान की हिंसा में बढ़ोतरी होने के बाद अफ़गान सुरक्षाबलों ने भी कार्रवाई तीव्र करने की बात बीते दो दिनों में हुई कार्रवाई से स्पष्ट हो रही है।

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