सोमालिया के अंदरूनी संघर्ष में १२० से अधिक लोगों की मृत्यु

somalia-fights-1मोगादिशु – सोमालिया में लष्कर और स्थानिक हथियारबंद बागी गुटों के बीच जारी होनेवाला संघर्ष तीव्र हुआ होकर, अब तक १२० से अधिक लोगों की जानें गई हैं। इस संघर्ष के कारण सोमालिया में ‘अल शबाब’ इस आतंकवादी संगठन के विरोध में जारी मुहिम में मुश्किलें आ सकती हैं, ऐसा दावा विश्लेषकों द्वारा किया जा रहा है। उसी समय, अमरीका ने भी सोमाली लष्कर के साथ किए जाने वाले सहयोग पर पुनर्विचार करने के संकेत दिए हैं।

सोमालिया में पिछले एक दशक से अधिक समय ‘अल शबाब’ यह आतंकवादी संगठन सक्रिय है। इस आतंकवादी संगठन के विरोध में सोमाली लष्कर, अफ्रीकन युनियन तथा अमरीका द्वारा संयुक्त मुहिम जारी है। इस मुहिम में, ‘अहलु सुन्नाह वाल जामा’ (एएसडब्ल्यूजे) यह विद्रोही संगठन भी सहभागी है। अल शबाब के विरोध में चल रहीं कई कार्रवाइयों में इस संगठन का सहभाग है। इस कारण सोमाली लष्कर और ‘एएसडब्ल्यूजे’ के बीच शुरू हुआ संघर्ष यह गंभीर बात मानी जाती है।

सोमाली सरकार के साथ सत्ता में होनेवाले हिस्से के मुद्दे पर संघर्ष को शुरुआत हुई मानी जाती है। ‘एएसडब्ल्यूजे’ ने, एक इस्लामिक गुट के तौर पर स्थानिक तथा राष्ट्रीय सरकार में उन्हें सहभागी किया जाए, ऐसी माँग की है। लेकिन सोमालिया सरकार ने इस माँग को ठुकराया है। उसी समय, गुट के सदस्य सोमालिया के लष्कर में सहभागी हों, ऐसी शर्त भी सरकार द्वारा रखी गई है। ‘एएसडब्ल्यूजे’ ने सरकारी माँगों को ठुकरा दिया होकर, ‘गालमुदुग’ प्रांत के शहरों पर कब्ज़ा करने की कोशिशें शुरू की है।

somalia-fights-2इन्हीं कोशिशों में से शनिवार को सोमाली लष्कर के साथ संघर्ष शुरू हुआ ऐसा माना जाता है। पिछले तीन दिन से जारी इस संघर्ष में कम से कम १२० लोगों की मृत्यु हुई होकर, ६०० से अधिक लोग घायल हुए हैं। मृतकों में सोमाली लष्कर के १६ जवानों का समावेश होने की जानकारी स्थानिक प्रशासन ने दी है। ‘एएसडब्ल्यूजे’ के प्रवक्ता ने यह चेतावनी दी है कि आखिरी सदस्य जिंदा रहने तक वे संघर्ष जारी रखेंगे।

फिलहाल गालमुदुग के गुरीसील ज़िले में बड़ा संघर्ष जारी होकर, कम से कम एक लाख से अधिक नागरिक विस्थापित होने का दावा संयुक्त राष्ट्र संगठन द्वारा किया गया है। सोमालिया के इस अंदरूनी संघर्ष पर अमरीका ने तीव्र चिंता ज़ाहिर की है। ‘एएसडब्ल्यूजे’ के विरोध में चल रहे संघर्ष में सोमाली लष्कर का ‘डनाब’ नामक स्पेशल युनिट सहभागी होने की बात सामने आई है। इस पथक को अमरिकी लष्कर द्वारा आतंकवाद विरोधी संघर्ष का प्रशिक्षण दिया गया है। ‘अल शबाब’ विरोधी कार्रवाइयों में इस पथक की भूमिका अहम मानी जाती है।

ऐसा होते हुए, ‘अल शबाब’ विरोधी मुहिम में सोमाली लष्कर समेत अन्यों के साथ सहयोग करनेवाले ‘एएसडब्ल्यूजे’ के विरोध में सोमाली लष्कर ने छेड़ा संघर्ष, अमरीका की नाराज़गी का कारण बना है। इस मुद्दे को लेकर, अमरीका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने, सोमाली लष्कर को प्रदान की जानेवाली सहायता पर पुनर्विचार करने के संकेत दिए हैं। अमरीका ने सोमाली लष्कर को प्रदान की हुई सहायता ‘अल शबाब’ को परास्त करने के उद्देश्य से दी गई है, इस पर इस अधिकारी ने गौर फरमाया।

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