ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स की पाकिस्तान में घुसकर लष्करी कार्रवाई

तेहरान – ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स के जवानों ने ठेंठ पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के स्थानों पर कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में ईरान ने, आतंकवादियों ने अपहरण किए अपने जवानों को सफलतापूर्वक रिहा किया। ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स ने यह जानकारी साझा की। ईरान की यह कार्रवाई यानी पाकिस्तान पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक होने का दावा विश्लेषक कर रहे हैं।

रिव्होल्युशनरी गार्ड्स – आयआरजीसी’ ने जारी की जानकारी के अनुसार, २ दिन पहले ईरान के जवानों ने पाकिस्तान के बलोचिस्तान में घुसकर ‘जैश उल-अदल’ के अड्डे पर हमला किया। इस हमले में इस संगठन के आतंकी बड़ी संख्या में ढेर हुए हैं, ऐसा आयआरजीसी ने कहा है। अपनी यह कार्रवाई कामयाब होकर, पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन के कब्जे में होने वाले अपने दोनों जवानों को रिहा किया है, ऐसा आयआरजीसी ने स्पष्ट किया। इस कार्रवाई में पाकिस्तानी जवान भी मारे गए होने का दावा माध्यम कर रहे हैं।

सन २०१८ में पाकिस्तान के जैश उल-अदल के आतंकियों ने, ईरान के सिस्तान-बलोचिस्तान प्रांत में घुसकर १२ ईरानी जवानों का अपहरण किया था। पाकिस्तानी लष्कर की सहायता के बिना आतंकी अपनी सीमा पर हमला नहीं कर सकते, ऐसा आरोप ईरान ने उस समय किया था। उसके बाद ईरान ने १५ नवम्बर २०१८ और २१ मार्च २०१९ ऐसे दो बार पाकिस्तान में घुसकर ९ जवानों की रिहाई की थी। यानी लगातार तीन साल ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों पर कार्रवाई की है।

इससे पहले भारत ने भी पाकिस्तान के आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक किए हैं। सन २०१६ में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने उरी में भारतीय लष्कर के अड्डे पर किए हमले में भारत के १९ सैनिक शहिद हुए थे। उसके बाद भारतीय लष्कर ने पाकिस्तानव्याप्त कश्मीर में घुसकर आतंकियों के अड्डे ध्वस्त किए थे। वहीं, सन २०१९ में जैश के आतंकियों ने पुलावामा में भारत के ‘सीआरपीएफ’ की गाड़ी पर किए हमले में ४६ सैनिक शहिद हुए थे। उसके बाद खौल चुके भारत ने ठेंठ पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनवाला स्थित बालाकोट में विमान रवाना कर आतंकियों के अड्डे ध्वस्त किए थे। भारत की इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में जैश के आतंकी मारे गये थे।

इसी बीच, ईरान के सिस्तान-बलोचिस्तान प्रांत में सेना घुसाने की घोषणा पाकिस्तानी लष्कर के ‘मेजर जनरल’ ओहदे पर के एक अधिकारी ने हाल ही में एक सभा में की थी। इसके लिए चीन ने उन्हें बड़े पैमाने पैसे दिए होने की सार्वजनिक कबूली पाकिस्तान के इस लष्करी अधिकारी ने दी थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.