निर्वासितों के कारण युरोप में आतंकवाद का खतरा बढा – युरोप में हुए सर्वेक्षण का निष्कर्ष

वॉशिंग्टन/ब्रुसेल्स – निर्वासितों के बढते प्रवाह की वजह से ही युरोप में आतंकवाद  का खतरा बढ़ गया है| अमरिकी संस्था ने किये सर्वेक्षण से यह निष्कर्ष सामने आया है| अमरिकी संस्था ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ ने १० प्रमुख युरोपीय देशों में सर्वेक्षण किया था| इनमें से आठ देशों के बहुसंख्य नागरिकों ने ‘निर्वासित और आतंकवाद का सीधे तौर पर संबंध है’ ऐसी राय जतायी है|

युरोप में पिछले कुछ महीनों में हुए आतंकी हमलों के संदिग्धों में भी निर्वासितों का समावेश था| जर्मनी की चॅन्सेलर अँजेला मर्केल ने, युरोप में दाखिल हुए निर्वासितों की आड़ लेकर आतंकवादी युरोप में घुसपैठ करने के कोशिश में है, इस बात को मान लिया है| इस पृष्ठभूमि पर ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ का रिपोर्ट, निर्वासित और आतंकवादियों के बीच के संबंधों की स्पष्ट रूप से पुष्टि कर रहा है|

Pew-research-survey-Eu-terror- ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ युरोप में आतंकवाद

‘प्यू रिसर्च सेंटर’ द्वारा किये गए सर्वेक्षण में, जर्मनी, स्वीडन, नेदरलँड, ब्रिटन, फ्रान्स, स्पेन, इटली, ग्रीस, हंगेरी और पोलंड इन देशों का समावेश था| अप्रैल और मई इन दो महीनों में यह सर्वेक्षण किया गया, ऐसी जानकारी रिपोर्ट में दी गई है| हंगेरी और पोलंड के तक़रीबन ७० प्रतिशत से ज़्यादा लोगों ने ‘निर्वासितों की वजह से देश में आतंकी हमले बढ गये हैं’ ऐसी भूमिका प्रदर्शित की| अन्य देशों में, स्पेन और फ्रान्स को छोडकर, बाकी देशों में से ५० प्रतिशत से अधिक लोगों ने इस राय की पुष्टि की है|

ब्रिटन के साथ ही, जर्मनी, स्वीडन, इटली, ग्रीस और नेदरलँड इन देशों के लोगों का भी इसमें समावेश है| स्पेन में से ४० प्रतिशत और फ्रान्स में से ४६ प्रतिशत लोगों द्वारा, ‘निर्वासितों का प्रवाह और आतंकवादी इनका संबंध है’ इस बात को स्वीकार किया गया है| निर्वासितों का प्रवाह और आतंकी हमलों का संबंध जोड़ने के पीछे, युरोपीय नागरिकों का इस्लामधर्मियों की ओर देखने का नज़रिया ज़िम्मेदार है, ऐसा इस रिपोर्ट में बताया गया है|

युरोप में, सन २०१५ में १० लाख से भी ज़्यादा निर्वासित दाखल हो गये थे| ये निर्वासित प्रमुख तौर पर सीरिया, इराक और अफगानिस्तान से आये हुए हैं| ये तीनों देश इस्लामधर्मिय है और इन देशों से आये हुए लोगों के बारे में युरोपीय जनता के मन में कटुता है, ऐसी बात इस रिपोर्ट में से सामने आयी है|

इटली, हंगेरी, पोलंड और ग्रीस में से तक़रीबन ३० से ४६ प्रतिशत लोगों को शक है कि उनके देश में रहनेवाले इस्लामधर्मिय कट्टरता की ओर झुक रहे हैं| इसकी जानकारी भी ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ के रिपोर्ट में दी गई है|

युरोप में पिछले सालभर में, फ्रान्स और बेल्जियम इन देशों में हुए आतंकवादी हमलों में, निर्वासित के रूप में रहनेवाले युवक शामिल थे| इन आतंकवादियों ने, सीरिया में ‘आयएस’ आतंकी संगठन से ट्रेनिंग लेकर युरोप में दाखिल होते हुए, निर्वासितों की आड़ ली थी, यह बात जाँच में से सामने आयी है| इन हमलों के बाद युरोपीय देशों ने निर्वासितों के खिलाफ़ प्रतिबंध कड़े कर दिये थे| लेकिन फिर भी, युरोप में ५०० से ज़्यादा आतंकवादी दाखिल हुए थे, ऐसा दावा खुफिया एजन्सियों ने किया था|

पिछले हफ्ते, जर्मनी की खुफ़िया एजन्सी ने, ‘आयएस’ के १७ आतंकवादी निर्वासितों के रास्ते का आधार लेकर युरोप में दाखिल होने की जानकारी उजागर की थी।

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