भारत के विदेश सचिव श्रृंगला और आसियान के राजदूतों की हुई बैठक

indian-foreign-secretaryनई दिल्ली – आग्नेय एशियाई देशों के राजदूत और भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की गुरूवार के दिन विशेष बैठक हुई। भारत और आसियान देशों का सहयोग अधिक मज़बूत करने के लिए विभिन्न उपक्रमों को गति प्रदान करने के मुद्दों पर भी इस दौरान चर्चा होने की जानकारी विदेश विभाग ने जारी की। चीन के साथ जारी तनाव की पृष्ठभूमि पर आग्नेय एशियाई देशों के प्रभावी गुट बने आसियान ने फिलहाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख देशों से चर्चा जारी है। ऐसे में समय पर आसियान के राजदूतों ने भारतीय सचिव के साथ बैठक करना अहमियत रखता है।

भारत के विदेश विभाग के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने विदेश सचिव श्रृंगला और आयिसान की बैठक की जानकारी साझा की। ‘ऐक्ट ईस्ट नीति’ को गति प्रदान करने के लिए तेज़ गतिविधियां जारी हैं। आसियान देशों के राजदूतों ने विदेश सचिव श्रृंगला से भेंट की। इस दौरान ईस्ट के लिए नियुक्त किए गए विजय ठाकुर सिंह भी मौजूद थे। भारत और आसियान में सहयोग बढ़ाने के लिए नए उपक्रमों पर चर्चा हुई’, ऐसा अनुराग श्रीवास्तव ने कहा।

बीते कुछ महीनों में पूरे विश्‍व में कोरोना की महामारी का फैलाव जारी है और इस दौरान चीन की पड़ोसी देशों को उकसानेवाली हरकतें जारी हैं। चीन की इन कार्रवाईयों को भारत के साथ आग्नेय देशों ने जोरदार चुनौती दी है। चीन के खिलाफ़ जारी गतिविधियां अधिक व्यापक करने के लिए भारत और आसियान के सामरिक एवं आर्थिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ा रहे हैं। गुरूवार के दिन आसियन राजदूतों ने भारत के विदेश सचिव के साथ की हुई चर्चा इसी का हिस्सा होने की बात दिख रही है।

mike-pomeoइसी बीच अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने आसियान देश चीन के धौंस का शिकार ना हों, ऐसा निवेदन किया। गुरूवार के दिन अमरिकी विदेशमंत्री ने आसियान गुटों के साथ ‘ऑनलाईन समिट’ का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने आग्नेय एशियाई देश चीन के साथ बने संबंध तोड़ने की बड़ी भूमिका भी रखी। इससे कुछ दिन पहले ही अमरीका ने साउथ चायना सी’ में कृत्रिम द्विप का निर्माण करनेवाली चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे। आसियान के देश भी इन चीनी कंपनियों को अवसर प्रदान ना करें, यह बयान अमरीका ने किया है।

आसियान के सदस्य रहे मलेशिया, म्यानमार और थायलैण्ड ने बीते कुछ महीनों में चीन की ‘बेल्ट ऐण्ड रोड़ इनिशिएटिव’ के तहत कई अहम प्रकल्पों का काम रद करके चीन को झटका दिया है। इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी विदेशमंत्री ने किया हुआ आवाहन ध्यान आकर्षित कर रहा है।

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