भारत से पाकिस्तान को मानवतावादी भेंट

पाकिस्तानी रोगियों को भारत का चिकित्सा व्हिसा

नई दिल्ली: चिकित्सक उपचार के लिए भारत मे आने की इच्छा रखने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को चिकित्सा व्हिसा देने का आदेश विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के भारतीय उच्च आयुक्तालय को दिया है। दिवाली के निमित्त से स्वराज ने पाकिस्तानी नागरिक को यह भेंट दी है। इस वर्ष मई महीने मे पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय व्हिसा के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री से सिफारिश की आवश्यकता होगी, ऐसी शर्त भारत से प्रस्तुत की गई थी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक भी रोगियों को ऐसी सिफारिश न देने से रोगियों को गतिरोध हुआ था।

चिकित्सा व्हिसा

गुरुवार को भारत के विदेश मंत्री स्वराज ने ‘आमना शामीन’ नामक एक पाकिस्तानी महिला को व्हिसा देने की सूचना की थी। चिकित्सा के लिए महिला को भारत मे आना था। ४ महीने पहले उपचार के लिए भारत मे आने वाले पाकिस्तानी नागरिकों ने अपने विदेश मंत्रालय से सिफारिश लाएं ऐसा नियम किया गया था।पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ऐसी सिफारिश करने की बात ठुकराकर अपने ही रोगियों को गतिरोध किया था। प्रतिवर्ष हजारों पाकिस्तानी नागरिक चिकित्सा के लिए भारत मे आते हैं। पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने स्वीकारे हुए इस हठीले नीति की वजह से वहां के रोगियों की अवस्था जटिल हुई थी।

इस पृष्ठभूमि पर, कुछ पाकिस्तानी रोगियों के लिए विदेश मंत्री स्वराज ने यह नियम शिथिल किया था और उन्हें भारत मे आने की आवश्यक अनुमति दी गई थी। उसके बाद सोशल मीडिया से विदेश मंत्री स्वराज इन से कई पाकिस्तानी रोगियों ने एवं उनके रिश्तेदारों ने भारत का व्हिसा मिले ऐसी विनती की थी। उसे प्रतिक्रिया देते हुए, विदेश मंत्री स्वराज ने पाकिस्तान मे भारतीय दूतावास को यह आदेश दिए हैं। इसके अनुसार आवश्यक रोगियों को भारत का व्हिसा मिल सकेगा। जिससे पाकिस्तानी रोगियों को बहुत बड़ा दिलासा मिल रहा है।

४ महीनों पहले भारत ने पाकिस्तान के रोगियों को विदेश मंत्रालय की अनुमति लेकर भारत मे आने का नियम किया था। उसकी एक अलग पृष्ठभूमि थी। फिलहाल पाकिस्तान के कब्जे मे होने वाले कुलभूषण जाधव को मिलने के लिए उनके रिश्तेदारों ने पाकिस्तान से व्हिसा मांगा था। पर पाकिस्तान ने यह व्हिसा ठुकराया है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस के बारे मे किए आवाहन को प्रतिक्रिया देने का सौजन्य भी पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने नहीं दिखाया है। उसके प्रत्युत्तर मे भारत ने यह निर्णय लिया था।

इस निर्णय का झटका पाकिस्तान के रोगियों को होने की बात ध्यान मे आने के बाद, विदेशमंत्री स्वराज ने इस बारे मे अपनी भूमिका सौम्य करने के बात दिखाई दे रही है।

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