गडचिरोली में माओवादियों का भीषण हमला – १५ सैनिक शहीद

नई दिल्ली: महाराष्ट्र दिन के अवसर पर गडचिरोली में माओवादियों ने किए भीषण हमले में १५ सैनिक शहीद हुए| इस हमले के दौरान माओवादियों ने आईईडी का विस्फोट करवाकर सैनिकों का वाहन उडा दिया| इस हमलें पर पूरे देश में क्रोध जताया जा रहा है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्होंने इस घटना में शामिल हमलावरों को बक्शा नही जाएगा, यह कहा है|

माओवादियों का प्रभाव होनेवाले क्षेत्र में लोकसभा के चुनाव की प्रक्रिया पूरी हुई और इस दौरान इस क्षेत्र की जनता ने मतदान करके अपना हक जताया| इस वजह से माओवादियों का प्रभाव कम होता दिखाई दे रहा है| ऐसे में शक्तिप्रदर्शन करने हेतू माओवादियों ने यह हमला करवाया है, ऐसा कहा जा रहा है| मुख्य बात यह है की महाराष्ट्र दिन पर ही हमला करके माओवादियों ने हिंसा का संदेशा देने की कोशिश की है| गडचिरोली में जांबूरखेडा क्षेत्र में माओवादियों ने यह हमला किया| एक नीजि वाहन से माओवादियों के विरोध में शुरू मुहिम में शामिल ‘सी-६०’ के सैनिक मुहिम पर जा रहे थे| इसी वाहन को माओवादियों ने लक्ष्य किया| इस विस्फोट में उनका वाहन पुरी तरह से ध्वस्त हुआ| इस दौरान वाहन से सफर कर रहे १५ सैनिक और चालक भी मारा गया|

गडचिरोली, माओवादियों, भीषण हमला, १५ सैनिक, शहीद, नई दिल्ली, नरेंद्र मोदीहमले की जगह भरे जंगल में थी, फिर भी इस हिस्से में अभी तक माओवादियों की ज्यादा मौजुदगी दिखाई नही दी थी, ऐसा कहा जा रहा है| गुप्तचर विभाग ने माओवादी बडे हमलें की तैयारी में होने की चेतावनी पहले ही दी थी| करीबन २०० माओवादी हमलें की जगह मौजूद थे, यह जानकारी सामने आ रही है| इस घटना से कुछ ही घंटे पहले तडके ३.३० बजे माओवादियों ने एक रास्ता निर्माण करनेवाली कंपनी के जेसीबी, ट्रैक्टर, डंपर के साथ करीबन ३० वाहन जलाए थे| कुरखेडा गांव में यह वारदात होने के बाद इस गांव से सीर्फ छह किलोमीटर दूरी पर जांबूरखेडा में माओवादियों ने इन सैनिकों के वाहन को लक्ष्य किया| इस वजह से कुरखेडा में हमला करनेवाले माओवादि ही जांबूरखेडा के विस्फोट में शामिल हुए होंगे, यह संकेत प्राप्त हो रहे है|

पिछले वर्ष अप्रैल महीने में राज्य पुलीस की ‘सी-६०’ दल के जवानों ने माओवादियों के विरोध में बडी मुहीम हाथ में लेकर केवल तीन दिनों में ४० माओवादियों का मार गिराया था| यह माओवादियों के लिए मिला बडा झटका था| उसके बाद एक वर्ष तक महाराष्ट्र में माओवादियों को सीर उठाना मुमकिन नही हो सका| बुधवार के दिन हुए हमले के संबंध पिछले वर्ष ‘सी-६०’ के जवानों ने की कार्रवाई से जुडकर देखा जा रहा है|

लेकिन, इस हमले के बाद माओवादियों के विरोध में शुरू मुहीम और भी तेज करने का ऐलान केंद्र और राज्य पुलीस सरकार ने किया है| राज्य के पुलीस महासंचालक सुबोध कुमार जैसवाल इन्होंने इस हमले पर प्रतिक्रिया देते समय राज्य पुलीस का बडा नुकसान हुआ है, यह कहा| लेकिन, माओवादियों को सही जवाब देने के लिए हम तैयार है और जल्द ही इस क्षेत्र में बडी मुहीम हाथ में लेंगे, यह उन्होंने स्पष्ट किया|

महाराष्ट्र के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार इन्होंने भी माओवादियों का पूरी तरह से सफाया करने के लिए कडे कदम उठाने की बात कही है| नागरिकों को मतदान ना करे, यह धमकी देने के बाद भी बडी संख्या में नागरिकों ने मतदान किया था| इस वजह से माओवादी गुस्सा हुए थे और ऐसे में ही उन्होंने यह हमला करवाया दिख रहा है, ऐसा मुनगंटीवार ने कहा|

इस दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्होंने इस घटना पर शोक जताया और शहीदों का बलिदान जाया नही जाएगा, इस हमलें में शामिल किसी को बक्शा नही जाएगा, यह चेतावनी भी दी| साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंग इन्होंने माओवादियों पर कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार को सभी जरूरी सहायता देने का भरोसा दिया है|

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