ब्रिटीश सरकार की वेबसाईट, माध्यम, ई-कॉमर्स और सोशल नेटवर्किंग की कई वेबसाईटस्‌ ‘ऑफलाईन’

लंदन/वॉशिंग्टन – ब्रिटन सरकार की ‘जीओवी डॉट युके’ समेत प्रसार माध्यम, ई-कॉमर्स, मनोरंजन एवं सोशल नेटवर्किंग की कई वेबसाईटस्‌ मंगलवार की सुबह ‘ऑफलाईन’ हुईं थी। अमरीका की ‘क्लाऊड कॉम्प्युटिंग’ की सेवा प्रदान करनेवाली कंपनी ‘फास्टली’ के नेटवर्क में समस्या निर्माण होने से यह घटना होने की बात सामने आयी है। बीते कुछ दिनों में अमरीका और यूरोप में ‘रैन्समवेअर’ प्रकार के सायबर हमले होने की मात्रा बढ़ी है और ऐसे में ब्रिटेन में हुई इस घटना की ओर ध्यान आकर्षित किया जा रहा है।

UK-e-commerce-768x432मंगलवार की सुबह ब्रिटेन के ‘जीओवी डॉट युके’ समेत कई वेबसाईटस्‌ एक के बाद एक ‘ऑफलाईन’ होने शुरू हुए। इस वेबसाईट का इस्तेमाल करने की कोशिश पर लगातार ‘एरर’ का संदेश दिखाई दे रहा था। ब्रिटेन की सरकारी वेबसाईट समेत बीबीसी, गार्डियन, इंडिपेंडंट, फायनान्शिअल टाईम्स, द न्यूयॉर्क टाईम्स, सीएनएन, वॉशिंग्टन पोस्ट और वॉल स्ट्रीट जर्नल जैसे माध्यम क्षेत्र के वेबसाईटस्‌ भी बंद होने की बात दिखाई दे रही थी।

‘ई-कॉमर्स’ क्षेत्र की शीर्ष कंपनी ‘एमेज़ॉन’, ‘ईबे’, ‘शॉपिफाय’ एवं सोशल नेटवर्किंग क्षेत्र की ‘रेडिट’, ‘ट्विटर’, ‘विमिओ’, ‘फैनडम’, ‘कोरा’ समेत मनोरंजन क्षेत्र की सैंकड़ों वेबसाईटस्‌ ‘ऑफलाईन’ होने की बात सामने आयी। विश्‍वभर में एक ही समय पर इतनी बड़ी संख्या में ‘वेबसाईटस्‌’ बंद होने के पीछे अमरीका की ‘क्लाउड कॉम्प्युटिंग’ सेवा प्रदान करनेवाली ‘फास्टली’ कंपनी में निर्माण हुई समस्या ज़िम्मेदार होने की बात सामने आयी है।

विश्‍वभर की कई नामांकित वेबसाईटस्‌ ‘फास्टली’ कंपनी के ‘एज क्लाऊड प्लैटफॉर्म नेटवर्क’ का इस्तेमाल करती हैं। इस प्लैटफॉर्म पर किसी वेबसाईट पर दिखाई दे रही जानकारी एवं प्रतिमाओं से लेकर सायबर सुरक्षा प्रदान करनेवाली ‘फायरवॉल’ का भी समावेश है। मंगलवार के दिन कंपनी के ‘कंटेन्ट डिलिवरी नेटवर्क’ (सीडीएन) में बड़ी तकनीकी खराबी हुई। इस खराबी का कारण अभी सामने नहीं आया है। वेबसाईटस्‌ बंद होना शुरू होने के बाद कंपनी ने इस समस्या की जानकारी सार्वजनिक की।

कुछ घंटों बाद कंपनी ने तकनीकी खराबी दूर होने की बात भी स्पष्ट की। इसके बाद कई वेबसाईटस्‌ ‘ऑनलाईन’ हुईं फिर भी उनकी ‘स्पीड’ काफी कम रही। कुछ वेबसाईटस्‌ पर अभी भी एरर का संदेश दिखाई दे रहा है, यह जानकारी सूत्रों ने प्रदान की। किसी एक कंपनी की सेवा में खराबी होने से विश्‍व भर के इंटरनेट को झटका लगने का बीतें आठ महीनों में यह तीसरा अवसर है। बीते वर्ष  नवंबर और दिसंबर में ‘एमेज़ॉन’ एवं ‘गुगल’ के नेटवर्क्स में खराबी होने से इन कंपनियों की सेवाओं का इस्तेमाल कर रहीं कई वेबसाईटस्‌ को नुकसान सहना पड़ा था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.