‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में मलेशिया के विध्वंसक, पनडुब्बी से किया गया मिसाइल परीक्षण

south-china-sea-malaysia-1कौलालंपूर – मलेशिया की नौसेना ने ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में अपने विध्वंसक और पनडुब्बी से मिसाइल दागकर दुर्लभ प्रदर्शन किए। इन मिसाइलों ने निर्धारित लक्ष्य को बड़ी सटीकता से निशाना साधा और साथ ही मलेशिया की नौसेना अपने समुद्री हितों की रक्षा के लिए तैयार होने का संदेश भी दिया। मलेशिया की नौसेना ने सार्वजनिक तौर पर किसी भी देश का ज़िक्र करना टाल दिया है। लेकिन, दो महीने पहले ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में चीन की घुसपैठ पर मलेशिया ने आक्रामक भूमिका अपनाई थी। इस वजह से मलेशियन नौसेना की यह कार्रवाई चीन को संदेश देने के लिए ही होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। इसी बीच, बीते हफ्ते अमरीका ने आयोजित किए हुए युद्धाभ्यास में भी मलेशिया की नौसेना शामिल हुई थी।

मलेशिया की नौसेना का ‘तामिंग सरी’ नामक युद्धाभ्यास हाल ही में हुआ। इस युद्धाभ्यास में मलेशियन नौसेना ने तीन ‘एक्सोसेट’ मिसाइलें दागीं। ‘केडी कस्तूरी’ और ‘केडी लेकिन’ इन दो कस्तूरी वर्ग के विध्वंसकों से ‘एक्सोसेट एमएम ४० ब्लॉक टू’ मिसाइल दागी गई। शत्रु के क्षेत्र में निर्धारित ठिकानों को लक्ष्य करने के लिए इन मिसाइलों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा ‘केडी तून रज़ाक’ नामक ‘स्कॉर्पिअन’ वर्ग की पनडुब्बी से ‘एक्सोसेट एसएम ३९ ब्लॉक टू’ नामक जहाज़ विरोधी मिसाइल का परीक्षण किया गया। पनडुब्बी पानी की सतह से नीचे होने की स्थिति में यह मिसाइल दागी गई, यह जानकारी मलेशिया की नौसेना ने साझा की है।

south-china-sea-malaysia-2इस परीक्षण के दौरान तीनों मिसाइलों ने निर्धारित लक्ष्य को बड़ी सटीकता से निशाना बनाया। इससे मलेशियन नौसेना की व्यावसायिकता, सामर्थ्य और किसी भी तैनाती के लिए आवश्‍यक तैयारी दिखाई देती है। साथ ही हम देश के समुद्री हितों की रक्षा के लिए तैयार होने का ऐलान भी मलेशिया की नौसेना ने किया। साऊथ चायना सी क्षेत्र में हुए इस युद्धाभ्यास में मलेशिया के रक्षाबलों के कम से कम हज़ार सैनिक शामिल हुए थे।

मलेशिया की नौसेना नेइन मिसाइल परीक्षणों पर बोलते समय ‘साऊथ चायना सी’ पर अधिकार जता रहें चीन का स्पष्ट ज़िक्र करना टाल दिया, फिर भी मलेशियन नौसेना के यह मिसाइल परीक्षण चीन विरोधी होने का दावा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों में साऊथ चायना सी के विवाद पर चीन और आग्नेय एशियाई देशों में निर्माण हुआ विवाद ही इसके लिए ज़िम्मेदार होने की बात कही जा रही है।

south-china-sea-malaysia-3जून में चीन के १६ लष्करी विमानों ने ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में यात्रा करके मलेशिया की हवाई सीमा में घुसपैठ की थी। मलेशिया के बोर्नो प्रांत की सीमा तक चीनी विमानों ने उड़ान भरी थी। इस पर गंभीरता से संज्ञान लेकर मलेशिया ने अपने लड़ाकू विमानों को रवाना किया और चीन के घुसपैठी विमानों को खदेड़कर निकाला था। साथ ही चीनी राजदूत को समन्स भी थमाए थे।

चीन के साथ मित्रता का सहयोग होने के बावजूद मलेशिया अपनी सुरक्षा से समझौता करेगा, इस गलतफहमी में ना रहें, यह इशारा मलेशिया ने दिया था। आम तौर पर ‘साऊथ चायना सी’ के विवाद में संयमी भूमिका अपनानेवाले मलेशिया ने चीन के खिलाफ अपनाई भूमिका ने विश्‍लेषकों को चौंका दिया था।

इसी बीच सैटेलाईट और समुद्र की गहराई में लगाई हुई यंत्रणा की सहायता से चीन साऊथ चायना सी क्षेत्र से यात्रा कर रहे क्षेत्रीय एवं विदेशी जहाज़ों की जासूसी कर रहा है, यह जानकारी भी सामने आ रही है। ऐसी स्थिति में मलेशिया ने विध्वंसक और पनडुब्बी का मिसाइल परीक्षण अहमियत रखता है।

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