दूसरें ‘पुलवामा’ का मुख्य साज़िशकर्ता, ‘जैश’ का ‘फौजी भाई’ ढ़ेर

श्रीनगर – पिछले हफ़्ते में जम्मू-कश्‍मीर में पुलवामा से भी अधिक भयंकर आतंकी हमला करने की साज़िश सुरक्षा बलों ने नाकाम की थी। इस साज़िश के मुख्य सूत्रधारों में से एक रहें अब्दुर रेहमान उर्फ ‘फौजी भाई’ को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में ढ़ेर किया है। फौजी भाई यह ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का प्रमुख मौलाना मसूद अझहर का रिश्‍तेदार होने का और पिछले वर्ष फरवरी महीने में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफ़िले पर हुए आतंकी हमले में भी उसका हाथ होने का दावा किया जाता है। उस हमले में ४० सैनिक शहीद हुए थे। इसकी वज़ह से आयईडी तैयार करने में एक्सपर्ट बना जैश का कमांडर मारा जाना, यह भारतीय सुरक्षा बलों को प्राप्त हुई बड़ी कामयाबी साबित होती है।

jaish pulwamaपिछले हफ़्ते में ही ‘सीआरपीएफ’ के ४०० सैनिकों की यातायात कर रहें २० गाड़ियों के काफ़िले को लक्ष्य करने की आतंकियों ने तैयार की हुई साज़िश सुरक्षा बलों ने नाकाम की थी। १४ फरवरी, २०१९ के दिन किए गए भीषण आतंकी हमले से भी अधिक मात्रा में नुकसान पहुँचानेवाला आतंकी हमला करने की साज़िश आतंकियों ने की थी। लेकिन, इस हमले के लिए इस्तेमाल होनेवाली विस्फोटकों से भरी गाड़ी सुरक्षा बलों ने रोमांचकारी पीछा करके रोकी और आतंकियों के सभी इरादों पर पानी फेर दिया था। पीछा होने के कारण, यह गाड़ी बीच रास्ते में ही छोड़कर आतंकी भाग गये थे। इसके बाद कश्‍मीर घाटी में आतंकियों की खोज़ करने के लिए बड़ी सर्च मुहीम चलाई जा रही होकर, पिछले ६ दिनों में सुरक्षा बलों ने १५ आतंकियों को मुठभेड़ के दौरान ढ़ेर किया हैं। इनमें से पाँच आतंकी पिछले २४ घंटों में ही मारे गए। बुधवार सुबह पुलवामा के कांगन इलाके में हुई मुठभेड़ में तीन आतंकियों को ढ़ेर किया गया। इनमें ‘जैश’ का कमांडर अब्दुर रेहमान उर्फ ‘फौजी भाई’ का भी समावेश है।
फौजी भाई, सन २०१७ में घुसपैंठ करके कश्‍मीर पहुँचा था। आयईडी तैयार करने में माहिर होनेवाले फौजी भाई ने ही, पिछले वर्ष पुलवामा मे हुए आतंकी हमले मे इस्तेमाल की गई गाड़ी में विस्फोटक लगाने का काम किया था, यह दावा किया जा रहा है। इसके अलावा और भी कई हमलों में उसका हाथ था। इस कारण सुरक्षा बल उसकी खोज़ में थे। असल में पाकिस्तान के मुलतान का निवासी होनेवाला फौजी भाई पिछले वर्ष हुई एक मुठभेड़ के दौरान बाल बाल बचकर भाग निकला था, ऐसी जानकारी भी सामने आ रही है। इसके साथ ही फौजी भाई ‘जैश’ का सरगना मौलाना मसूद अझहर का भतीजा होने का दावा भी किया जा रहा है। अझहर का भाई और कंदहार विमान अपहरण का साजिशकर्ता अब्दुल रउफ का वह खास भरोसेमंद सहयोगी था, ऐसी खबरें भी सामने आ रही हैं।

आयईडी तैयार करने में माहिर बनें जैश के अन्य दो पाकिस्तानी आतंकी फिलहाल जम्मू-कश्‍मीर में सक्रिय हैं। वालिद भाई और लंबू भाई ऐसे उनके नाम होकर, वहीं सुरक्षा बलों का अगला लक्ष्य होंगे, यह बात जम्मू-कश्‍मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कही है। ये दोनों भी दूसरा ‘पुलवामा’ करवाने की साज़िश में शामिल थे। इनके अलावा पुलवामा के खेरव इलाके में सक्रिय, ‘जैश’ का एक और आतंकी अब्दुल रशीद गाझी भी सुरक्षा बलों की हिटलिस्ट पर होने की जानकारी कुमार ने साझा की।

इसी बीच, इस वर्ष अब तक जम्मू-कश्‍मीर में सुरक्षा बलों ने ७५ आतंकियों को मुठभेड़ में ढ़ेर किया है। इनमें आतंकवादी संगठनों के कुछ प्रमुख कमांडर भी मारे गए हैं। हिजबुल का रियाझ नायकू, जुनैद सेहरीइ, हांडवारा में मारा गया ‘लश्‍कर’ का कमांडर हैदर का भी इन मारे गए आतंकियों में समावेश है।

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