मध्य प्रदेश के नहर में बस गिरने से ४५ की मौत

नई दिल्ली – मध्य प्रदेश में मंगलवार के दिन भीषण बस दुर्घटना हुई। यात्रियों से भरी बस दूसरी गाड़ी को रास्ता देने की कोशिश करते हुए नहर में जा गिरी। इसमें ४५ यात्रियों की डूबने से मौत हो गई। इस दुर्घटनाग्रस्त बस के अधिकतम यात्री रेल्वे की परिक्षा के लिए जा रहे थे। इस घटना से पूरे देश में तीव्र शोक व्यक्त किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

मध्य प्रदेशमध्य प्रदेश के सिधी जिले में सुबह करीबन ८.३० बजे यह भीषण दुर्घटना हुई। सिधी जिले के सतना शहर में जा रही बस छुहिया घाटी के करीबी बाणसागर प्रकल्प की नहर में जा गिरी। इस दुर्घटना में गलती किसकी थी, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन, बस रोजाना मार्ग से सफर नहीं कर रही थी। सतना की ओर जा रहे मुख्य राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम होने से बस चालक ने इस बस को अन्य मार्ग से चलाया था। इस बस में सफर कर रहे कई यात्री रेल्वे की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र पर जा रहे थे। इन्हें परीक्षा के लिए पहुँचने में देरी ना हो, इस उद्देश्‍य से बस चालक ने बस को अन्य रास्ते से चलाया था। इस बस में क्षमता से अधिक यात्री थे, ऐसी जानकारी भी सामने आ रही है।

दूसरे वाहन को आगे जाने के लिए रास्ता देने की कोशिश करते समय यह दुर्घटना होने के दावे किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने इस घटना की जाँच के आदेश जारी किए हैं। दुर्घटना के स्थान पर नहर की गहराई काफी ज्यादा होने से गिरते ही बस पानी में पूरी तरह से डूब गई। कुछ यात्री तैरकर किनारे पहुँचने में कामयाब हुए। लेकिन, अधिकांश यात्रियों को बस से बाहर निकलने का अवसर ही प्राप्त नहीं हो सका। आखिर में इस बस को क्रेन की सहायता से पानी के बाहर निकाला गया। इस दौरान कुछ समय के लिए बाँध से छोड़ा जा रहा पानी भी रोका गया था। मध्य प्रदेश सरकार ने इस घटना के मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपयों की सहायता घोषित की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.