‘लॉकडाउन’ का महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा – ‘फिक्की’ का दावा

नई दिल्ली – महाराष्ट्र में सख्त ‘लॉकडाउन’ शुरु हुआ तो कोरोना संक्रमण कम करने के लिए सहायक होगा, लेकिन राज्य की अर्थव्यवस्था पर काफी गहरा असर पड़ेगा, ऐसा इशारा देश के उद्योजकों की संगठन ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स ऐण्ड इंडस्ट्री’ (फिक्की) ने दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने संपूर्ण ‘लॉकडाउन’ लगाए बगैर ‘लॉकडाउन’ के समान प्रतिबंध राज्य में लगाए हैं। संगठन के सदस्यों की चिंता राज्य सरकार के सामने रखने की बात ‘फिक्की’ की महाराष्ट्र अध्यक्षा सुलाजा फिरोदिया मोटवानी ने स्पष्ट की।

महाराष्ट्र में बुधवार के रात ८ बजे से १५ दिन के कर्फ्यू की शुरूआत हुई। सख्त ‘लॉकडाउन’ अभी लगाया नहीं गया है, फिर भी इन प्रतिबंधों को आंशिक ‘लॉकडाउन’ का स्वरूप प्राप्त हुआ है। महाराष्ट्र में ‘लॉकडाउन’ लगाया ना जाए, इस माँग के लिए व्यापारी और उद्योजक सरकार पर दबाव ड़ाल रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर व्यापारी और उद्योजकों की संगठन सरकार से बातचीत कर रही है।

‘फिक्की’ ने भी अपनी राज्य सरकार के साथ चर्चा हुई है और संगठन के सदस्यों से प्राप्त हुई सूचना और उनकी चिंता की जानकारी राज्य सरकार के सामने रखी है, ऐसा मोटवानी ने कहा। माँग और सप्लाई को लेकर कई चिंताएं हैं। कई कंपनियों के कारखाने महाराष्ट्र में हैं। यहां से ही सभी उत्पादन देशभर में जाते हैं, बेचे जाते हैं। इस वजह से इसमें अड़ंगे आए या इनकी श्रृंखला खंड़ित हो जाए तो इसका ग्राहकों पर नकारात्मक असर पड़ेगा, ऐसा सुलजा मोटवानी ने कहा है। साथ ही राज्य के यह प्रतिबंध ३० अप्रैल से आगे जारी नहीं रहेंगे, ऐसी उम्मीद भी उन्होंने व्यक्त की।

१५ दिनों की कर्फ्यू के दौरान आर्थिक असर कम से कम हो, इसके लिए फिक्की राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है, ऐसा मोटवानी ने कहा। साथ ही उन्होंने सभी राज्य सरकारों से प्रतिबंधों के दौरान उद्योगों की सहायता करने का निवेदन किया है। खास तौर पर अनौपचारिक क्षेत्र पर इन प्रतिबंधों का काफी असर पड़ेगा और राज्य सरकारें इसका संज्ञान ले, ऐसा आवाहन मोटवानी ने किया।

इससे पहले उद्यमीयों की ‘कॉन्फडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री’ (सीआयआय) के संगठन ने भी ‘लॉकडाउन’ ना घोषित करने का आवाहन किया था। साथ ही प्रतिबंधों के दौर में उद्योग किसी भी अड़ंगे के बगैर शुरू रहने चाहिएं, ऐसा बयान संगठन ने किया था।

पूरे देश में ‘लॉकडाउन’ लगाने के विचार में सरकार नहीं है – केंद्रीय अर्थमंत्री का बयान

नई दिल्ली – पूरे देश में ‘लॉकडाउन’ घोषित करने का सरकार का कोई भी विचार नहीं है। बीते वर्ष जिस तरह से ‘लॉकडाउन’ किया गया था, वैसा अब किया नहीं जाएगा, यह बात केंद्रीय अर्थमंत्री निर्मला सीतारामन ने स्पष्ट की है। बुधवार के दिन वर्ल्ड बैंक के प्रमुख ने केंद्रीय अर्थमंत्री से बातचीत की और कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौरान सरकार कर रही प्रावधानों की भी जानकारी प्राप्त की।

कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ने के बावजूद संपूर्ण ‘लॉकडाउन’ करके अर्थव्यवस्था ठप करने का कोई भी इरादा नहीं है, ऐसा सीतारामन ने कहा। लेकिन, स्थानीय स्तर पर कोरोना संक्रमण नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे, ऐसा सीतारामन ने स्पष्ट किया। भारत के विकास को गति प्रदान करने के लिए वर्ल्ड बैंक ने प्रदान किए ऋण सहायता का भी सीतारामन ने स्वागत किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.