आवश्‍यक सेवा से जुड़े कर्मचारियों के लिए ‘लोकल सेवा’ शुरू

मुंबई – लॉकडाउन की वज़ह से २३ मार्च से बंद की गई मुंबई की लाइफलाईन आखिर में सोमवार से शुरू की गई है। लेकिन, रेल के तीनों मार्गों पर शुरू की गई यह सेवा केवल आवश्‍यक सेवा से जुड़े कर्मचारियों के लिए ही सिमीत है और आम नागरिकों के लिए यह सेवा उपलब्ध ना होने का ऐलान रेल प्रशासन ने किया है। आवश्‍यक सेवा से करीबन १.२० लाख कर्मचारी जुड़े हैं और लोकल सेवा शुरू होने से इन कर्मचारियों को राहत मिली है।

आवश्‍यक सेवा के कर्मचारियों को काम पर पहुँचने में बड़े पैमाने पर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इसकी वज़ह से इन कर्मचारियों के लिए लोकल सेवा शुरू करने की माँग की जा रही थी। राज्य सरकार ने रेल मंत्रालय से यह सेवा शुरू करने के लिए निवेदन दिया था। आखिर में लोकल ट्रेनें शुरू करने का निर्णय किया गया है। इस निर्णय के तहत, पश्‍चिम रेल्वे के मार्ग पर १२० और मध्य रेल्वे के मार्ग पर २०० ट्रेनें चलाई जाएँगी। सुबह ५.३० से रात ११.३० के दौरान इन दोनों मार्ग पर लोकल ट्रेनें चलाई जायेंगी। हर १५ मिनटों के बाद ये ट्रेनें चलाई जाएँगी, ऐसा रेल्वे ने कहा है।

केवल अहम स्थानकों पर ही ये ट्रेनें रुकेंगी, ऐसा कहा गया है। आवश्‍यक सेवा में शामिल सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के साथ पालिका कर्मचारियों को लोकल से यात्रा करने की अनुमति रहेगी। फिलहाल वैध पहचानपत्र के आधार पर इन कर्मचारियों को यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें जल्द ही क्यूआर कोड़ का आयड़ीकार्ड़ दिया जाएगा। स्टेशन में प्रवेश करने से पहले यह कार्ड स्कैन करना होगा।

लॉकडाउन के दौरान आवश्‍यक सेवा के कर्मचारी ‘बेस्ट’ बस से यात्रा करते थे। लेकिन, जून से निजी कंपनियों को १० प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम शुरू करने की अनुमति दी गई है और इससे बेस्ट के बसों में भीड़ काफी मात्रा में बढ़ गई थी। इसके अलावा, निजी गाड़ियों की संख्या बढ़ने से शहर में ट्रैफ़िक जाम देखा गया। ऐसें में लोकल सेवा शुरू करने की माँग जोर पकड़ रही थी। आवश्‍यक सेवा के कर्मचारियों को काम पर पहुँचने पर हो रही देरी को मद्देनज़र रखते हुए आख़िरकार लोकल सेवा शुरू की गई है। लेकिन, आम नागरिक इन ट्रेनों से सफ़र ना करें, इसपर ध्यान रखने की ज़िम्मेदारी संबंधित अधिकारियों को संभालनी होगी।

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