असम के क्रोकाझार आतंकी हमले में १४ लोगों की मौत

क्रोकाझार, (असम) दि. ५ (वृत्तसंस्था)- असम के क्रोकाझार में छह-सात आतंकवादियों ने की अंधाधुंद गोलीबारी और ग्रेनेड हमले में १४ लोगों की मौत हुई है और १८ से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं| इस वक्त सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी को ढेर किया गया| बाकी आतंकवादी भाग गए| इन आतंकवादियों के लिए खोज अभियान शुरू किया गया है| इस आतंकी हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कड़े शब्दों में निर्भर्त्सना की|

Kokrajharशुक्रवार के दिन दोपहर को, कोक्राझार के बालाजान तिनैली इलाके के साप्ताहिक बाज़ार में यह हमला हुआ| गाड़ी से आये आतंकवादियों ने बाज़ार की भीड़ पर अंधाधुंद गोलीबारी की और ग्रेनेड फेंक दिये| इसी कारण बाजार में हल्लाबोल हुआ और सारे लोग अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे| आतंकवादियों ने किये इस हमले में १४ लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी| घायल लोगों की संख्या १८ से ज़्यादा है, ऐसा कहा जाता है| इस इलाक़े में तैनात सेना के जवानों ने, आतंकवादियों के इस हमले का तत्काल जवाब दिया|

सुरक्षाबल और आतंकवादियों के बीच क़रीब २० मिनट मुठभेड़ शुरू थी| इसमे एक आतंकवादी को मार दिया गया और पाँच-छह आतंकवादी भाग जाने में क़ामयाब हुए| लेकिन सुरक्षाबलों ने सब जगह नाकाबंदी की है| आतंकवादियों को कब्ज़े में लेने के लिए बड़ा अभियान हाथ में लिया गया है| इस अभियान के लिए सीआरपीएफ और असम पुलीस की मदद के लिए अर्ध-सुरक्षाबल के पथक को बुलाया गया है|

इस हमले की ज़िम्मेदारी अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने नहीं ली है| लेकिन ‘नॅशनल डेमोक्रॅटिक फ्रन्ट ऑफ बोडोलॅन्ड- सोन्गब्जित’(एनडीएफबी-एस) यह आतंकी संगठन इसके पीछे है, ऐसी आशंका असम सरकार और पुलीस ने जतायी| पिछले सप्ताह में, इसी गुट के एक बड़े आतंकी को सुरक्षाबलों ने गिरफ़्तार किया था| साथ ही, १० दिन पहले क्रोकाझार में, सुरक्षाबलों ने चलायी संयुक्त मुहिम में ‘एनडीएफबी-एस’ के तीन आतंकवादियों को मार दिया गया था|

सन २०१४ में, ‘एनडीएफबी-एस’ के आतंकवादियों ने कोक्राझार में ही दो बड़े हमले किये थे| सन २०१४ के मई महीने में हुए आतंकी हमले में, आतंकवादियों ने कोक्राझार के बालापूरा गाव और मानस नॅशनल पार्क के पड़ोसी इलाक़े में घुसपैंठ करके गोलीबारी की थी| साथ ही, तक़रीबन ३० मकानों को जला दिया था| इसमे ३५ लोगों को जान गँवानी पड़ी| इस साल के दिसंबर महीने में, ‘एनडीएफबी-एस’ के आतंकवादियों ने  चिरांग, क्रोकाझार और सोनितपूर गाव में एक ही दिन भीषण आतंकी हमला किया था| इसमे ८५ लोग मारे गये थे| इस हमले के बाद असम पुलीस, अर्ध-सुरक्षाबल ने अभियान हाथ में लेकर, ‘एनडीएफबी-एस’ के कई आतंकवादियों को गिरफ़्तार किया था और कई आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार दिया था| इसी कारण ‘एनडीएफबी-एस’ के हमले पूरी तरह रूक गये थे| इस वजह से असम में दो साल शांति थी| दो महीने पहले असम में, बिना हिंसा के चुनाव भी संपन्न हुए थे|

लेकिन ‘एनडीएफबी-एस’ फिर से सक्रिय हो रहा है और इसमें अनेक युवाओं को भर्ती करा दिया गया है| साथ ही, इस आतंकी संगठन ने अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए, पूर्वोत्तर भारत के बाकी आतंकी संगठनों से हाथ मिलाया है, ऐसा वृत्त प्रकाशित हुआ है| इस पृष्ठभूमि पर,  ‘एनडीएफबी-एस’ के द्वारा बड़ा आतंकी हमला होने की चेतावनी खुफ़िया एजन्सी ने दी थी| इसी वजह से असम की सुरक्षाव्यवस्था बढ़ा दी थी| इस दौरान, आतंकवादी संगठन के कुछ आतंकवादियों को गिरफ़्तार करने में सफलता मिली थी|

 आतंकवादियों को ढूँढ निकालेंगे : केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किरेन रिजीजू

‘क्रोकाझार में हुआ आतंकी हमला बडा दुखदायी है| केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों के कारण पिछले दो सालों में असम में शांति थी| शांति प्रस्थापित हुए इस इलाके में हुआ यह हमला शोकजनक है| आतंकवादी फिर से अशांति के लिए प्रयास कर रहे हैं’, ऐसा केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा| आतंकवादियों के ये हमलें, यह चिंता की बात है| लेकिन राज्य सरकार की मदद से आतंकवादियों के खिलाफ़ कार्रवाई करके साज़िश नाकाम की जायेगी, ऐसा भरोसा किरेन रिजीजू ने जताया| इस हमले के हमलावरों को हम ढूँढ़कर ही रहेंगे, यह विश्‍वास भी रिजीजू ने दिलाया|

क्रोकाझार के आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलवाई| इससे पहले असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री से भेंट कर चर्चा की| इसके बाद मुख्यमंत्री सोनोवाल ने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोवल से भेंट कर असम की सुरक्षा के संदर्भ में चर्चा की|

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